
नई दिल्ली:ZeeNews caught fake news again on Tablighi Jamaat corona: देश जहां कोरोनावायरस (Coronavirus) की भयानक महामारी से जूझ रहा है वही कुछ मीडिया चैनल देश को इन हालातों में भी सांप्रदायिकता और फेक न्यूज (Fake News) की महामारी में झोंकने का घिनौना काम कर रहे है और हर प्रदेश की पुलिस उनकी इन खबरों फेक बताकर नागरिकों को सतर्क कर रही है।
मीडिया का एक वर्ग लगातार जानबूझकर तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) से जुड़ी फर्जी खबरें एक एजेंडे के तहत चला रहा है और कई बार ये लोग पकड़े भी जा चुके है।
जर्नलिज्म के पेशे की जिम्मेदारी को धत्ता बताकर ये लोग यलो जर्नलिज्म के पेरोकार बन गए है और देश को कोरोना (Corona) से बचाने से सजग करने की जगह फर्जी खबरें चला रहे (ZeeNews caught fake news again on Tablighi Jamaat corona) है।
इनमें से ही एक है ज़ी न्यूज (Zee News).
Zee News ने एक खबर चलाई कि ‘अरुणाचल प्रदेश में 11 कोरोनावायरस संक्रमित पाएं गए है और इन्होंने बीते महीने दिल्ली के निज़ामुद्दीन में तबलीगी जमात के मरकज में भाग लिया था।’
इस खबर का पता चलते ही शुक्रवार को अरुणाचल प्रदेश (Arunchal Pradesh) की सरकार के सूचना और जनसंपर्क विभाग ने तुरंत Zee News को झूठी और तथ्यहीन खबर चलाने पर लताड़ा।
इसके बाद Zee News को अरुणाचल प्रदेश में तबलीगी जमात के कोरोना कनेक्शन वाली न्यूज पर बकायदा माफी मांगनी (Zee apology ) पड़ी।
ट्विटर पर अरुणाचल प्रदेश की IPR ने Zee News की खबर को गलत बताते हुए साफतौर पर लिखा, “यह स्पष्ट किया जाता है कि अभी तक अरुणाचल प्रदेश में केवल एक मरीज ही COVID-19 पॉजिटिव पाया गया है। Zee न्यूज की रिपोर्टिंग गलत है और इसमें कोई सच्चाई नहीं (ZeeNews caught fake news again on Tablighi Jamaat corona) है।“
This is to clarify that Arunachal Pradesh has got only 1 COVID-19 positive case till date.
The reporting by Zeenews is false and does not carry any authenticity. pic.twitter.com/d74hBGDWbd— ARUNACHAL IPR (@ArunachalDIPR) April 9, 2020
अरुणाचल प्रदेश IPR के द्वारा इस खबर को फर्जी बताने के बाद Zee News ने चैनल पर ही सार्वजनिक रूप से माफी मांगी और कहा कि ‘अरुणाचल प्रदेश में कोरोना संक्रमित सिर्फ 1 मरीज की पुष्टि हुई है। मानवीय भूल से ZEE News पर अरुणाचल प्रदेश में तबलीगी जमात के 11 लोगों के संक्रमित होने की खबर दिखाई गई। इस गलती पर हमें खेद है।’
इस खबर के बाद यूजर्स का फेक न्यूज चलाने को लेकर Zee News पर गुस्सा ट्विटर पर फूट पड़ा और उन्होंने हैशटैग #ThooSudhirChaudharyThoo ट्रेंड करके ज़ी न्यूज और सुधीर चौधरी को भला-बुरा कहा।
This is not mistake.This is terrorism.Zee News is trying to break the unity of India.Fir should be lodged against @sudhirchaudhary .#ThooSudhirChaudharyThoo pic.twitter.com/qIREY5VkbE
— Arijit Mukherjee(অরিজিৎ মুখার্জি)🇮🇳 (@ArijitmINC) April 10, 2020
Hi @sudhirchaudhary, you are disgrace to journalism . You never told truth. You are a chronic lier and always spreads fake news …
#ThooSudhirChaudharyThoo pic.twitter.com/4jto1f2Z7p— Abdul Qadir عبدالقادر (@QadirJNU) April 10, 2020
गौरतलब है कि फर्जी खबरें चलाने के मामले में ज़ी न्यूज कोई पहली बार नहीं पकड़ा गया है। बीते दिनों में Zee News ने तबलीगी जमात से जुड़ी पहले भी फेक न्यूज चलाई थी जिसे उस समय उत्तर प्रदेश की फिरोजाबाद पुलिस ने फर्जी खबर करार दिया था और ट्विटर अकाउंड से तुरंत डिलीट करने का निर्देश दिया (ZeeNews caught fake news again on Tablighi Jamaat corona) था।
ध्यान दें कि Zee उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड ट्विटर हैंडल ने 6 अप्रैल को ट्वीट किया कि “फिरोजाबाद में 4 तबलीगी जमाती कोरोना पॉजिटिव, इन्हें लेने पहुंची मेडिकल टीम पर हुआ पथराव।”
ज़ी के इस ट्वीट के बाद फिरोजाबाद पुलिस ने Zee News की इस खबर को झूठा करार दिया और अपनी प्रतिक्रिया देते हुए ट्विटर पर लिखा कि “आपके द्वारा असत्य एवं भ्रामक खबरें फैलाई जा रही हैं।
जबकि जनपद फिरोजाबाद में न तो किसी मेडिकल टीम एवं न ही एंबुलेंस गाड़ी पर किसी तरह का पथराव किया गया है। आप अपने द्वारा किए गए ट्वीट को तुरंत डिलीट (ZeeNews caught fake news again on Tablighi Jamaat corona) करें।”
असल में केवल Zee News को ही फेक न्यूज चलाने के लिए अब लताड़ नहीं पड़ी है बल्कि इस झूठी खबरों के बोलबाले में न्यूज एजेंसी एएनआई भी पीछे नहीं।

बीते दिनों तबलीगी ज़मात पर ANI UP को भी फेक न्यूज चलाने के लिए यूपी पुलिस से फटकार पड़ी और डीसीपी नोएडा ने इसका संज्ञान लेकर फेक और गलत न्यूज चलाने पर एएनआई यूपी को लताड़ा था।
देश में कोरोना महामारी को लेकर सिर्फ इलेक्ट्रोनिक मीडिया ही फेक न्यूज का प्रसार नहीं कर रहा बल्कि प्रिंट मीडिया भी फेक न्यूज का प्रसार करते हुए पकड़ा गया है।
हिंदी अखबार अमर उजाला, पत्रिका सहित कई मुख्य मीडिया संस्थानों ने कोरोना और तबलीगी ज़मात को लेकर कई प्रकार की तथ्यहीन और फेक न्यूज फैलाई (ZeeNews caught fake news again on Tablighi Jamaat corona) है।
एक वक्त था जब पुलिस झूठ बोलती थी और मीडिया सच दिखाता था लेकिन आज के समय में मीडिया झूठ बोलता है और पुलिस को सच बताना पड़ता है।
ZeeNews caught fake news again on Tablighi Jamaat corona