अप्रैल में रही 122 वर्षों की सबसे भीषण गर्मी,मई में राहत के फिलहाल आसार कम:IMD
वहीं मौसम विभाग का कहना है कि दिल्ली ने अप्रैल में 72 सालों में सबसे भयंकर गर्मी झेली है, क्योंकि मासिक औसत तापमान 40.2 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से करीब 4 डिग्री ज्यादा रहा. इससे पहले अप्रैल में इतनी ज्यादा गर्मी पड़ी थी।
Worst-heat -in-India-of-122-years-in-April-2022-less-chance-of-releif-in-May-says-IMD
नई दिल्ली: देश में अप्रैल का महीना भयंकर गर्मी भरा रहा है। आलम यह है कि अप्रैल 2022 महीने में देश ने 122 वर्षों की सबसे भीषण गर्मी झेली(Worst-heat -in-India-of-122-years-in-April-2022)है।
इतना ही नहीं,मई के महीने में भी गर्मी से राहत के कोई आसार नहीं दिख रहे है। हालांकि रविवार,1 मई की सुबह 6:44 तक दिल्ली में थोड़ी बहुत राहतभरी हवा के झोंके चले।
लेकिन भारतीय मौसम विज्ञान विभाग का कहना है कि भयंकर गर्मी से फिलहाल मई में भी राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं(less-chance-of-releif-in-May-says-IMD)है।
शुक्रवार को दिल्ली में तापमान 46 डिग्री तक पहुंच गया था,जबकि शनिवार को यह 43.5 डिग्री तक सिमटा रहा।
रविवार की सुबह दिल्ली के कुछ इलाकों में ठंडी हवा के झोंके तेजी से चले लेकिन मौसम विभाग का कहना है कि रविवार को भी लू के थपेडे़ झेलने पड़ेंगे।
हालांकि सोमवार और बुधवार को आंधी और हल्की बारिश से कुछ राहत मिल सकती है।
वहीं यूपी में भी भीषण लू (Heatwave)चली और बांदा में तो 47.4 डिग्री सेल्लियस के साथ मानो अंगारे बरसे।
मौसम विभाग ने शनिवार को आगाह किया कि उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में 1990 के बाद से अप्रैल महीने में इस साल सर्वाधिक औसत अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। मई में भी गर्मी से राहत मिलने के कोई आसार नहीं(Worst-heat -in-India-of-122-years-in-April-2022-less-chance-of-releif-in-May-says-IMD) हैं।
दिल्ली ने अप्रैल में झेली 72 सालों में दूसरी बार सबसे ज्यादा गर्मी
दिल्ली में न्यूनतम तापमान(Delhi heatwave)25.7 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से दो डिग्री ज्यादा था. आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय मोहपात्रा का कहना है कि दिल्ली समेत ज्यादातर इलाकों में मई में रातें और ज्यादा गर्म होंगी।
दिल्ली में पालम इलाके में सर्वाधिक 44.6 डिग्री तापमान रहा. यह पांच सालों में सबसे ज्यादा तापमान अप्रैल के माह में दिल्ली का रहा।
वहीं मौसम विभाग का कहना है कि दिल्ली ने अप्रैल में 72 सालों में सबसे भयंकर गर्मी झेली है, क्योंकि मासिक औसत तापमान 40.2 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से करीब 4 डिग्री ज्यादा रहा. इससे पहले अप्रैल में इतनी ज्यादा गर्मी पड़ी थी।
Treatment for Heat stroke Sunstroke:गर्मी में लू लगने पर करें ये उपाय,जानें लक्षण
Worst-heat -in-India-of-122-years-in-April-2022-less-chance-of-releif-in-May-says-IMD
मई के लिए तापमान और बारिश पर भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत के कुछ क्षेत्रों को छोड़कर देश के अधिकतर हिस्सों में मई के महीने में रात में भी गर्मी महसूस होगी.
उन्होंने कहा कि उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में इस साल अप्रैल पिछले 122 वर्षों में सबसे अधिक गर्म रहा, जहां औसत अधिकतम तापमान क्रमश: 35.9 डिग्री सेल्सियस और 37.78 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा.
उत्तर-पश्चिम भारत में अप्रैल 2010 में औसत अधिकतम तापमान 35.4 डिग्री सेल्सियस, जबकि मध्य भारत में अप्रैल 1973 के दौरान औसत अधिकतम तापमान 37.75 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था.
महापात्रा ने कहा कि उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश भागों – जम्म कश्मीर, हिमाचल, गुजरात, राजस्थान, पजांब और हरियाणा – को मई में भी सामान्य से अधिक तापमान का सामना करना होगा।
घर बैठे पाएं मात्र 829 रुपये में ये बेहद सस्ता Mini AC,गर्मी को करेगा दूर,रखेगा Cool
अप्रैल के दौरान देशभर में औसत तापमान 35.05 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो 122 वर्षों में चौथी बार सबसे अधिक रहा(Worst-heat-in-India-of-122-years-in-April-2022-less-chance-of-releif-in-May-says-IMD) है।
उन्होंने कहा कि देश में इस साल मई के दौरान औसत बारिश सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। साथ ही कहा कि मई में उत्तर-पश्चिम और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों के साथ-साथ दक्षिण-पूर्वी प्रायद्वीप में सामान्य से कम बारिश होने की संभावना है।
महापात्रा ने पश्चिमी राजस्थान के कुछ भागों में तापमान 50 डिग्री के पार चले जाने की संभावना को खारिज नहीं किया.
गर्मी(Summer)के मौसम में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने पर महापात्रा ने कहा, ”ऐसा पूर्वानुमान नहीं जता सकता. यह जलवायु पर निर्भर है क्योंकि मई सबसे गर्म महीना है।’ यूपी के बांदा में शनिवार को तापमान 47.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जोकि देश में सर्वाधिक रहा.
आईएमडी के महानिदेशक ने कहा कि ”लगातार कमजोर वर्षा गतिविधि” के कारण मार्च और अप्रैल में उच्च तापमान दर्ज किया गया।
उत्तर-पश्चिम भारत में मार्च के दौरान बारिश में करीब 89 फीसदी जबकि अप्रैल में 83 फीसदी गिरावट देखी गई।देश में लोगों को – खासकर उत्तर-पश्चिम और पश्चिमी भागों में- पिछले कुछ सप्ताह से लू का सामना करना पड़ रहा है।
Worst-heat -in-India-of-122-years-in-April-2022-less-chance-of-releif-in-May-says-IMD
(इनपुट एजेंसी से भी)