लाइफस्टाइल

Sunday Thoughts – ज़िंदगी छोटी नही होती, लोग जीना ही देर से शुरु करते है …

सहनशक्ति हो तो कागज़ जैसी  कलम कुछ भी लिख लें  मना नहीं करता...!!

Share

suvichar sunday thoughts in hindi motivational quotes in hindi suvichar suprabhat 

ज़िंदगी छोटी नही होती …

लोग जीना ही

देर से शुरु करते है …

सहनशक्ति हो तो कागज़ जैसी 

कलम कुछ भी लिख लें 

मना नहीं करता…!!

उठाना खुद ही पड़ता है 

थका हुआ बदन अपना 

जब तक सांस चलती है 

कोई कंधा नहीं देता 

thoughts in hindi : ‘जरुरत’-‘शोहरत’- ‘विश्वास’ और ‘रिश्ते’ ,सभी एक कागज़ के एक गुलाम है, जिसे हम पैसा कहते है

‘जरुरत’‘शोहरत’ 

‘विश्वास’ और ‘रिश्ते’ 

सभी एक कागज़ के एक गुलाम है 

जिसे हम पैसा कहते है

ना बादशाह चलता है 

ना इक्का चलता है ….

यह खेल है कर्मो का 

यहाँ कर्मो का सिक्का चलता है….

suvichar sunday thoughts in hindi motivational quotes in hindi suvichar suprabhat 

सोचने से कहाँ मिलते हैं
तमन्नाओं के शहर….!,

चलने की जिद्द भी जरुरी है
मंजिलों को पाने के लिए…!!

कोशिश करो “जिंदगी” का!
हर “लम्हा” अच्छे से गुजरे
क्योंकि “जिंदगी” रहे ना रहे!
मगर अच्छी “यादें” हमेशा!
“जिंदा” रहती हैं 

sunday thoughts in hindi motivational quotes in hindi suvichar suprbhat 

यह थॉट्स भी पढ़े :

Saturday Thoughts : हर रोज जब आप उठें, आइना देखें और खुद को एक अच्छी…

Sunday Thoughts : हौसले के तरकश में कोशिश का वो तीर ज़िंदा रखो, हार जाओ चाहे

Saturday Thoughts : जब तक जीना ,तब तक सीखना,अनुभव ही जिंदगी में सर्वश्रेष्ठ..

Wednesday Thoughts : मन ऐसा रखो कि किसी को बुरा न लगे…

Saturday Thoughts : मन का झुकना बहुत जरूरी है, केवल सर झुकाने से….

Friday Thoughts : बस एक तज़ुर्बा लिया है ज़िन्दगी से.. अपनो के नज़दीक रहना है..

Wednesday Thoughts : डाली से टूटा फूल फिर से लग नहीं सकता है मगर…

Tuesday Thoughts : किसी भी रिश्ते को बनाए रखने के लिए गिड़गिड़ाने की जरुरत नहीं

Sunday Thoughts : असफल होना बुरा है लेकिन प्रयास ही ना करना महाबुरा है

Friday Thoughts : मैं उन लोगों का आभारी हूं जिन्होंने मुझे छोड़ दिया…..

गुरुवार सुविचार : हम आ जाते हैं बहुत जल्दी दुनियां की बातों में गुरु की बातों में

 

Dropadi Kanojiya

द्रोपदी कनौजिया पेशे से टीचर रही है लेकिन अपने लेखन में रुचि के चलते समयधारा के साथ शुरू से ही जुड़ी है। शांत,सौम्य स्वभाव की द्रोपदी कनौजिया की मुख्य रूचि दार्शनिक,धार्मिक लेखन की ओर ज्यादा है।