Editorial on Budget 2021-22 in Hindi
नई दिल्ली (समयधारा): मोदी सरकार का नौवां आम बजट(Union Budget 2021)आज पेश हो गया l देश की वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने डिजिटल बजट पेश किया l
लगभग 2 घंटे से भी ज्यादा चले बजट भाषण में वित्तमंत्री (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने मोदी सरकार की कई उपलब्धियों को गिनाया l
इस बजट को देश के कई बड़े अर्थशास्त्रियों ने 10 में से 8/9 अंक दिये l
इस बजट से एक तरफ टैक्स में कोई बढ़ोतरी नहीं होने से आम नागरिक ने थोड़ी राहत महसूस की तो
वही दूसरी तरफ इनकम टैक्स(Income tax) में कोई रियायत नही मिलने से कई लोग निराश भी दिखें l
Editorial on Budget 2021-22 in Hindi
बजट 2021 में आने वाले बंगाल,असम और तमिलनाडु चुनावों की छाप साफ़ नजर आई l प्रधानमंत्री ने बजट को सभी राज्यों के विकास वाला बजट बताया l
वहीं उन्होंने इसे किसानों की आय बढ़ाने वाला बजट बताया l मोदी जी के नजरों में लोगों के जीवन में बदलाव लाने वाला बजट है l
Covid 19 के चलते इस बार बजट पेपरलेस हुआ l इस बजट की सॉफ्टकॉपी ऑनलाइन द्वारा सांसदों के लिए उपलब्ध हुई l
हर बार की तरह इस बार भी हम सबसे पहले आपके लिए लाये है (Editorial on Budget 2021-22 in Hindi)
इस बजट संपादकीय(Editorial on Budget 2021-22 in Hindi)में हम आपको बजट के सभी पॉइंट्स को कवर करते है l
हम सबसे पहले इसका विश्लेषण करके हमारे पाठकों के रिएक्शन बताते है l
समयधारा की टीम दिल्ली-मुंबई सहित देश के लगभग सभी शहरों-गावों से बजट पर ख़ास व आम लोगों की राय आप तक पहुंचाते है l
हमारा मकसद आप तक बजट को लेकर-आम राय व बजट से हमें क्या-मिला-क्या-खोया उसके बारे में बताना है.
चलियें अब बात करते है बजट 2021 की सबसे पहले बताते है यूनियन बजट (Union Budget 2021-22) की मुख्य बातें (Budget key Points) की l
- इस बजट में हेल्थ सेक्टर पर विशेष ध्यान दिया गया है पहली बार हेल्थ सेक्टर को 2.23 लाख करोड़ रुपये का बड़ा पैकेज मिला l कोरोना ने हेल्थ सेक्टर पर सरकार का ध्यान खीचा l
- पिछली बार की तरह इस बार भी आत्मनिर्भर भारत पर जोर ज्यादा रहा l जिसके चलते कॉटन पर 10% टैक्स हो या चार्जर आदि पर टैक्स बढना एक तरह से इन से जुड़ीं वस्तुओं को महंगा कर गया l
मोबाइल फोन और मोबाइल फोन के पार्ट, चार्जर, गाड़ियों के पार्ट्स, इलेक्ट्रानिक उपकरण जैसे-एसी,फ्रिज महंगे हुए। इम्पोर्टेड कपड़े, सोलर इन्वर्टर, सोलर से उपकरण जैसे-LED लाइट,इन्वर्टर महंगे, कॉटन, चमड़े का समान महंगा, मसूर दाल और काबुली चने महंगे भी अब महंगे हो गए l
बात करे सस्ती वस्तुओं की तो अब स्टील से बने सामान, सोना-चांदी तांबे के सामान, चमड़े से बने सामान आदि l
कुल मिलाकर बजट के बारे में विशिष्ट व अर्थशाष्त्रीयों की राय में यह बजट शानदार रहा l
पर आम नागरिको की नजर में इस बजट से उन्हें कोई ख़ास फायदा नजर नहीं आया l
Editorial on Budget 2021-22 in Hindi
मुंबई कल्याण के रुपेश भाई से जब हमारे सवांददाता विनोद जैन ने बात की तो उनका रिएक्शन यह था l
हमने सोचा था नौकरीपेशा लोगों के लिए इस बजट में कुछ ख़ास होगा l पिछले कई दिनों से नौकरी से कम सैलरी आने से हम परेशान थे l
एक तो कोरोना ऊपर से मालिक लोगों ने उनकी तनख्वाह में कटौती से हम काफी परेशान थे, बजट से उन्हें काफी उम्मीद थी की सरकार उनकी इस समस्या पर जरुर ध्यान देती l
वही बात करें बैंगलोर के पिल्लई की तो उनकी नजर में बजट से उन्हें कुछ ख़ास नहीं मिला l उनके लिए यह आम बात थी l
राजस्थान के डूंगरपुर गावं से मेहुल जी ने बजट पर अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा कि
इस बजट में बेरोजगारी ख़त्म करने का कोई बड़ा प्रावधान नहीं बनाया गया l कोरोना के कारण उनकी नौकरी भी गयी थी और सैलरी में कटौती भी हुई थी।
इतना ही नहीं, एक ओर तो सरकार डिजिटल इंडिया का नारा लगाकर सबकुछ डिजिटल करने की योजना बना रही है। ऐसे में मोबाइल और इलेक्ट्रोनिक आइटम्स के कुछ पार्ट्स पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाकर मिडिल क्लास की जेब भी काट रही है।
तो कुल मिलाकर देश भर के करीब 1200-1500 लोगों की राय माने तो मोटे तौर पर लोगों को सरकारी नौकरी के अवसरों और इनकम टैक्स स्लैब को लेकर सरकार से बहुत अपेक्षा थी, पर उन्हें निराशा ही हाथ लगी l
हमारी नजर में बजट संतोषजनक रहा l कुछ मामलों में बजट शानदार रहा तो बेरोजगारी और आम आदमी को इनकम टैक्स स्लैब में राहत के मामले में बजट2021 पूरी तरह फेल ही रहा।
इतना ही नहीं, रक्षा क्षेत्र के लिए भी बजट में कुछ आवंटित नहीं किया गया। जबकि बॉर्डर पर चीन और पाकिस्तान दोनों से युद्ध के अवसर बन रहे है।
जानियें बजट की मुख्य बातें l
- मोबाइल उपकरणों पर कस्टम ड्यू
- टैक्स ऑडिट की सीमा को 5 करोड़ रुपुये से बढ़ाकर 10 करोड़ रुपये करने का प्रावधान किया।
- सस्ते मकानों पर ब्याज में राहत 1 साल के लिए बढ़ी।
Editorial on Budget 2021-22 in Hindi
- टी 2.5% हुई।
- स्टील पर कस्टम ड्यूटी घटाकर 7.5% की गई।
- ब्याज और पेंशन से होने वाली आय में 75 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को आई-टी रिटर्न फाइलिंग में छूट मिलेगी।
- इस वित्त वर्ष में सरकार का राजकोषीय घाटा GDP के 9.5% के बराबर रहने की संभावना है l
- राजकोषीय घाटे को पूरा करने के लिए 80,000 करोड़ रुपये का जरूरत l
- सरकार सरकारी इंश्योरेंस कंपनी LIC का IPO लॉन्च करने की तैयारी l
- 15,000 स्कीलों को आदर्श स्कूल बनाया जाएगा। रिसर्च के क्षेत्र में 50,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
- आदिवासी इलाकों में स्कूल खोलने पर 38,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
Editorial on Budget 2021-22 in Hindi
- वित्त वर्ष 2022 के लिए 1.76 लाख करोड़ विनिवेश का लक्ष्य रखा l
- पब्लिक सेक्टर बैंकों में और 20,000 करोड़ रुपये कैपिटल इंफ्यूज किया जाएगा।
- इंश्योरेंस सेक्टर को विदेशी निवेश को मंजूरी फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण ने इंश्योरेंस सेक्टर को विदेशी निवेश के लिए और खोल दिया है। इंश्योरेंस सेक्टर में अब विदेशी निवेश की सीमा (FDI) 74 फीसदी है। यह पहले 49 फीसदी थी l
- मेट्रो के लिए 11 हजार करोड़ दिए गए है l
- रेलवे को मिलें रिकॉर्ड 1 लाख 10 हजार 55 करोड़ से ज्यादा रकम
- बंगाल में नेशनल हाईवे पर 25,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
- भारत सरकार के स्वास्थ्य बजट में 137% की बढ़ोतरी की गई है और 2021-22 के दौरान सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र में 2.23 लाख करोड़ रुपये खर्च करने जा रही है।
आप आम बजट 2021 पर अपनी राय हमें कॉमेंट करके या मेल कर जरुर बताएं l
Editorial on Budget 2021-22 in Hindi