LIVE RBI प्रेस कांफ्रेंस : बैंक ज्यादा कर्ज दे सके इसलिए रिवर्स रेपो रेट0.25 फीसदी की कमी
शक्तिकांत दास ने आज कोविड 19 को लेकर कहा कि अँधेरे के वक्त उजाले की और देखना है, बैंक ज्यादा कर्ज दे इसलिए रिवर्स रेपो रेट में कमी की रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं
live-rbi-press-conference : reverse-repo-rate-reduced-by-point25-percent
मुम्बई (समयधारा) : RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज प्रेस कांफ्रेंस कर कहा की covid19 को लेकर पूरे देश में हालात काफी खराब है l
हम मार्केट पर कड़ी नजर बनाये हुई है l वित्तीय हालात पर भी हमारी नजर बनायी हुई है l
कोरोना की लड़ाई में बैंक वित्तीय संस्थानों व् सभी विभागों को सलाम l वित्तीय नुकसान कम करने पर ध्यान देना हमारी पहली प्राथमिकता l
कोरोना से लड़ाई में हामारी पूरी टीम जुटी है l अँधेरे के वक्त उजाले की और देखना है l
आरबीआई गवर्नर ने कहा हमारी हर सेक्टर पर नजर बनी हुई है l भारत के हालात बाकी देशों से बेहतर है l
जी20 देशों में हमारी अर्थव्यवस्था सबसे अच्छी l दुनिया में बड़ी मंदी के आसार है l
दुनियाभर में कच्चे तेल के दाम लगातार गिर रहे हैl दुनिया में 9 ट्रिलियन डॉलर के नुकसान की आशंका l
2020-2021 में IMF ने कोरोना जाने के बाद विकास दर 7.4 रहने का अनुमान बताया है l
गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा की ATM अपनी क्षमता के 90 फीसदी से भी ज्यादा काम कर रहे है l
live-rbi-press-conference : reverse-repo-rate-reduced-by-point25-percent
लॉक डाउन के बीच कई राजों में फसलों की कटाई जारी है l देश में अनाज की कोई कमी नहीं l
लॉकडाउन के चलते खेती के लिए मजदूरों की कमी l खरीफ की बुवाई में तेजी l
कोरोना का असर बड़े और छोटे उद्योगों पर पड़ा l लॉक डाउन के चलते सप्लाई चैन पर असर l बैंकों के पास पैसों की कोई कमी नहीं l नेट बैंकिंग मोबाइल बैंकिंग में तेजी l
नकदी बढाने के लिए GDP की 3.2 फीसदी नकदी डाली l बैंक ज्यादा कर्ज दे इसलिए रिवर्स रेपो रेट में कमी की गयी l
सिस्टम में नकदी संकट कम करने के लिए RBI ने थ्री लॉन्ग टर्म रेपो ऑपरेशंस (TLTRO) शुरू किया है।
25,000 करोड़ रुपए का TLTRO आज यानी 17 अप्रैल को शुरू किया जाएगा।
live-rbi-press-conference : reverse-repo-rate-reduced-by-point25-percent
इससे कॉरपोरेट बॉन्ड मार्केट में तेजी आई है। साथ ही म्यूचुअल फंड पर रीडम्पशन का दबाव भी कम हुआ है।
RBI लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है कि फाइनेंशियल सिस्टम ठीक से काम कर रहा है या नहीं।
आज TLTRO-2 ऑक्शन का नोटिस जारी होगा l
यह रही उनकी प्रेस कांफ्रेंस की प्रमुख बातें
- इस साल 1.90 की विकास दर रह सकती है l
- रिवेर्स रेपो रेट 4 फीसदी से 3.75 फीसदी हुई l
- विदेश मुद्रा भण्डार 476.5 अरब डॉलर l
live-rbi-press-conference : reverse-repo-rate-reduced-by-point25-percent
- SIDBI को 15000 करोड़ की नकदी देंगे l
- NABARD को 25000 करोड़ की नकदी देंगे l
- NHB को 10,000 करोड़ की नकदी देंगे l
- नकदी बढाने के लिए GDP की 3.2 फीसदी नकदी डाली l
- सिस्टम में लिक्वडिटी मेंटेन किया जाए।
- बैंक क्रेडिट फ्लो को फैसिलिटेट किया जाए और बढ़ाया जाए।
- फाइनेंशियल दवाब को कम किया जाए।
- मार्केट्स में फॉर्मल वर्किंग शुरू हो सके।
live-rbi-press-conference : reverse-repo-rate-reduced-by-point25-percent
RBI गवर्नर ने कहा, दूसरे प्रोडक्शन सेक्टर्स में हालात काफी खराब है जो IIP के आंकड़ों में शामिल नहीं है।
Covid-19 का असर अभी IIP के आंकड़ों में शामिल नहीं है, इसलिए आंकड़ों से किसी तरह की गलतफहमी नहीं होनी चाहिए।
RBI गवर्नर ने कहा, मार्च में ऑटोमोबाइल के प्रोडक्शन और सेल्स में बड़ी गिरावट आई है।
एक्सपोर्ट बंद होने के कारण मार्च 2020 में सर्विस PMI घटकर सुस्ती में आ गई। मार्च में एक्सपोर्ट में 34.6 फीसदी की कमी आई है।
कोरोनावायरस की वजह से बिजली की डिमांड में करीब 25-30 फीसदी की कमी आई है। ग्लोबल क्राइसिस के मुकाबले अभी हालात ज्यादा बुरे हैं।
दास ने कहा, मॉनसून से पहले खरीफ फसल की बुआई अच्छी है। पिछले साल के मुकाबले इस साल अप्रैल अंत तक धान (Paddy) की बुआई 37 फीसदी ज्यादा है। 1
5 अप्रैल को मौसम विभाग IMD ने भी इस साल सामान्य मॉनसून रहने का अनुमान जताया है। ये शुरुआती संकेत हैं और इससे रूरल डिमांड बढे़गी।
RBI गवर्नर ने कहा, दूसरे प्रोडक्शन सेक्टर्स में हालात काफी खराब है जो IIP के आंकड़ों में शामिल नहीं है।
Covid-19 का असर अभी IIP के आंकड़ों में शामिल नहीं है, इसलिए आंकड़ों से किसी तरह की गलतफहमी नहीं होनी चाहिए।
live-rbi-press-conference : reverse-repo-rate-reduced-by-point25-percent
शक्तिकांत दास ने कहा, कुछ फाइनेंशियल मार्केट में उतारचढ़ाव बना हुआ है।
क्रूड ऑयल की कीमतों में भी तेजी नरमी बनी हुई है। OPEC देशों ने क्रूड के प्रोडक्शन में कमी का फैसला कर लिया है। I
MF के अनुमान के मुताबिक, भारत कोरोनावायरस संकट के बाद फिस्कल ईयर 2022 में देश के GDP की ग्रोथ 7.4 फीसदी रह सकती है।
कुछ एरिया में मैक्रो इकोनॉमी कमजोर हुई है तो कहीं रोशनी की किरण भी नजर आई है।
पिछली बार हमारे संबोधन से लेकर अब तक मैक्रो इकोनॉमिक फाइनेंशियल सिचुएशन खराब हुई है।
हालांकि भारत उन देशों में शामिल है जिनकी GDP पॉजिटिव है।
आरबीआई की प्रेस कॉन्फ्रेंस के पहले शेयर मार्केट में जबरदस्त तेजी का माहौल है l जानियें इससे पहले शेयर बाजार का हाल l