Malmas-Adhikmas 2023:18 जुलाई से शुरू हो रहा है मलमास/अधिकमास, गलती से भी न करें ये काम
इस साल मलमास 2023 या अधिकमास 2023 मंगलवार 18 जुलाई से शुरू हो रहा है और इसकी समाप्ति 16 अगस्त 2023 को समाप्त होगा।
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Malmas-Adhikmas-2023:इन दिनों शिवजी(ShivJi) को प्रिय सावन(Sawan 2023)का महीना चल रहा है।
सावन के सोमवार(Sawan Somvar)को शिव कृपा के लिए बहुत प्रमुख माना जाता है और 17 जुलाई सोमवार को तो सावन सोमवती अमावस्या(Sawan Somvati Amavasya 2023)है,जिसका विशेष महत्व है,
लेकिन इसके अगले दिन यानि 18 जुलाई 2023 मंगलवार के दिन से मलमास या अधिकमास शुरू हो रहा (Malmas-Adhikmas-2023-begins-18)है।
हिंदू धर्म पंचागानुसार, यह साल कई मायनों में खास है चूंकि इस वर्ष 12 नहीं बल्कि 13 महीने होंगे जिन्हें अधिकमास(Adhikmas) या मलमास(Malmas)और खरमास(Kharmas)भी कहा जाता है।
मलमास या अधिकमास(AdhikaMasa)होने के कारण ही पूरे 19 वर्ष बाद यह संयोग बना है कि सावन दो महीना अधिक का चल रहा है।
जुलाई और अगस्त का पूरा महीना यानि दो महीने इस साल सावन के ही है जो शिव-पार्वती की पूजा अराधना के लिए काफी लाभकारी होते है।
यूं तो सावन में हर दिन ही शुभ होता है लेकिन मलमास या अधिकमास लगने के कारण कुछ मांगलिक कार्यों की मनाही हो जाती(Malmas-Adhikmas-2023-begins-18-July-Jane-kya-na-kare)है।
मलमास या अधिकमास का महीना काफी महत्वपूर्ण होता है।ऐसे में इसके लगते ही आपको कुछ काम करने से बचना चाहिए।
मलमास या अधिकमास के दौरान विवाह,मुंडन सरीखे काम नहीं करने चाहिए। जहां तक संभव हो भगवान विष्णु जी की पूजा-पाठ करनी(Malmas-Adhikmas-2023-begins-18-July-Jane-kya-na-kare)चाहिए।
हालांकि मान्यता तो यह भी है कि अधिकमास या मलमास में पड़ने वाले सावन के सोमवार को शिव जी का जलाभिषेक करना वर्जित होता है। आप व्रत-पूजन भले ही करें लेकिन इसे माना नहीं जाएंगा।
इस साल मलमास 2023 या अधिकमास 2023 मंगलवार 18 जुलाई से शुरू हो रहा है और इसकी समाप्ति 16 अगस्त 2023 को समाप्त(Malmas-Adhikmas-2023-begins-18-End-16-August)होगा।
हिंदू धर्म शास्त्रानुसार, मलमास या अधिकमास में कुछ नियम-कायदों का ध्यान रखना चाहिए तभी शिव और विष्णु कृपा आपके ऊपर बनी रहती है और कुछ ऐसे जरुरी काम है जो गलती से भी मलमास या अधिकमास के दौरान नहीं करने(Malmas-Adhikmas-2023-begins-18-July-Jane-kya-na-kare) चाहिए।
चलिए विस्तार से इनके विषय में बताते है:
मलमास या अधिकमास में न करें ये काम-Malmas-Adhikmas-2023-begins-18-July-Jane-kya-na-kare
-मलमास में मांगलिक कार्य जैसे कि शादी-विवाह, मुंडन, प्राण-प्रतिष्ठा स्थापना, नववधू का गृहप्रवेश,नामकरण संस्कार,यज्ञोपवीत इत्यादि शुभ कार्य वर्जित बताएं गए है।
-मलमास या अधिकमास में वाहन इत्यादि नहीं खरीदने चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से दुर्घटना के योग बन सकते है या किसी अन्य तरह का नुकसान हो सकता है।
-यदि नए वाहन को खऱीदने का सोच रहे है तो देवउठनी एकादशी तक का इंतजार करें चूंकि इस दिन भगवान विष्णु अपनी योगनिद्रा से जाग जाते है और फिर सभी मांगलिक कार्य किए जा सकते है।
-इस समय सृष्टि संहारक भगवान शिवजी के हाथों में है और विष्णु जी के योग-निद्रा से जागने पर फिर से सृष्टि पालनहार विष्णु जी के हाथों में संचालित होगी इसलिए मलमास में मांगलिक और शुभ कार्यों की मनाही होती है। हालांकि नित्य की पूजा-पाठ आप कर सकते है।
मलमास या अधिकमास में इन चीजों को खरीद सकते है आप
अब तकरीबन एक महीने तक चलने वाले मलमास में आप आखिर कौन-कौन सी वस्तुएं खरीद सकते है। यह भी आप जानना चाहेंगे ताकि कोई दुष्प्रभाव न पड़े। तो चलिए बताते है।
-मलमास या अधिकमास और खरमास में भले ही शुभ मांगलिक कार्य वर्जित माने गए है लेकिन इस दौरान खरीदारी में भी थोड़ी सावधानी बरतनी चाहिए।
-मलमास में आप किसी भी प्रकार की खरीदारी या शॉपिंग कर सकते है जैसे कि जूलरी,कपड़े और इलेक्ट्रॉनिक का सामान इत्यादि।
-आप जमीन या प्रॉपर्टी भी खरीद सकते है लेकिन इनमें गृहप्रवेश न करें और प्रॉपर्टी की खरीद के समय सावधानी पूर्वक कागजी कार्यवाही करें।
डिस्क्लेमर:ऊपर लिखी गई पोस्ट सामान्य जानकारी औऱ मान्यताओं पर आधारित है। हमारा उद्देश्य मात्र जानकारी पहुंचाना है। समयधारा इस जानकारी की सटीकता को प्रमाणित नहीं करता। योग्य सलाह के लिए संबंधित विषय के विशेषज्ञ से राय अवश्य लें।
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