जानियें बुद्ध पूर्णिमा के बारें में सब कुछ बस एक क्लिक में
बौद्ध धर्म के संस्थापक भगवान बुद्ध का जन्म आधुनिक काल नेपाल में लुम्बिनी में 563 ईसा पूर्व के आसपास राजकुमार सिद्धार्थ गौतम के रूप में हुआ
Buddha-Purnima 2020-Date buddha-purnima ka mahatva
नई दिल्ली : बोद्ध धर्म की स्थापना करने वाले, इस विश्व को अहिंसा, शांति और प्रेम का पाठ पढ़ाने वाले
भगवान कृष्ण (विष्णु) के एक अवतार के रूप में जन्म लेने वाले (वैदिक साहित्य के अनुसार)
भगवान गौतम बुद्ध का जन्म पूर्णिमा के दिन हुआ थाl
इसलिए इस दिन को बुद्ध पूर्णिमा के रूप में, समस्त विश्व में धूमधाम व पारंपरिक तौर पर मनाया जाता है l
भगवान बुद्ध ने ही आगे चलकर बौद्ध धर्म की स्थापना की थी l यह दिन दुनिया भर में बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है।
इस पर्व को बड़े पैमाने पर पूर्व एशियाई देशों में मनाया जाता हैl
बौद्ध धर्म के संस्थापक भगवान बुद्ध का जन्म आधुनिक काल नेपाल में लुम्बिनी में 563 ईसा पूर्व के आसपास राजकुमार सिद्धार्थ गौतम के रूप में हुआ था।
उनका जन्म बैसाख महीने की पूर्णिमा के दिन पड़ता है। (Buddha-Purnima 2020-Date buddha-purnima ka mahatva )
ग्रेगोरियन कैलेंडर(Gregorian calendar) के अनुसार, बुद्ध पूर्णिमा अप्रैल या मई के महीने में आती है। इस साल यह 7 मई को आ रही है।
इस दिन लोग अक्सर मंदिरों में जाकर भगवान बुद्ध की पूजा अर्चना व प्रार्थना करते हैं। कई भक्त जरूरतमंदों को भिक्षा दान करते हैं।
कई लोग इसे भगवानबुद्ध द्वारा निर्वाण दिवस के रूप में भी मनाते है l
इस वजह से वह लोग पवित्र शास्त्र का ध्यान या पाठ भी करते हैं,
जबकि कई ढेर सारे लोग इस दिन उपवास भी करते हैं और उपवास खत्म होने के बाद में भगवान बुद्ध को मिठाई का भोग लगाते हैं।
इस दिन कई भक्त लोग भक्तों के साथ धूप जलाते हैं, ध्यान करते है और विश्व में शांति की प्रार्थना करते हैं।
Buddha-Purnima 2020-Date buddha-purnima ka mahatva
इस बार दुनिया भर के बौद्ध और हिंदू बौद्ध पूर्णिमा 2020 वैशाख के लिए तैयार हैं, जो इस साल 7 मई को पड़ता है।
इस दिन, भगवान बुद्ध के भक्त सफेद कपड़े पहनते हैं, दया और अहिंसा की शिक्षाओं को याद करने के लिए इकट्ठा होते हैं।
भगवान को खीर अर्पित करना बुद्ध पूर्णिमा की परंपरा का एक हिस्सा है।
कहते है कि बुद्ध पूर्णिमा यानी आज ही के दिन पर भगवान बुद्ध ने ‘निर्वाण’ (ज्ञान) प्राप्त किया था।
भगवान बुद्ध की पूजा हमें पापों से मुक्ति भी दिलाती है।
इस दिन अगर आप यह काम करें तो बहुत ही उत्तम होगा l और आप जीवन में प्रगति की और अग्रसर होंगे l
- सूर्योदय से पहले उठें और घर की सफाई करें।
- गंगाजल छिड़क कर अपने घर को शुद्ध कर ले।(अगर गंगाजल नहीं है तो शुद्ध पानी में तुलसी डाल दे)
- दीपक जलाकर भगवान बुद्ध या कृष्ण बह्वान या भगवान्विष्णु की पूजा करें और घर को फूलों से सजाएं। (अगर फूल न हो तो घर में कपूर अवश्य जलाएं) (Buddha-Purnima 2020-Date Buddha-Purnima Ka-Mahtv )
- घर के मुख्य द्वार पर हल्दी, रोली या कुमकुम से स्वस्तिक बनाएं और गंगाजल छिड़कें।
- गरीबों को भोजन और वस्त्र दान करें। अगर हो सकते तो खीर का दान अवश्य करें
- अगर आपके घर में कोई पक्षी हैं, तो उन्हें आज़ाद कर दें। किसी भी बूरी भावना को अपने मन से निकाल दे l
अगर बात करें ज्योतिषी शास्त्र की तो यह दिन बेहद ही महत्वपूर्ण होता है।
बुद्ध पूर्णिमा के दिन सौर मंडल के कुछ बड़े शक्तिशाली/ताकतवर ग्रह एक साथ मिलकर कुछ अनोखा निर्माण करते हैं,
जिसका प्रभाव लगभग सभी राशियों पर होता है, जो परिवर्तन और समृद्धि की ओर अग्रसर होता है।
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