COVID-19:कोरोना के नए वेरिएंट में कौनसा मास्क है कारगर?घर पर पहनें या नहीं,जानें
डबल मास्क की सबसे ज्यादा जरूरत रिस्क वाली जगहों पर है, जैसेकि अस्पताल, पब्लिक ट्रांसपोर्ट, फैक्ट्री, ऑफिस स्पेस...
COVID-19 new variant which mask is best
वॉशिंगटन:कोरोना की नई लहर बहुत घातक है।चूंकि COVID-19 का नया वेरिएंट भारत में भी देखने को मिल रहा है और यह नित नए-नए रूप बदल रहा है।
इतना ही नहीं,विश्व के कई अन्य देशों में भी नए स्ट्रेन के मामले सामने आ रहे है।भले ही भारत सही सभी देशों में वैक्सीन लगाई जा रही है
लेकिन डबल म्यूटेंट के केस भी लगातार आ रहे है और अब भी कोरोना(Corona)से बचने के सबसे मजबूत हथियार सिर्फ और सिर्फ मास्क(Mask) को ही माना जा रहा है।
विभिन्न एक्सपर्ट्स भी कोरोनावायरस(Coronavirus)से बचने का कारगर तरीका केवल मास्क को ही बताते है।
इसलिए डॉक्टर फहीम यूनुस बता रहे हैं कि कोरोना से बचने के लिए किस जगह पर, कैसा मास्क लगाना(COVID-19 new variant which mask is best) चाहिए।
Mask Advice: Wear a…
N95/KN95 or surgical mask. May reuse until broken/loose seal
Double mask: In high risk areas (hospitals, public transport, factories, office space etc)
Single mask: Everywhere else
No mask: With your family or when walking outdoors alone or driving solo
— Faheem Younus, MD (@FaheemYounus) May 11, 2021
डॉ. फहीम के मुताबिक N95/KN95 या सर्जिकल मास्क पहनें और जब तक सील न टूट जाएं तब तक इनका दोबारा इस्तेमाल हो किया जा सकता है।
डबल मास्क की सबसे ज्यादा जरूरत रिस्क वाली जगहों पर है, जैसेकि अस्पताल, पब्लिक ट्रांसपोर्ट, फैक्ट्री, ऑफिस स्पेस।
इसके अलावा हर जगह सिंगल मास्क लगाया जा सकता है। परिवार के साथ या बाहर अकेले वॉक करते हुए या फिर गाड़ी चलाते हुए आपको मास्क लगाने की जरूरत नहीं।
क्या घर पर मास्क पहनना है जरुरी?COVID-19 new variant which mask is best
डॉ. फहीम ने घर पर मास्क को जरुरी नहीं बताया लेकिन भारत सरकार ने लोगों से अपील की है कि वह घर पर भी मास्क लगाएं ताकि कोरोना की ट्रांसमिशन चेन को ब्रेक कर सकें। अब सवाल उठता है कि आखिर ऐसा क्यों?
दरअसल,भारत के कम्युनिटी हेल्थ डिपार्टमेंट द्वारा किए गए स्टडी से पता चला है कि बीते साल 56 फीसदी लोगों ने अपने परिवार के लोगों को संक्रमित किया था।
केंद्रीय संयुक्त स्वास्थ्य सचिव लव अग्रवाल ने हाल ही में कहा कि अगर व्यक्ति मास्क नहीं लगाता है और गाइडलाइन का पालन नहीं करता है तो कोरोना संक्रमण का खतरा 90 फीसदी तक बढ़ सकता है।
मास्क लगाने से और गाइडलाइन का पालन करने से यह खतरा 30 फीसदी तक कम हो सकता है।
इसका मतलब लोगों की लापरवाही उनके खुद के परिवार के सदस्यों को संक्रमित कर रही है लेकिन अगर आप बाहर पूरी प्रोटेक्शन यानि सही मास्क के साथ निकलते है और घर आते ही खुद को सैनिटाइज कर लेते है तो घर पर मास्क की नौबत ही नहीं आएंगी।
नीति आयोग के स्वास्थ्य सदस्य डॉ. वीके पॉल (Dr VK Paul) ने कहा है कि अगर कोई व्यक्ति सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन नहीं करता तो वह 30 दिन में 406 लोगों को संक्रमित कर सकता है।
भारत में लोगों की लापरवाही कोरोना केसों को और बढ़ा रही है।लोगों को मास्क लगाने की आदत पड़ जाएं और वह कोरोना संक्रमण(Coronavirus) की गंभीरता को समझें इसलिए ही सरकार लोगों से घर पर भी मास्क(Mask) लगाने की अपील कर रही है।
अगर आप बाहर निकलते समय सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते है, सही मास्क लगाते है और खुद को घर आते ही सैनिटाइज(sanitize) करते है तो आप न केवल खुद को बल्कि अपने परिवार के सदस्यों को भी संक्रमित होने से बचा लेते है।
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