तेहरान, 22 मई : ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ ने अमेरिका द्वारा देश पर लगाए जाने वाले नए प्रतिबंधों की आलोचना की है।
अमेरिका ने ईरान पर अब तक के सबसे सख्त प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है।
बीबीसी के मुताबिक, जरीफ ने कहा कि अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो द्वारा रेखांकित किए गए इन कदमों से पता चलता है कि अमेरिका खुद की असफल नीतियों का गुलाम बन गया है लेकिन उसे (अमेरिका) इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
यूरोपीय संघ (ईयू) की विदेश नीति के प्रमुख फेडेरिका मोगरिनी ने भी अमेरिका के इस रुख की आलोचना की।
फेडेरिका ने कहा कि पोम्पियो यह बताने में असफल रहे हैं कि 2015 परमाणु समझौते से पीछे हटने से मध्यपूर्व किस तरह सुरक्षित रहेगा।
उन्होंने कहा, “इस समझौते का कोई विकल्प नहीं है।”
मोगरिनी ने कहा कि यदि ईरान अपने वादों से जुड़ा रहता है तो ईयू भी इस समझौते से पीछे नहीं हटेगा।
ईयू के आधिकारिक रुख के बावजूद यूरोप की कुछ बड़ी कंपनियां जो पहले ईरान के साथ कारोबार करने के लिए तत्पर रहती थीं अब वे कारोबार के लिए अमेरिका और ईरान के बीच में से किसी एक को चुनने के लिए विवश हैं।
उन्होंने कहा कि 2015 के परमाणु समझौते के बाद अमेरिकी प्रतिबंध हटा दिए गए थे लेकिन अब इन्हें दोबारा लगा दिया जाएगा और ये नए प्रतिबंध ईरान पर अप्रत्याशित वित्तीय दबाव बढ़ाएंगे।
–आईएएनएस