SC ने गठित की नेशनल ऑक्सीजन टास्क फोर्स,राज्यों को ऑक्सीजन की उपलब्धता पर रखेगा नजर
दिल्ली, कर्नाटक समेत कई राज्य ऑक्सीजन की किल्लत को लेकर शिकायत कर रहे हैं...
SC constitutes National Oxygen Task Force
नई दिल्ली: देश में ऑक्सीजन(Oxygen)की कमी से सुप्रीम कोर्ट(SC)सख्त हो चला है। आएं दिन लाखों कोरोना मरीज ऑक्सीजन की कमी के कारण अपनी जान गंवा बैठे है।
इसलिए अब सुप्रीम कोर्ट ने राज्यों में ऑक्सीजन की सप्लाई को सुनिश्चित करने के लिए नेशनल टास्क फोर्स का गठन कर दिया (SC constitutes National Oxygen Task Force) है।
सुप्रीम कोर्ट(Supreme Court of India)द्वारा गठित नेशनल ऑक्सीजन टास्क फोर्स (National Task Force) देश में ऑक्सीजन की उपलब्धता और आपूर्ति का आंकलन व सिफारिश करेगा।
इस टास्क फोर्स में 12 सदस्य होंगे।
शीर्ष अदालत ने कहा है कि टास्क फोर्स अभी और भविष्य के लिए पारदर्शी और पेशेवर आधार की महामारी की चुनौतियों का सामना करने के लिए इनपुट और रणनीति प्रदान करेगी।
नेशनल टास्क फोर्स वैज्ञानिक, तर्कसंगत और न्यायसंगत आधार पर राज्यों को ऑक्सीजन के लिए कार्यप्रणाली तैयार करेगी।
दिल्ली, कर्नाटक समेत कई राज्य ऑक्सीजन की किल्लत को लेकर शिकायत कर रहे हैं ।
केंद्र सरकार का कैबिनेट सचिव ही नेशनल टास्क फोर्स का संयोजक सदस्य होगा।कैबिनेट सचिव अपने अतिरिक्त सचिव के पद से नीचे के अधिकारी को नामित नहीं कर सकते हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि टास्क फोर्स एक हफ्ते के भीतर काम करना शुरू करे। सरकार और सुप्रीम कोर्ट को अपनी रिपोर्ट सौंपे।
वह सरकार को अपनी सिफारिशें प्रस्तुत करे।
नेशनल टास्क फोर्स का कार्यकाल शुरू में छह महीने का होगा। केंद्र सरकार टास्क फोर्स को सभी जरूरी सहायता देगी। राज्य और अस्पताल भी उसे सहयोग देंगे।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ऑडिट करने का उद्देश्य जवाबदेही सुनिश्चित करना, ऑक्सीजन का समय पर गंतव्य तक पहुंचना, अस्पतालों को इसे उपलब्ध कराना है।
ऑडिट का उद्देश्य मरीजों का इलाज करते समय डॉक्टरों द्वारा अच्छे विश्वास में किए गए फैसलों की जांच करना नहीं है।
जब तक टॉस्कफोर्स प्रस्तावित तौरतरीकों पर अपनी सिफारिशें नहीं देता है, केंद्र तब तक ऑक्सीजन के आवंटन का मौजूदा अभ्यास जारी रहेगा।
टास्क फोर्स में 12 सदस्य बनाए गए हैं।
डॉ भबतोष विश्वास, पूर्व कुलपति, पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय, कोलकाता; डॉ देवेंद्र सिंह राणा, अध्यक्ष, प्रबंधन बोर्ड, सर गंगाराम अस्पताल, दिल्ली; डॉ देवी प्रसाद शेट्टी, अध्यक्ष और कार्यकारी निदेशक, नारायण हेल्थकेयर, बेंगलुरु;
डॉ गगनदीप कांग, प्रोफेसर, क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, वेल्लोर, तमिलनाडु; डॉ जेवी पीटर, निदेशक, क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, वेल्लोर, तमिलनाडु; डॉ नरेश त्रेहन, अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, मेदांता अस्पताल शामिल हैं।
हार्ट इंस्टीट्यूट, गुरुग्राम; डॉ राहुल पंडित, निदेशक, क्रिटिकल केयर मेडिसिन और आईसीयू, फोर्टिस अस्पताल, मुलुंड और कल्याण (महाराष्ट्र);
डॉ सौमित्र रावत सर्जिकल विभाग के अध्यक्ष और प्रमुख गैस्ट्रोएंटरोलॉजी और लीवर ट्रांसप्लांट, सर गंगाराम अस्पताल, दिल्ली; डॉ शिव कुमार सरीन, वरिष्ठ प्रोफेसर और हेपेटोलॉजी विभाग के निदेशक, इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बिलीरी साइंस (ILBS),
दिल्ली; डॉ जरीर एफ उदवाडिया, कंसल्टेंट चेस्ट फिजिशियन, हिंदुजा हॉस्पिटल, ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल और पारसी जनरल हॉस्पिटल, मुंबई; सचिव, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार (पदेन सदस्य) टास्क फोर्स के सदस्य बनाए गए हैं।
(इनपुट एजेंसी से भी)
SC constitutes National Oxygen Task Force