Farmers Protest:बेनतीजा रही किसान-सरकार के बीच वार्ता,अगली बातचीत 8 जनवरी
दिल्ली (Delhi) की सीमाओं पर तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर हजारों किसान कड़ाके की सर्दी के बावजूद गत 40 दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं...
Farmers Protest: govt-kisan next meeting on 8 Jan
नई दिल्ली:नए कृषि कानूनों (New Farm Laws) के खिलाफ जारी किसान आंदोलन (kisan andolan) जारी है।
सोमवार दोपहर सरकार के प्रतिनिधियों और किसान नेताओं के बीच सातवें दौर की बातचीत हुई जोकि फिर बेनतीजा(Farmers-govt talk disinterested)रही।
अब सरकार और किसान संगठनों के बीच आठवें दौर की बातचीत 8 जनवरी(Farmers Protest:govt-kisan next meeting on 8 Jan) को होगी।
दरअसल, दिल्ली की हांड कंपाती ठंड में देशभर के किसान दिल्ली बॉर्डर पर बैठे है और निरंतर मांग कर रहे है कि सरकार तीनों नए कृषि बिल वापस लें चूंकि यह किसान विरोधी है।
जबकि सरकार भी लगातार अपने रुख पर अड़ी है कि वह बिलों में संशोधन को तैयार है लेकिन बिल वापस नहीं लेगी।
अब दोनों पक्षों के बीच 8 जनवरी 2021 को एक बार फिर से बात (Farmers Protest: govt-kisan next meeting on 8 Jan)होगी।
सरकार के मंत्रियों ने कहा कि वे एक बार फिर से किसान संगठनों से बात करेंगे।
सरकार के साथ किसान नेताओं की मुलाकात(Farmers-Govt meeting) के बाद राकेश टिकैत ने कहा कि 8 तारीख को सरकार के साथ फिर से मुलाकात होगी।
तीनों कृषि कानूनों को वापिस लेने पर और MSP (Minimum Support Prices) दोनों मुद्दों पर 8 तारीख को फिर से बात होगी।
हमने बता दिया है कि कानून वापसी नहीं तो घर वापसी नहीं होगी। एक अन्य किसान नेता ने कहा कि हमने बताया कि पहले कृषि कानूनों को वापिस किया जाए, MSP पर बात बाद में करेंगे।
8 तारीख तक का समय सरकार ने मांगा है। उन्होंने कहा कि 8 तारीख को हम सोचकर आएंगे कि ये कानून वापिस हम कैसे कर सकते हैं, इसकी प्रक्रिया क्या हो।
वहीं, किसान नेताओं से मुलाकात के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने कहा कि चर्चा का माहौल अच्छा था,
लेकिन किसान नेताओं के कृषि कानूनों की वापसी पर अड़े रहने के कारण कोई रास्ता नहीं बन पाया।8 तारीख को अगली बैठक (Farmers Protest: govt-kisan next meeting on 8 Jan)होगी।
किसानों का भरोसा सरकार पर है इसलिए अगली बैठक तय हुई है। उन्होंने कहा कि चर्चा जिस हिसाब से चल रही है, किसानों की मान्यता है कि सरकार इसका रास्ता ढूंढे और आंदोलन समाप्त करने का मौका दे।
कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार देशभर के किसानों के प्रति प्रतिबद्ध है। सरकार जो भी निर्णय करेगी, सारे देश को ध्यान में रखकर ही करेगी।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हम चाहते हैं कि किसान यूनियन की तरफ से वो विषय आए जिस विषय में किसान को कोई परेशानी होने वाली है, उस विषय पर सरकार खुले मन से विचार करने को तैयार है।
Farmers Protest: govt-kisan next meeting on 8 Jan
बता दें कि केंद्र सरकार (Central Government) के कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ किसानों के आंदोलन (Farmers Protest) का आज (4 जनवरी 2021) 40वां दिन है।
हजारों की संख्या में किसान 26 नवंबर से ही दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं।
दिल्ली (Delhi) की सीमाओं पर तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर हजारों किसान कड़ाके की सर्दी के बावजूद गत 40 दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं।
किसानों को आशंका है कि नए कानून से मंडी व्यवस्था समाप्त हो जाएगी और वे उद्योगपतियों की दया पर आश्रित हो जाएंगे।
Farmers Protest: govt-kisan next meeting on 8 Jan
(इनपुट एजेंसी से भी)