
नई दिल्ली:Sawan ka pehla somwar 2025-shiv pooja vidhi-Mantra-jalabhishek-time-श्रावण मास (Sawan 2025)का आरंभ इस वर्ष 11 जुलाई 2025 से हो चुका है।
हिंदू पंचांग के अनुसार श्रावण मास को भगवान शिव(Lord Shiva)का अत्यंत प्रिय मास माना गया है।
धार्मिक मान्यता है कि सावन में भक्त अगर केवल एक लोटा जल भी श्रद्धापूर्वक शिवलिंग पर अर्पित करें, तो महादेव प्रसन्न होकर उन्हें सुख, शांति और समृद्धि का वरदान देते हैं।
📅 सावन का पहला सोमवार कब है?- Sawan ka pehla somwar 2025 kab hai
2025 में सावन का पहला सोमवार 14 जुलाई को पड़ रहा है। इस दिन व्रत रखकर भगवान शिव की पूजा करना विशेष फलदायक माना गया है।
इस साल सावन का आरंभ11 जुलाई से हो गया है और समाप्ति 9 अगस्त 2025 को हो रहा है।

🕉️ क्यों विशेष होता है सावन सोमवार का व्रत?- Why important sawan somvar vrat?
सावन में प्रत्येक सोमवार(Sawan Somvar)का विशेष धार्मिक महत्व है। शिवभक्त इस दिन उपवास रखते हैं और शिवलिंग पर जल, बेलपत्र, धतूरा, आक, सफेद पुष्प और अन्य पूजन सामग्रियों से पूजन कर भोलेनाथ को प्रसन्न करते हैं।
धार्मिक ग्रंथों में वर्णित है कि जो भी व्यक्ति सावन के सोमवार को विधिपूर्वक पूजन करता है, उसकी मनोकामनाएं अवश्य पूर्ण होती हैं।

🔱 पूजन विधि: कैसे करें शिव आराधना?- Shiv pooja vidhi
प्रातःकाल स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
शिवलिंग को जल, दूध, दही, शहद, घी व गंगाजल से अभिषेक करें।
इसके बाद बेलपत्र, धतूरा, सफेद पुष्प, भस्म, अक्षत आदि अर्पित करें।
भगवान शिव को सफेद मिठाई का भोग लगाएं।
अंत में शिव मंत्रों का जप करते हुए तीन बार ताली बजाकर आरती करें।
⏰ जलाभिषेक और पूजन के शुभ मुहूर्त (14 जुलाई 2025):Jalabhishek time
ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 04:11 से 04:52 तक
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 11:59 से 12:55 तक
प्रदोष काल: सूर्यास्त से डेढ़ घंटे पहले और सूर्यास्त से डेढ़ घंटे बाद तक का समय– अत्यंत शुभ जलाभिषेक हेतु
🪔 इन पावन मंत्रों के साथ करें शिवलिंग का अभिषेक:Shiv Mantra
निष्कर्ष:
अगर आप इस सावन भगवान शिव की कृपा पाना चाहते हैं, तो श्रद्धापूर्वक व्रत रखकर उक्त विधि से पूजा जरूर करें। इस पावन मास में सच्चे मन से शिवलिंग पर जल चढ़ाना भी अत्यंत पुण्यकारी माना गया है।
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