dengue-fever-treatment:इन 5 घरेलू नुस्खों से घर बैठे ठीक करें डेंगू बुखार
किसी भी बीमारी से बचाव के लिए जरुरी है कि जानें वह बीमारी है क्या और किस कारण हो रही है।डेंगू फीवर(dengue-fever)मानसून के दौरान होने वाली बीमारी है। यह एक मच्छर जनित बीमारी है जोकि प्रत्येक साल एक बड़ी आबादी को अपनी चपेट में लेती है।
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एक ओर देश में कोरोना महामारी(Coronavirus) का प्रकोप और दूसरी ओर उत्तर प्रदेश सहित देश के कई राज्यों में डेंगू बुखार(Dengue Fever)का आतंक।
उत्तर प्रदेश(Uttar Pradesh) में तो डेंगू ने मौत का ऐसा तांडव मचाया है कि कई माताओं की कोख सूनी हो गई है।
डेंगू और वायरल फीवर(Viral fever) के कारण यूपी में अभी तक आधिकारिक रूप से तो 41 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि अनाधिकारिक रूप से यह संख्या बहुत ज्यादा है।
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इतना ही नहीं, डेंगू से मरने वालों में 36 बच्चे भी है। ऐसे में जरुरी है कि हम जानें डेंगू बुखार आखिर होता क्यों है?
इसके लक्षण क्या है और आप इसका इलाज कैसे करा(dengue-fever-treatment)सकते है।
खासकर आप घर बैठे किन उपायों के सहारे डेंगू बुखार से बच सकते है।
किसी भी बीमारी से बचाव के लिए जरुरी है कि जानें वह बीमारी है क्या और किस कारण हो रही (dengue-fever-symptoms-causes)है।
डेंगू फीवर(dengue-fever)मानसून के दौरान होने वाली बीमारी है।
यह एक मच्छर जनित बीमारी है जोकि प्रत्येक साल एक बड़ी आबादी को अपनी चपेट में लेती है।
हर साल होने वाले डेंगू फीवर ने आखिर इस साल इतना आतंक क्यों मचा रखा है?खासकर उत्तर प्रदेश में।
दरअसल, मानसून(Monsoon) में डेंगू के केस बढ़ जाते है चूंकि कहीं पर भी रुका हुआ पानी डेंगू के मच्छर को पनपने में मदद करता है।
खतरनाक बात यह है कि डेंगू का मच्छर साफ पानी में ही ज्यादा पनपता है। जैसे कूलर का पानी,गमलों का पानी,पानी की टंकी,जोकि लंबे समय से खुली पड़ी हो और पानी इन जगहों पर ठहरा हुआ हो।
ऐसे में डेंगू का मच्छर अपनी प्रजनन क्षमता को विकसित कर लेता है और आसपास के लोगों को प्रभावित करता है।
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डेंगू बुखार के लक्षण(dengue fever symptoms)
डेंगू बुखार के लक्षण बिल्कुल कोरोनावायरस से मिलते है लेकिन फिर भी यह कोरोना से जुदा बीमारी है।
चूंकि यह एक मानसून जनित बीमारी है। यहां हम आपको डेंगू बुखार के लक्षण बता रहे है।
-सिरदर्द
-तेज बुखार
-उल्टी
-त्वचा पर लाल रंग के चकत्ते पड़ जाना
-आंखों के पीछे दर्द महसूस होना।
-जोड़ों में दर्द होना।
-जी मिचलाना।
इनमें से कोई भी लक्षण आपको फील हो तो हल्क में न लें। समय रहते ही अपने डॉक्टर से संपर्क करें और इलाज लें।
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हालांकि अगर आप किसी ऐसी स्थिति में है जहां आप अकेले है और आपको या आपके किसी प्रियजन को डेंगू बुखार के लक्षण दिख रहे है, तो प्राथमिक चिकित्सा के तौर पर आप कुछ घरेलू उपायों को भी अपना सकते है।
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डेंगू के लिए घरेलू नुस्खे स्थिति को गंभीर होने से बचा सकेत है और तेज बुखार को कम कर सकते है।
दरअसल डेंगू बुखार में तेजी से ब्लड प्लेटलेट्स गिरती और स्थिति आपातकालीन हो जाती है।
इसलिए ऐसे में जरुरी है कि आपको डेंगू बुखार को नियंत्रित करने के लिए कुछ घरेलू नुस्खे (dengue-fever-treatment-home-remedies)पता हो।
चलिए बताते है डेंगू के इलाज में कारगर घरेलू नुस्खे:dengue fever home remedies
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1.रोग प्रतिरोधक क्षमता या इम्यूनिटी मजबूत करने वाले खाद्ध पदार्थ
डेंगू हो या कोरोना सभी का सामना करने के लिए आपका इम्यून सिस्टम मजबूत होना अनिवार्य है। स्ट्रॉन्ग इम्यूनिटी के साथ आप डेंगू बुखार फौरन कंट्रोल कर सकते है और ठीक हो सकते है।
डेंगू के शुरुआती लक्षणों में स्ट्रॉन्ग इम्यूनिटी(Immunity) ट्रीटमेंट का काम करेगी।
इसलिए जरुरी है कि आप अपने खान-पान में रोग-प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करनी चीजों को शामिल करेंजैसेकि-संतरा,नींबू,आंवला या खट्टे फल और खाद वस्तुएं, बादाम, हल्दी,लहसुन और अदरक इत्यादि।
2. फ्रेश अमरूद का रस
अमरूद गुणों का खजाना हाै। अमरूद का रस कई पौष्टिक तत्वों से परिपूर्ण होता है। इसमें विटामिन सी होता है जोकि इम्यूनिटी स्ट्रॉन्ग करने में हेल्प करता है।
डेंगू बुखार के ट्रीटमेंट के लिए आप अपने खाने में फ्रेश अमरूद के रस को शामिल कर सकते हैं। इतना ही नहीं, अमरूद का रस आपको बहुत से अन्य हेल्थ बेनिफिट्स देता है।
आप एक कप अमरूद का रस दिन में दो बार पी सकते है। आप चाहे तो जूस की जगह आप ताजा अमरूद भी खाने में शामिल कर सकते है।
3. गिलोय का रस
डेंगू बुखार में गिलोय के रस का सेवन काफी लाभप्रद है। दरअसल, गिलोय का जूस आपके मेटाबॉलिज्म के रेट में सुधार करता है और आपकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
चूंकि स्ट्रांग इम्यूनिटी कडेंगू बुखार से लड़ने में हेल्प करती है। डेंगू बुखार के कारण तेजी से गिरते प्लेटलेट्स काउंट को बढ़ाने में यह इम्यूनिटी मदद करती है और मरीज जल्द ठीक होता है।
गिलोय का रस बनाने के लिए आप एक गिलास पानी लें और उसमें गिलोय के पौधे के 2छोटे तने उबाल लें। हल्का गर्म होने पर इस पानी को पी लें।
आप चाहे तो एक कप उबले पानी में गिलोय के रस की कुछ बूंदें भी मिला सकते हैं और इसाक सेवन दिन में 2 कर सकते हैं, हालांकि इस बात का ध्यान रखें कि आप गिलोय के जूस का ज्यादा सेवन न करें।
4. पपीते के पत्तों का रस
डेंगू बुखार में प्लेटलेट्स तेजी से गिरते है,ऐसे में पपीते के पत्तों का रस प्लेटलेट काउंट की वृद्धि में मदद करता है।
पपीते के पत्ते का रस आपकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है जोकि डेंगू के ट्रीटमेंट में हेल्प करता है।
डेंगू बुखार के लिए पपीते के पत्तों का उपयोग करने के लिए पपीते के कुछ पत्ते लें और फिर उन्हें पीसकर उनका रस निकाल लें।
श्रेष्ठ परिणाम के लिए मरीज को दिन में दो बार पपीते के पत्ते के रस की थोड़ी मात्रा का सेवन करना चाहिए।
5. मेथी दाना डेंगू बुखार में लाभकारी है
मेथी दाना तकरीबन हर किसी की रसोई में उपलब्ध होता है। मेथी के बीच बहुत से पौष्टिक तत्वों से परिपूर्ण होते है,जोकि डेंगू को नियंत्रित करने में मदद करते है।
इसका डेंगू बुखार में ऐसे सेवन करें। आप कुछ मेथी के दानों को एक कप गर्म पानी में भिगो दें।
फिर पानी को ठंडा होने दें और इसे दिन में दो बार पी लें।
मेथी का पानी आपको इसके अलावा अन्य हेल्थ बेनिफिट भी देता है। चूंकि यह विटामिन C, K और फाइबर से परिपूर्ण होता है।
मेथी का पानी डेंगू बुखार को कम करेगा और आपकी इम्यूनिटी को मजबूत बनाएगा।
जैसे ही आपको अपने शरीर में डेंगू बुखार के लक्षण दिखें, तो फौरन अपना टेस्ट करा लें और डॉक्टर से मदद लें।
डेंगू बुखार के इलाज के लिए ऊपर बताएं घरेलू नुस्खे प्रभावी तरीके से बीमारी को कंट्रोल करने में कुछ हद तक मदद कर सकते है लेकिन इन पर ज्यादा लंबे वक्त तक के लिए डिपेंड न रहें।
नोट: यह पोस्ट केवल सामान्य जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखी गई है। इसे किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा का विकल्प न समझें। उचित इलाज के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श लें। समयधारा इनकी सटीकता की जिम्मेदारी नहीं लेता।