Pakistan-No-confidence-motion-tabled-against-Imran Khan-voting-on-March-31
पाकिस्तान(Pakistan)के प्रधानमंत्री इमरान खान(PM Imran Khan)की कुर्सी खतरे में है।
इमरान खान के खिलाफ विपक्ष ने सोमवार 28 मार्च को संसद पटल पर अविश्वास प्रस्ताव पेश (No-confidence-motion-tabled-against-Imran Khan)किया।
लेकिन इसके साथ ही संसद की कार्यवाही भी 31 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गई।
हालांकि स्पीकर ने कहा है कि इमरान खान के खिलाफ पेश अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग अब 31 मार्च को शाम चार बजे(Pakistan-No-confidence-motion-tabled-against-Imran Khan-voting-on-March-31)होगी।
यानि अब 31 मार्च को पाकिस्तान के पीएम इमरान खान(Imran Khan)की किस्मत का फैसला होगा।
आपको बता दें कि इमरान खान सरकार के खिलाफ पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव को 161 सांसदों ने अपना समर्थन दिया है।
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इमरान सरकार के खिलाफ यह अविश्वास प्रस्ताव (No Confidence Motion)विपक्ष के नेता शाहबाज शरीफ ने पेश किया।
उन्होंने कहा कि देश की जनता का इमरान खान नियाजी की सरकार पर भरोसा नहीं रहा गया है, ऐसे में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान कराया जाना चाहिए।
पाक संसद(National assembly)के स्पीकर ने सदस्यों की गिनती के बाद कहा कि 161 सांसदों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया है। इसके बाद शाहबाज शरीफ ने इमरान खान के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को(Pakistan-No-confidence-motion-tabled-against-Imran Khan-voting-on-March-31) पढ़ा।
पाकिस्तान की संसद में शुक्रवार को ही इमरान खान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया जाना था, लेकिन स्पीकर असद कैसर ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई थी।
कहा जा रहा है कि इमरान खान सरकार(Imran Khan govt)की रणनीति के तहत सदन की कार्यवाही स्थगित की गई थी ताकि वह कुछ सांसदों को अपने पक्ष में ला सकें।
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रविवार को इमरान खान ने इस्लामाबाद में एक बड़ा जलसा भी किया था, जिसमें हजारों लोग शामिल हुए थे। इस जलसे में इमरान खान ने कहा था कि विदेशी ताकतों की मदद से उनकी सरकार को गिराने का प्रयास किया जा रहा है।
इसके अलावा इमरान खान ने नवाज शरीफ, फजलुर्रहमान और बिलावल भुट्टो जरदारी पर हमला बोलते हुए कहा था कि मेरी सरकार के खिलाफ सारे डाकू एकजुट हो गए हैं।
यही नहीं अपने संबोधन में इमरान खान ने कहा था कि 1990 के बाद की हमारी सरकारें नालायक रही हैं और इसी के चलते हम पिछड़ते चले गए, जबकि हमारा पड़ोसी मुल्क भारत आगे निकल गया।