breaking_newsअन्य ताजा खबरेंफैशनलाइफस्टाइल
Trending

Friday Thoughts-किसी ने धूल क्या झोंकी ऑंखों में, कम्बख़्त, पहले से बेहतर दिखने लगा…

गलती और गलत में बस छोटा सा फर्क है वो है मात्रा का लेकिन दोनों के बीच सिर्फ एक चीज महत्व रखती है,वो है 'नीयत'

Friday-thoughts-in-hindi Suvichar-good-morning-quotes inspirational-motivation-quotes-in-hindi-positive

किसी ने धूल क्या झोंकी ऑंखों में…

कम्बख़्त, पहले से बेहतर दिखने लगा…

Friday Thoughts:गलती और गलत में बस छोटा सा फर्क है

 

गलती और गलत में

बस छोटा सा फर्क है

वो है मात्रा का

लेकिन दोनों के बीच सिर्फ एक चीज महत्व रखती है,वो है ‘नीयत’

Saturday Thoughts: कर्म का एक प्राकृतिक नियम है….

ठोकर लगने का यह मतलब

यह नहीं होता की आप चलना छोड़ दे

बल्कि ठोकर लगने का मतलब

यह होता है की आप संभल जाए 

Monday Thoughts:एक बात सीखी है रंगों से, अगर निखरना है तो बिखरना जरुरी है

“कभी पड़ोसी भी,
घर का हिस्सा हुआ करते थे…
आज एक ही घर में ना जाने कितने पड़ोसी रहते है..!!!

 

Friday-thoughts-in-hindi Suvichar-good-morning-quotes inspirational-motivation-quotes-in-hindi-positive

यह भी पढ़े : 

शुक्रवार सुविचार : जीवन में किसी को रुलाकर हवन भी करवाओगे तो….

गुरुवार सुविचार : हम आ जाते हैं बहुत जल्दी दुनियां की बातों में गुरु की बातों में

मंगलवार सुविचार : चार आने…साँस बारह आने … तेरा एहसास

राफेल घोटाला तो कुछ भी नहीं NDA का बड़ा घोटाला फसल बीमा योजना : पी. साइर्ंनाथ

Friday Thoughts : मैं उन लोगों का आभारी हूं जिन्होंने मुझे छोड़ दिया…..

Monday Thoughts : आजकल के रिश्तों से अच्छी तो मोबाइल की बैटरी है… 

हो जाएँ बेफिक्र..! अगर आप पीते है रोजाना कॉफी तो डायबिटीज का खतरा होगा कम..!

Thought of the day : रिश्ता”बारिश जैसा नहीं होना चाहिए…

Monday Thoughts in hindi suvichar ki duniya suprabhat motivational quotes hindi me 

गाय से जुड़ी सोशल मीडिया में वायरल कुछ रोचक जानकारीयां

Wednesday Thought : “खुशी” थोड़े समय के लिए सबर देती है, लेकिन, “सबर”….

Tuesday Thoughts : अपमान करना किसी के “स्वभाव” में हो सकता है

(इनपुट सोशल मीडिया से)

Saturday Thoughts:दुआ कभी साथ नहीं छोड़ती,और बद्दुआ कभी

Show More

Dropadi Kanojiya

द्रोपदी कनौजिया पेशे से टीचर रही है लेकिन अपने लेखन में रुचि के चलते समयधारा के साथ शुरू से ही जुड़ी है। शांत,सौम्य स्वभाव की द्रोपदी कनौजिया की मुख्य रूचि दार्शनिक,धार्मिक लेखन की ओर ज्यादा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button