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Sai Ram Thoughts-शिरडी मे बैठे साईं सबकी बिगड़ी बनाएगे

ना कर चिंता परिवार की, ना कर चिंता कारोबार की, सब कुछ देने वाले ये ही हैं, बैठे बैठे सारे काम बनाएगे जो ना सोचा तूने कभी वो भी ये कर जायेगे

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शिरडी मे बैठे साईं
सबकी बिगड़ी बनाएगे
ना कर चिंता परिवार की
ना कर चिंता कारोबार की
सब कुछ देने वाले ये ही हैं
बैठे बैठे सारे काम बनाएगे
जो ना सोचा तूने कभी
वो भी ये कर जायेगे

Thursday Thoughts:साईं नाम में सब देव समाएं, जो जिस रूप में साईं को ध्यावे

 साईं नाम में सब देव समाएं, जो जिस रूप में साईं को ध्यावे,

साईं उस रूप में दर्श दिखावे, जैसा भाव रहा जिस जन का, वैसा रूप हुआ मेरे मन का।

साई नहीं कहते मुझे चांदी या सोने के सिंघासन पर बिठाओ,

वो तो कहते हैं मन में श्रद्धा सबुरी रखो फिर अपने साईं को बुलाओ।

अगर तुम धनवान हो तो कृपालु बनो,

क्योंकि जब वृक्ष पर फल लगते हैं तो वह झुक जाता है।

मैं बिना भगवान की सहमति के कुछ नहीं कर सकता।

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Dropadi Kanojiya

द्रोपदी कनौजिया पेशे से टीचर रही है लेकिन अपने लेखन में रुचि के चलते समयधारा के साथ शुरू से ही जुड़ी है। शांत,सौम्य स्वभाव की द्रोपदी कनौजिया की मुख्य रूचि दार्शनिक,धार्मिक लेखन की ओर ज्यादा है।

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