Breaking News : महंत नरेंद्र गिरि का सुसाइड नोट, जाने सभी बातें
सभी शिष्य बलबीर गिरि को उत्तराधिकारी बनायें, मेरी मौत के जिमेदार लोगों पर कार्रवाई हो, तभी मेरी आत्मा को शांति मिलेगी.
Breaking News: Mahant Narendra Giri’s suicide note
हरिद्वार/नई दिल्ली (समयधारा) : महंत नरेंद्र गिरि की मौत की जांच अब SIT करेगी l जांच करनेवाली SIT में 18 सदस्य होंगे l
इस बीच नरेंद्र गिरि का सूसाइड नोट मिला हैl जानते है सूसाइड नोट की प्रमुख बातेंl
- महंत ने अपने सूसाइड नोट में ब्लैकमेलिंग की बात कही हैl
- महंत ने अपने सूसाइड नोट में बलबीर गिरि को उत्तराधिकारी बनाने की बात कहीl
- उन्होंने अपने नोट में एक महिला के साथ उनके फेक फोटो को वायरल होने की बात कहीl लेटर में कही जगह लड़की/फोटो का जिक्रl
- नरेंद्र गिरि ने कहा में 13 सितंबर को ही सूसाइड करने जा रहा थाl हिम्मत नहीं कर पायाl
- सूसाइड नोट में कही जगह लिखकर मिटायाl
- आनंद के आरोपों से मठ की बदनामी हुईl
- सूसाइड नोट में आनंद गिरि पर गंभीर आरोप l उन्हें मौत का जिम्मेदार ठहरायाl
- उन्होंने प्रयागराज के सभी पुलिस अधिकारीयों को उनके सूसाइड के लिए जिम्मेदार व्यक्ति पर कार्रवाई करने की बात ताकि उनकी आत्मा को शांति मिले l
- आनंद गिरि, आद्या तिवारी और संदीप तिवारी उन्हें फंसाने की कोशिश में लगे हुए हैl
अब उनके मौत की वजह क्या रही ..? उनकी ह्त्या की गयी या उन्होंने दबाव में बदनामी के डर से सूसाइड की..?
सभी बातों का खुलासा होना है l पर महंत की मौत ने देश भर में सनसनी फैला दी है l
Breaking News: Mahant Narendra Giri’s suicide note
इससे पहले,
सियासी हलकों में उस समय भूचाल आ गया जब सोमवार शाम खबर आई कि प्रयागराज(Prayagraj) में
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद(Akhil-bharatiya-akhara parishad) के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत(mahant-narendra-giri-dies)हो गई।
वह निरंजनी अखाड़ा के सचिव भी थे। पुलिस ने शुरुआती जांच के बाद दावा किया है कि
महंत नरेंद्र गिरि ने अपने मठ बाघंबरी गद्दी में सोमवार की शाम कथित तौर पर आत्महत्या की(mahant-narendra-giri-death-police-claim-suicide) है।
दरअसल पुलिस का कहना है कि उन्हें महंत के शव के पास से सूसाइड नोट भी मिला है।
कहा जा रहा है कि इस सूसाइड नोट में महंत ने अपने शिष्य आनंद गिरि से दुखी होने की बात लिखी है।
उधर, उत्तराखंड पुलिस ने उनके शिष्य आनंद गिरि को हरिद्वार में हिरासत में ले लिया है।
उसे गिरफ्तार करने के लिए यूपी पुलिस हरिद्वार के लिए रवाना हो(Breaking News: Mahant Narendra Giri’s suicide note) गई है।
महंत नरेंद्र गिरि(mahant-narendra-giri)को कथित आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में शिष्य आनंद गिरि के अलावा एक आद्या तिवारी को भी पुलिस ने हिरासत में लिया।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने आद्या तिवारी को प्रयागराज से ही गिरफ्तार किया है। आद्या तिवारी बड़े हनुमान मंदिर के पुजारी हैं।
हरिद्वार के एसएसपी योगेंद्र रावत के अनुसार, यूपी पुलिस से सूचना मिली थी कि महंत नरेंद्र गिरि ने आत्महत्या(mahant-narendra-giri-suicide)की है।
महंत के कमरे में एक सूसाइड नोट सामने आया है, जिसमें संत आनंद गिरि का नाम सामने आया है।
इस सूचना पर हरिद्वार पुलिस एक्टिव हुई। इसके बाद हरिद्वार पुलिस की एक टीम श्यामपुर के गाजावाली स्थित संत आनंद गिरि के आश्रम पहुंची और उन्हें हिरासत में लिया है।
बताया गया है कि यूपी पुलिस की एक टीम आनंद गिरि को अरेस्ट करने के लिए वहां से रवाना हो गई है।
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आद्या तिवारी भी हिरासत में
Breaking News: Mahant Narendra Giri’s suicide note
इस बीच, अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी के लिखे सूसाइड नोट में आत्महत्या के लिए जिम्मेदार ठहराए गए आरोपियों में से एक आद्या तिवारी को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने आद्या तिवारी को प्रयागराज से ही गिरफ्तार किया है। आद्या तिवारी बड़े हनुमान मंदिर के पुजारी हैं।
गौरतलब है कि महंत नरेंद्र गिरी के पास से मिले सूसाइड नोट में आनंद गिरी, आद्या तिवारी और संदीप तिवारी पर मानसिक तौर से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया गया है।
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महंत का शव पंखे से लटका मिला
Breaking News: Mahant Narendra Giri’s suicide noteइससे पहले आईजी प्रयागराज रेंज केपी सिंह ने मठ बाघंबरी गद्दी में पत्रकारों को बताया कि शाम को पुलिस के पास फोन आया कि महाराज जी (महंत नरेंद्र गिरि) पंखे पर फांसी के फंदे पर लटक गए हैं।
महंत के शिष्यों के मुताबिक, घटना के समय दरवाजा भीतर से बंद था और उन्होंने दरवाजा तोड़कर उन्हें फंदे से उतारकर जमीन पर लिटाया।
सिंह ने बताया कि पुलिस जब घटनास्थल पर पहुंची तो महंत की मृत्यु हो चुकी थी। उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला नजर आता है और घटनास्थल से सात-आठ पेज का सूसाइड नोट भी मिला है,
जिसमें महंत ने अपने आश्रम के बारे में क्या करना है.. एक तरह से वसीयतनामा लिखा है।
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सूसाइड नोट में महंत ने शिष्य पर लगाएं गंभीर आरोप
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आईजी ने कहा कि सूसाइड नोट में महंत ने लिखा है कि वह अपने एक शिष्य से दुखी थे। सिंह ने कहा कि अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष का निधन बहुत दुखद है।
हम आगे की विवेचना कर रहे हैं। महंत जी दिन में जिस गेस्ट हाउस में रहते थे, उनका शव वहां मिला।
उन्होंने बताया कि महंत ने अपने सूसाइड नोट में इस कठोर कदम के पीछे कई कारण लिखे हैं और कई मार्मिक बातें लिखी हैं।
सूइसाइड नोट की जांच कर रही पुलिस
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सिंह ने कहा कि फॉरेंसिक टीम सूसाइड नोट की जांच कर रही है और महंत के शव का मंगलवार को पोस्टमॉर्टम किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड की टीम अपना काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों के आने के बाद महंत नरेंद्र गिरि के अंतिम संस्कार पर निर्णय किया जाएगा।
सिंह ने कहा कि महंत ने अपने पत्र में समाधि बनाए जाने का भी जिक्र किया है, जिसपर अखाड़ा परिषद के पदाधिकारी निर्णय करेंगे।
उन्होंने कहा कि महंत के निधन की सूचना मुख्यमंत्री कार्यालय को भी दे दी गई है और कल प्रोटोकॉल आने के बाद ही पता चलेगा कि कौन-कौन लोग यहां आ रहे हैं।
प्रयागराज कुंभ मेले में महंत गिरि की थी अहम भूमिका
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दरअसल साल 2019 के प्रयागराज कुंभ मेले के भव्य आयोजन में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की अहम भूमिका रही थी।
मेले के दौरान उन्होंने समय-समय पर शासन का मार्गदर्शन किया था। मठ बाघंबरी गद्दी में शाम छह बजे से ही भारी पुलिस बल तैनात था और मठ के आसपास के इलाकों में बैरिकेडिंग लगा दी गई थी।
मठ में मंडलायुक्त, जिलाधिकारी, पुलिस महानिरीक्षक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहित सभी आला अधिकारी मौजूद थे।
शिष्य आनंद गिरि का आरोप- बड़ी साजिश है
उत्तराखंड पुलिस की ओर से हिरासत में लिए जाने से पहले महंत के शिष्य आनंद गिरि ने महाराज की मौत को साजिश करार दिया है।
आनंद ने दावा करते हुआ कहा कि नरेंद्र गिरि की मौत सामान्य नहीं है, बड़ी साजिश हुई है।
अभी मैं हरिद्वार में हूं, मंगलवार को प्रयागराज पहुंचकर देखूंगा क्या सच है।’
नरेंद्र गिरी से विवादों पर आनंद गिरी ने कहा, ‘मेरा उनसे नहीं, मठ की जमीन को लेकर विवाद था।’
आनंद गिरी ने कहा, ‘शक के दायरे में कई लोग हैं, उन्होंने ही नरेंद्र गिरी को मेरे खिलाफ किया।’
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री नरेंद्र गिरि जी का देहावसान अत्यंत दुखद है। आध्यात्मिक परंपराओं के प्रति समर्पित रहते हुए उन्होंने संत समाज की अनेक धाराओं को एक साथ जोड़ने में बड़ी भूमिका निभाई। प्रभु उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दें। ॐ शांति!!
— Narendra Modi (@narendramodi) September 20, 2021
पीएम मोदी,सीएम योगी,अखिलेश यादव और राहुल गांधी-प्रियंका गांधी सहित केजरीवाल और तमाम राजनीतिक हस्तियों ने महंत नरेंद्र गिरि की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
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