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RBI की देशवासियों को बड़ी सौगात, तीन महीने EMI का टेंसन ख़त्म

इसका लाभ होम लोन, कार या अन्य वाहन के लिए लोन, पर्सनल लोन, मशीनरी के लिए लोन लेने वाले कारोबारियों आदि को मिलेगा

RBI Allows Banks to Put EMI on Hold
नई दिल्ली : देश में कोरोना वायरस का कहर बढ़ता ही जा रहा है l
खबर लिखे जाने तक देश में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या 724 के करीब पहुँच चूकी है l
ऐसे में पूरे देश में लॉकडाउन की स्थिति है l कोरोना वायरस ने भारत की सारी इकोनॉमिक्स को हिला कर रख दिया है l 
कल प्रधान मंत्री मोदी ने देशवासियों खासकर निचले पायदान के लोगों के लिए 1 लाख 70 हजार करोड़ का कोरोना राहत पैकेज का ऐलान किया l 
आज देशवासियों को और राहत देते हुए आरबीआई (RBI) ने भी एक बड़ा कदम उठाया l जिन लोगों ने बैंकों से टर्म लोन लिया है, 
उन्हें बड़ी राहत देते हुए अगले तीन महीने की ईएमआई(EMI) में छूट दी है l
इसका कतई यह मतलब नहीं है कि बैंक आपकी 3 महीने की EMI माफ़ कर रही है l यह सिर्फ छूट है l 
इसका लाभ सरकारी एवं निजी क्षेत्र के बैंकों, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, सहकारी बैंकों या किसी हाउसिंग फाइनैंस कंपनी से टर्म लोन लेने वाले सभी ग्राहकों को मिलेगा।
RBI Allows Banks to Put EMI on Hold

RBI की देशवासियों को बड़ी सौगात, तीन महीने EMI का टेंसन ख़त्म
RBI की देशवासियों को बड़ी सौगात, तीन महीने EMI का टेंसन ख़त्म
इस घोषणा का लाभ होम लोन लेने वालों को, कार या किसी अन्य मोटर वाहन के लिए लोन लेने वालों को,
पर्सनल लोन लेने वालों, मशीनरी के लिए लोन लेने वाले कारोबारियों आदि को मिलेगा।
इसका मतलब यह है कि अगर कोई इन तीन महीनों तक लोन की EMI नहीं भर पाता है,
तो उसकी क्रेडिट हिस्ट्री पर इसका नेगेटिव असर नहीं होगा।
कोरोनावायरस महामारी की वजह से फाइनेंशियल मार्केट में किसी तरह का कोई डिसरप्शन ना हो,
इसलिए सरकार ने यह फैसला लिया है। RBI की यह सुविधा टर्म लोन के लिए है जैसे होम लोन।
इसके तहत अगर कोई कारोबारी वर्किंग कैपिटल पर लोन की EMI नहीं चुका पाता है तो उसे डिफॉल्ट नहीं माना जाएगा।
RBI Allows Banks to Put EMI on Hold
RBI Allows Banks to Put EMI on Hold
RBI ने रेपो रेट में 0.75 फीसदी की कटौती करके उसे 4.40 फीसदी कर दिया है।
कैश रिजर्व रेशियो भी 1 फीसदी कम करके 3 फीसदी कर दिया है।
फाइनेंशियल सिस्टम में लिक्विडिटी इंप्रूव करने के लिए RBI ने यह कदम उठाए हैं। रेपो रेट में कटौती का असर आपकी EMI पर पडे़गी।   
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Varsa

वर्षा कोठारी एक उभरती लेखिका है। पत्रकारिता जगत में कई ब्रैंड्स के साथ बतौर फ्रीलांसर काम किया है। अपने लेखन में रूचि के चलते समयधारा के साथ जुड़ी हुई है। वर्षा मुख्य रूप से मनोरंजन, हेल्थ और जरा हटके से संबंधित लेख लिखती है लेकिन साथ-साथ लेखन में प्रयोगात्मक चुनौतियां का सामना करने के लिए भी तत्पर रहती है।

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