
लंदन, 3 मई : फेसबुक के डेटा शेयरिंग स्कैंडल में नाम आने के बाद ब्रिटेन स्थित पॉलिटिकल कंसल्टेंसी कंपनी कैम्ब्रिज एनालिटिका कारोबार बंद कर रही है। कंपनी पर अपने राजनीतिक क्लाइंट्स की ओर से अनुचित तरीके से निजी जानकारियां हासिल करने का आरोप है।
फेसबुक के मुताबिक, एक क्विज एप के जरिए 8.7 करोड़ लोगों के डेटा हासिल किए गए और बाद में इन्हें राजनीतिक कंसल्टेंसी को सौंप दिया गया।
बीबीसी के मुताबिक, फेसबुक का कहना है इस मामले में उनकी जांच जारी रहेगी।
फेसबुक के प्रवक्ता ने कहा, “इससे असल में क्या हुआ था, यह समझने के लिए हमारी प्रतिबद्धता और दृढ़ता में कोई बदलाव नहीं होगा और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि इस तरह की घटना दोबारा नहीं हो।”
उन्होंने कहा, “हम जांच के लिए संबद्ध प्रशासन के साथ सहयोग देना जारी रखेंगे।”
कैम्ब्रिज एनालिटिका के प्रवक्ता क्लेंरेस मिशेल ने अपनी वेबसाइट पर जारी बयान में बीबीसी का उल्लेख करते हुए कहा, “पिछले कई महीनों में कैम्ब्रिज एनालिटिका पर कई तरह के आरोप लगे हैं और कंपनी अपने रिकॉर्ड को दुरुस्त करने के प्रयासों के बावजूद उन गतिविधियों को लेकर बदनामी झेल रही है, जो न सिर्फ वैध हैं बल्कि राजनीतिक और व्यावसायिक दोनों क्षेत्रों में ऑनलाइन विज्ञापन के घटक के रूप में स्वीकार्य भी है।”
बयान के मुताबिक, “कैम्ब्रिज एनालिटिका के इस विश्वास के साथ कि उनके कर्मचारियों ने नैतिकता और वैधता के साथ काम किया है, इस तरह की नकारात्मक मीडिया कवरेज से कंपनी के ग्राहक और सप्लायर्स हमसे दूर चले गए। परिणामस्वरूप, हम अधिक समय तक कारोबार जारी नहीं रख सकते।”
बयान में यह भी कहा गया कि कैम्ब्रिज एनालिटिका की पेरेंट कंपनी एससीएल इलेक्शंस दिवालिया हो गई है और उसकी दिवालिया प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
–आईएएनएस