भारत विश्व के उन देशों में से है, जो जाति, धर्म और आस्था के आधार पर भेदभाव नहीं करता : राजनाथ
नई दिल्ली, 22 मई : केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिह ने मंगलवार को कहा कि भारत अल्पसंख्यकों के लिए सुरक्षित है और किसी को भी धर्म के आधार पर भेदभाव की अनुमति नहीं है।
इससे पहले, दिल्ली के आर्कबिशप ने एक पत्र में कहा था कि देश में ‘अशांत राजनीतिक माहौल’ है।
गृहमंत्री ने आर्कबिशप अनिल जोसेफ काउटो के विवादस्पद पत्र पर पत्रकारों से कहा, “मैंने पत्र नहीं पढ़ा है, लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि भारत विश्व के उन देशों में से है, जो जाति, धर्म और आस्था के आधार पर भेदभाव नहीं करता है और किसी को भी भेदभाव करने की इजाजत नहीं है।”
आर्कबिशप ने आठ मई को लिखे पत्र में दिल्ली के पादरियों और चर्चो से 2019 आम चुनाव से पहले लोकतांत्रिक मूल्यों और धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने की रक्षा के लिए एक वर्ष तक प्रार्थना करने के लिए कहा है।
उन्होंने कहा है, “हम लोग अशांत राजनीतिक माहौल का गवाह बन रहे हैं, जोकि संविधान में वर्णित और देश के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने के लोकतांत्रित मूल्यों के लिए खतरा है।”
उन्होंने कहा कि उन्हें देश और इसके राजनीतिक नेताओं के लिए प्रार्थना करनी चाहिए।
आर्कबिशप ने अपने पत्र में कहा है, “जैसा कि हम 2019 की ओर आगे बढ़ रहे हैं, जब हमारे पास नई सरकार होगी, हमें अपने देश के लिए प्रार्थना अभियान शुरू करना चाहिए।”
उन्होंने पत्र में लोगों से उनके और देश के ‘आध्यात्मिक नवीकरण’ के लिए हफ्ते में एक दिन शुक्रवार को कम से कम एक समय का भोजन छोड़कर उपवास रखने का आग्रह किया।
पत्र में देश के लिए प्रार्थना करने की बात कही गई है, जिसमें समानता, स्वतंत्रता और बंधुता के मूल्यों को बचाने और न्यायपालिका, मीडिया और उच्च संस्थानों को ‘राक्षसी ताकतों के घुसपैठ’ से बचाने के लिए भगवान से प्रार्थना करने के लिए कहा गया है।
–आईएएनएस