breaking_newsअन्य ताजा खबरेंदेशदेश की अन्य ताजा खबरेंफैशनलाइफस्टाइल
Trending

Holi 2025 : होली या दुल्हंडी कब है? क्या है होलिका दहन का शुभ मुहूर्त,क्यों मनाते है होली?

इस वर्ष 2025 में होली कब (holi 2025 kab hai-holi-date) है..? और होलिका दहन का शुभ मुहूर्त क्या (Holika-Dahan-Shubh-Muhurt) है?

Holi-2025-Kab-Hai-Dhulandi-Holi-Date-Holika-Dahan-Shubh-Muhurt-Holi-Story

नयी दिल्ली (समयधारा) : देश भर में होली का खुमार छा रहा है l जैसे-जैसे होली के दिन नजदीक आते है वैसे-वैसे इस त्यौहार का खुमार और बढ़ता जाता हैl 

आपसी प्रेम को बढानें का भुजिया या भांग के रंग में रंगने का रंग, अबीर और गुलाल का रंगारंग त्यौहार होली(holi) का इंतजार किस को नहीं रहता है।

होली को दुल्हंडी(dhulandi) या बड़ी होली (Holi 2025) भी कहते है।

Holi2025 : रंगबिरंगे ‘होली’ के रंग, न कर दें आपकी ‘त्वचा को बदरंग’ 

Holi2024 : रंगबिरंगे ‘होली’ के रंग, न कर दें आपकी ‘त्वचा को बदरंग’

अब आप जानना चाहेंगे कि इस वर्ष 2025 में होली कब (holi 2025 kab hai-holi-date)है? और होलिका दहन का शुभ मुहूर्त क्या(Holika-Dahan-Shubh-Muhurt) है?

holi shayari 2021 happy holi status holi sms 2021 holi shayaris 

चूंकि हमेशा की तरह इस वर्ष भी काफी लोगों को कंफ्यूजन है कि आखिर होली 13  की है या 14 मार्च की? तो चलिए आज आपके सारे सवालों के जवाब हम देते(holi-2025-kab-hai-dhulandi-holi-date-Holika-Dahan-Shubh-Muhurt-holi-story)है।

होली का पावन पर्व होलिका दहन(Holika-Dahan 2025),जिसे आम भाषा में छोटी होली भी कहते है,से शुरू हो जाता है।

होलिका दहन फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। बुराई पर अच्छाई का प्रतीक होलिका दहन सभी नकारात्मक शक्तियों को पावन अग्नि में खत्म कर देता है।

Holi BreakingNews- केजरीवाल ने AAP का BJP में किया विलय..! 

Holi BreakingNews- केजरीवाल ने AAP का BJP में किया विलय..!

 

होलिका दहन के अगले दिन ही मुख्य होली या दुल्हंडी मनाई जाती है,

जिसमें सभी लोग एक-दूसरे को रंग,अबीर और गुलाल लगाते है। मीठी गुजियां खाते है और स्वादिष्ट पकवान बनाएं जाते है।

holi-2025-kab-hai-dhulandi-holi-date-Holika-Dahan-Shubh-Muhurt-holi-story

Holi Shayari : पिचकारी की धार, गुलाल की बौछार, अपनों का प्यार, यही तो है यारों, होली का त्यौहार !

इस साल होली या दुल्हंडी कब है?-holi 2025 kab hai dhulandi holi date

इस वर्ष होली यानि दुल्हंडी,जिसे रंगपंचमी भी कहत है,शुक्रवार 14 मार्च 2025 को है।

13 मार्च को होलिका दहन क्यों है उत्तम: ज्योतिषाचार्य विभोर इंदूसुत के अनुसार, 13 मार्च 2025 को सुबह 10 बजकर 35 मिनट से 14 मार्च 2025 को दोपहर 12 बजकर 24 मिनट तक पूर्णिमा तिथि व्याप्त रहेगी।

13 मार्च को दिन-रात पूर्णिमा तिथि होने के कारण होलिका दहन इस दिन ही किया जाएगा।

इस साल 13 मार्च 2025 होलिका दहन वाले दिन सुबह 10 बजकर 35 मिनट से रात 11 बजकर 29 मिनट तक भद्रा रहेगी।

 

हिंदू पंचागानुसार होली 2025 के लिए सटीक तारीख और समय हैं:

होलिका दहान: गुरुवार, 13 मार्च, 2025

रंगपंचमी/दुल्हंडी/होली: शुक्रवार, 14 मार्च, 2025 (Holi 2025 date 14 March 2025)

पूर्णिमा तिथि शुरू: 13 मार्च, 2025 को 10:35 बजे

पूर्णिमा तिथि समाप्त: 14 मार्च, 2025 को 12:23 बजे

 

 

 

होली पूजन का शुभ मुहूर्त

होली पूजन का शुभ मुहूर्त 13 मार्च 2025 को सुबह 10 बजकर 35 मिनट पर प्रारंभ होगा, क्योंकि इस समय से ही पूर्णिमा तिथि शुरू होगी।

13 मार्च 2025 को दोपहर 01 बजकर 30 मिनट से दोपहर 03 बजे तक राहुकाल रहेगा, इस अवधि में होली पूजन से बचना चाहिए।

क्योंकि ज्योतिष शास्त्र में राहुकाल को अशुभ समय माना गया है। इसलिए होली पूजन डेढ़ बजे से पहले कर लें या फिर 03 बजे के बाद करें।

 

 

 

होलिका दहन का शुभ मुहूर्त क्या है?-Holika Dahan 2025 Shubh Muhurat

holi-2022-kab-hai-dhulandi-holi-date-Holika-Dahan-Shubh-Muhurt-holi-story-2
होलिका दहन 2025 का शुभ मुहूर्त क्या है

होलिका दहन इस वर्ष गुरुवार,13 मार्च 2025 को है।

होलिका दहन 2025 की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त-Holika Dahan 2025 puja shubh muhurat

होलिका दहन का शुभ मुहूर्त- हिंदू धर्म में होलिका दहन प्रदोष काल में अत्यंत शुभ माना गया है।

लेकिन 13 मार्च 2025 को रात 11 बजकर 29 बजे तक भद्रा व्याप्त रहेगी। भद्राकाल में होलिका दहन वर्जित है।

इसलिए होलिका दहन का शुभ मुहूर्त 13 मार्च को रात 11 बजकर 29 मिनट पर भद्रा समाप्त होने के साथ ही शुरु होगा।

इस साल होलिका दहन 2025 का शुभ मुहूर्त मध्य रात्रि 11 बजकर 30 मिनट से रात 01 बजकर 04 मिनट तक रहेगा।

होलिका दहन 2025 मुहूर्त: 11:26 बजे से 12:30 बजे (14 मार्च)

अवधि: 1 घंटा 4 मिनट

भद्राकाल समाप्त होने के बाद ही होलिका दहन करना चाहिए। दरअसल, हिंदू शास्त्रों में भद्राकाल को अशुभ माना गया है।

ऐसी मान्यता है कि भद्राकाल में किया गया कोई भी काम सफल नहीं होता और उसके अशुभ परिणाम मिलते हैं।

holi 2021: बढ़ा कोरोना का खतरा,होली पर गलती से भी ये सब न करना

होली से जुड़ी कथा या क्यों मनाते है होली?-holi story-why is holi celebrated

धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक,प्राचीन काल में हिरण्यकश्यप नाम का एक असुर राजा था। उसने घमंड में चूर होकर खुद के ईश्वर होने का दावा किया था।

इतना ही नहीं, हिरण्यकश्यप ने राज्य में ईश्वर के नाम लेने पर ही पाबंदी लगा दी थी। लेकिन हिरण्यकश्यप का पुत्र प्रह्लाद ईश्वर भक्त था।

वहीं, हिरण्यकश्यप की बहन होलिका को आग में भस्म न होने का वरदान मिला हुआ था। एक बार हिरण्यकश्यप ने होलिका को आदेश दिया कि प्रह्लाद को गोद में लेकर आग में बैठ जाए।

लेकिन आग में बैठने पर होलिका जल गई और प्रह्लाद बच गया और तब से ही ईश्वर भक्त प्रह्लाद की याद में होलिका दहन किया जाने लगा।

एक अन्य मान्यता के अनुसार होली का त्योहार राधा-कृष्ण के पावन प्रेम की याद में मनाया जाता है। पौराणिक कथा के अनुसार एक बार बाल-गोपाल ने माता यशोदा से से पूछा था कि वो राधा की तरह गोरे क्यों नहीं हैं।

इस पर यशोदा ने मजाक में कहा कि राधा के चेहरे पर रंग मलने से राधाजी का रंग भी कन्हैया की ही तरह हो जाएगा।

इसके बाद कान्हा ने राधा और गोपियों के साथ रंगों से होली खेली और तब से यह रंगों के त्योहार के रूप में मनाया जा रहा है।

Holi-2025-Kab-Hai-Dhulandi-Holi-Date-Holika-Dahan-Shubh-Muhurt-Holi-Story

Show More

Varsa

वर्षा कोठारी एक उभरती लेखिका है। पत्रकारिता जगत में कई ब्रैंड्स के साथ बतौर फ्रीलांसर काम किया है। अपने लेखन में रूचि के चलते समयधारा के साथ जुड़ी हुई है। वर्षा मुख्य रूप से मनोरंजन, हेल्थ और जरा हटके से संबंधित लेख लिखती है लेकिन साथ-साथ लेखन में प्रयोगात्मक चुनौतियां का सामना करने के लिए भी तत्पर रहती है।

Related Articles

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Back to top button