
Afghanistan president ashraf ghani has emerged in the gulf nation uae
नई दिल्ली (समयधारा) : पिछले 10 दिनों में अफगानिस्तान का पूरा नक्शा ही बदल गयाl
पहले यहाँ पर सविधान द्वारा चुने गए राष्ट्रपति अशरफ गनी का शासन था l
पर अब पूरे अफगानिस्तान पर तालिबान ने कब्जा जमा लिया है l युद्धग्रस्त देश अफगानिस्तान पर तालिबानी कब्जे के बाद
राजधानी काबुल से फरार हुए राष्ट्रपति अशरफ गनी (Ashraf Ghani) संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में परिवार के साथ मौजूद हैं।
उन्हें UAE सरकार ने मानवता के आधार पर शरण दी है।
अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा, राष्ट्रपति गनी ने छोड़ा देश
आपको बता दें कि रविवार को राजधानी काबुल पर तालिबान के कब्जे के साथ ही अमेरिका समर्थित गनी सरकार गिर गई
और राष्ट्रपति अशरफ गनी देश-विदेश के सामान्य लोगों की तरह देश छोड़ने पर मजबूर हो गए।
UAE सरकार ने बुधवार को इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि वह तालिबान के अधिग्रहण के बीच अफगानिस्तान से भागे राष्ट्रपति अशरफ गनी की मानवीय आधार पर मेजबानी कर रहा है।
Afghanistan president ashraf ghani has emerged in the gulf nation uae
बयान में आगे कहा गया है कि यूएई विदेश मामलों और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग मंत्रालय इस बात की पुष्टि कर सकता है कि
यूएई ने राष्ट्रपति अशरफ गनी और उनके परिवार का मानवीय आधार पर देश में स्वागत किया है।
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रिपोर्ट के मुताबिक, अफगानिस्तान से भागते हुए अशरफ गनी ने अपने हेलीकॉप्टर में ठूंस-ठूंस कर नकदी भरी,
लेकिन जगह की कमी के कारण नोटों से भरे कुछ बैग रनवे पर ही छोड़ने पड़ गए थे।
काबुल स्थित रूसी दूतावास का हवाला देते हुए रूस की सरकारी समाचार एजेंसी तास ने खबर दी है कि 72 वर्षीय गनी नकदी से भरा हेलीकॉप्टर लेकर काबुल से भागे।
खबर में दूतावास के एक कर्मचारी के हवाले से कहा गया है कि उनके (गनी के) शासन के समाप्त होने के कारणों को,
गनी के वहां से भागने के तरीके से जोड़कर देखा जा सकता है। चार कारें नकदी से भरी हुई थीं और उन्होंने सारा पैसा हेलीकॉप्टर में भरने की कोशिश की,
लेकिन सारी नकदी हेलीकॉप्टर में नहीं भरी जा सकी और उन्हें कुछ नकदी रनवे पर ही छोड़नी पड़ गई।
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Afghanistan president ashraf ghani has emerged in the gulf nation uae
पेशे से शिक्षाविद और अर्थशास्त्री गनी अफगानिस्तान के 14वें राष्ट्रपति थे। पहली बार 20 सितंबर 2014 और दूसरी बार 28 सितंबर,
2019 में वह राष्ट्रपति चुनावों में जीत हासिल कर पद पर आसीन हुए थे। अफगानिस्तान पर 1996 से 2001 तक तालिबान का शासन था
और 11 सितंबर, 2001 को अमेरिका में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए हमले के बाद अमेरिका नीत सैन्य बलों ने देश से उसका शासन समाप्त कर दिया था।
अफगानिस्तान में चल रही जंग रविवार को निर्णायक हो गई जब तालिबान ने राजधानी काबुल को घेर लिया
और देश के राष्ट्रपति अशरफ गनी को मुल्क से भागना पड़ा, जिसके बाद अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा हो गया।
(इनपुट एजेंसी से)
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