Trending

thoughts – जुबान साफ़ रखो, कपडे गंदे हो तो चल भी जायेंगे 

जिंदगी में कुछ लोगों को बर्दाश्त करना पड़ता है, जब अपने हो जाए स्वार्थी तो उनसे भी लड़ना पड़ता है।

Monday-thoughts-good-morning-quotes-status-inspirational-motivation-quotes-in-hindi-positive

जुबान साफ़ रखो

कपडे गंदे हो तो चल भी जायेंगे

 

Monday thoughts: जिंदगी में कुछ लोगों को बर्दाश्त करना पड़ता है…

 

जिंदगी में कुछ लोगों को बर्दाश्त करना पड़ता है,
जब अपने हो जाए स्वार्थी तो उनसे भी लड़ना पड़ता है।

 

 

 

 

 

बेशक सच बोलकर किसी का दिल तोड़ दो,

लेकिन झूठ बोलकर कभी किसी का भरोसा मत तोड़ो”

 

 

 

 

मतलबी वो नहीं जो वक्त पर काम न आए,
मतलबी वो है जो साथ होते भी साथ न निभाए।

 

 

 

 

 

जिनके अंदर होती है अहम की अकड़,
उनकी आंखों पर परदा जाता है पड़,
फिर मतलब के हो जाते हैं वे साथी,
छूटती जाती है अपनों से पकड़।

 

 

 

 

 

 

बुरे हालातों ने बहुत कुछ सिखाया है,
अब जान पाया कि कौन अपना कौन पराया है,
जब साथ छोड़ गए वो मतलबी दोस्त,
तब आंखों से विश्वास का परदा उठ पाया है।

 

 

 

 

 

 

यह भी पढ़े:

Sunday Thoughts : हौसले के तरकश में कोशिश का वो तीर ज़िंदा रखो, हार जाओ चाहे

Saturday Thoughts : जब तक जीना ,तब तक सीखना,अनुभव ही जिंदगी में सर्वश्रेष्ठ..

Wednesday Thoughts : मन ऐसा रखो कि किसी को बुरा न लगे…

Saturday Thoughts : मन का झुकना बहुत जरूरी है, केवल सर झुकाने से….

Friday Thoughts : बस एक तज़ुर्बा लिया है ज़िन्दगी से.. अपनो के नज़दीक रहना है..

Wednesday Thoughts : डाली से टूटा फूल फिर से लग नहीं सकता है मगर…

Tuesday Thoughts : किसी भी रिश्ते को बनाए रखने के लिए गिड़गिड़ाने की जरुरत नहीं

Sunday Thoughts : असफल होना बुरा है लेकिन प्रयास ही ना करना महाबुरा है

Friday Thoughts : मैं उन लोगों का आभारी हूं जिन्होंने मुझे छोड़ दिया…..

गुरुवार सुविचार : हम आ जाते हैं बहुत जल्दी दुनियां की बातों में गुरु की बातों में

 

 

 

 

 

 

 

 

 

Monday-thoughts-good-morning-quotes-status-inspirational-motivation-quotes-in-hindi-positive

 

Show More

Dropadi Kanojiya

द्रोपदी कनौजिया पेशे से टीचर रही है लेकिन अपने लेखन में रुचि के चलते समयधारा के साथ शुरू से ही जुड़ी है। शांत,सौम्य स्वभाव की द्रोपदी कनौजिया की मुख्य रूचि दार्शनिक,धार्मिक लेखन की ओर ज्यादा है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button