breaking_newsअन्य ताजा खबरेंदेशदेश की अन्य ताजा खबरेंसुविचार
Trending

सुविचार-सबकुछ…कुछ भी नहीं है, और कुछ भी नहीं… सब कुछ है.

छोड़ जाने की लाख वजह होने के बाद भी रुकने  की एक वजह ढूंढ लेना प्रेम है 

Monday-Thoughts-In-Hindi Good-Morning-Status-Quotes-Vibes 

सबकुछ कुछ भी नहीं है,
और कुछ भी नहीं सब कुछ है.

Monday Thoughts – छोड़ जाने की लाख वजह होने के बाद भी, 

छोड़ जाने की लाख वजह होने के बाद भी 

रुकने  की एक वजह ढूंढ लेना प्रेम है 

MondayThoughts-आज तक जिसको जितना..

आज तक जिसको जितना ज्यादा महत्व दिया

उसने उतना ही ज्यादा हर्ट किया

Monday Thoughts – कर्म बांधने के लिए अनेक भव है, लेकिन… 

कर्म बांधने के लिए अनेक भव है

लेकिन…

बुरे कर्म छोड़ने के लिए मात्र मनुष्य धर्म ही है… 

रिश्ता”बारिश जैसा नहीं होना चाहिए,

जो बरसकर खत्म हो जाए।

बल्कि

रिश्ता” हवा की तरह होना चहिये,

जो खामोश हो मगर सदैव आस पास हो। 

अपितु रिश्तों के प्रति आदर की अभिव्यक्ति भी है…

 “हर दिन मेरा सर्वश्रेष्ठ दिन है यह मेरी जिन्दगी है।

मेरे पास यह क्षण दुबारा नहीं होगा।”

यह भी पढ़े :

Wednesday Thought : “खुशी” थोड़े समय के लिए सबर देती है, लेकिन, “सबर”….

शुक्रवार सुविचार : जीवन में किसी को रुलाकर हवन भी करवाओगे तो…

Monday-Thought-In-Hindi Good-Morning-Status-Quotes

गुरुवार सुविचार : हम आ जाते हैं बहुत जल्दी दुनियां की बातों में गुरु की बातों में

मंगलवार सुविचार : चार आने…साँस बारह आने … तेरा एहसास

Tuesday Thoughts : अपमान करना किसी के “स्वभाव” में हो सकता है

Sunday Thoughts : जिंदगी में सबसे ज्यादा दुःख देता है “बीता हुआ सुख”

राफेल घोटाला तो कुछ भी नहीं NDA का बड़ा घोटाला फसल बीमा योजना : पी. साइर्ंनाथ

दिवाली स्पेशल जोक्स : आदरणीय रसगुल्ला मामा सादर प्रणाम, बड़े हर्ष के साथ …..

है परेशान कब और किस दिन काटें नाख़ून या बाल..? लो यह है समाधान…!

(इनपुट सोशल मीडिया से)

 

Show More

Dropadi Kanojiya

द्रोपदी कनौजिया पेशे से टीचर रही है लेकिन अपने लेखन में रुचि के चलते समयधारा के साथ शुरू से ही जुड़ी है। शांत,सौम्य स्वभाव की द्रोपदी कनौजिया की मुख्य रूचि दार्शनिक,धार्मिक लेखन की ओर ज्यादा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button