breaking_newsHome sliderचटपट चुटकले व शायरीदिल की बात
Happy Mother’s Day 2018: सब कुछ मिल जाता है लेकिन “माँ” नहीं मिलती…

कौन सी है वो चीज़ जो यहाँ नहीं मिलती,
सब कुछ मिल जाता है लेकिन “माँ” नहीं मिलती…
माँ-बाप ऐसे होते हैं दोस्तों जो ज़िन्दगी में फिर नहीं मिलते,
खुश रखा करो उनको फिर देखो जन्नत कहाँ नहीं मिलती.

मंजिल दूर और सफ़र बहुत है…
छोटी सी ज़िन्दगी की फिकर बहुत है…
मार डालती ये दुनिया कब की हमें…
लेकिन ‘माँ’ आपकी दुआओं में असर बहुत है!!

कौन सी है वो चीज़ जो यहाँ नहीं मिलती,
सब कुछ मिल जाता है लेकिन “माँ” नहीं मिलती

किसी ने रोजा रखा किसी ने उपवास रखा,
कुबूल उसका हुआ जिसने अपने माँ-बाप को अपने पास रखा….!!

“माँ” की एक दुआ जिन्दगी बना देगी,
खुद रोएगी मगर तुम्हे हँसा देगी…
कभी भुल के भी ना “माँ” को रूलाना,
एक छोटी सी गलती पूरा अर्श हिला देगी…!!