
shayaris ki duniya ishq shayri sayari hi sayari
बस नाम लिखने की इजाज़त नहीं मिली
बाकी हम सब कुछ तुम पर ही लिखते हैं
जुबां से रोक ले
तो आंखो से बंया होता है
ये इश्क है,
इसे सब्र कहां होता है…
शायरी : अपनी जिंदगी में भी लिखे है, कुछ ऐसे ही किस्से
अपनी जिंदगी में भी लिखे है
कुछ ऐसे ही किस्से
किसी ने अपना बनाकर वक्त गुजार लिया
किसी ने वक्त गुजारने के लिए अपना बना लिया
कुछ इस अदा से निभाना है
किरदार मेरा मुझको…!
जिन्हें मुहब्बत ना हो मुझसे
वो नफरत भी ना कर सके…!!
शायरी : शाॅपिंग में मशगूल बीवी का सब्र से साथ देना भी, मुहब्बत है गालिब…
मोहब्बत उसी को आज़माती है
जो हर मोड़ पर चलना जानता है….!!
कुछ “पाकर” तो हर कोई मुस्कुराता है,
मोहब्बत शायद उनकी ही होती है,
जो बहुत कुछ “खोकर” भी मुस्कुराना जानता है…
था जिनकी वफा पर नाज़ हमे,
हमराज बदलते देखे हैं …
हालात बदलते ही सबके,
अंदाज बदलते देखे हैं …!!
shayaris ki duniya ishq shayri sayari hi sayari
शाॅपिंग में मशगूल बीवी का
सब्र से साथ देना भी
मुहब्बत है गालिब ,
ज़रूरी नहीं हर कोई
ताज महल बनवाता फिरे ..
शायरी : आस एक झूठी ही दे जाओ कि बहला सकूँ उसे, आँगन में शाम तो आयेगी तेरे जाने के बाद भी..!!
यह शायरिया भी पढ़े :
कोरोना वायरस शायरी : कहीं यादों का मुकाबला हो तो बताना….जनाब
कोरोना शायरी : घर गुलज़ार, सूने शहर, बस्ती बस्ती में कैद…
कोरोना शायरी : अर्ज़ किया है हर चमकती चीज सोना नहीं होती…
शायरी : जाने कौन सी शौहरत पर आदमी को नाज़ है, जो खुद-आखरी सफर के लिए भी, औरों का मोहताज़ है.
कोरोना शायरी : बड़े दौर गुजरे हैं जिंदगी के… यह दौर भी गुजर जायेगा
Corona Shayari : शिकायतें तो बहोत थी ज़िन्दगी से मगर।।
corona शायरी : मर तो जाना है वैसे भी एक दिन,तुम मिल जाते तो जी लेते जरा
कोरोना शायरी : मेरा कत्ल करने की उनकी साजिश तो देखो