![Income Tax Return filling deadline has been extended till December 31 now](/wp-content/uploads/2021/02/samaydhara-latest-news_optimized.jpg)
नई दिल्ली, 6 अप्रैल : आज नए साल की शुरुआत के साथ ही नवरात्री की शुरुआत भी हो गयी l
नवरात्री के नौ दिन और माता के नौ रूप l
इन नौ रूपों के बारे में हम आपको रोज अवगत कराएँगे l
इन नौ दिनों में आज पहला दिन माँ शैलपुत्री का है माता के इस रूप के बारे में विस्तृत जानकारी इस प्रकार है …l
शैलपुत्री ( पहला दिन )
नवरात्र के पहले दिन मां के रूप शैलपुत्री की पूजा की जाती है।
पर्वतराज हिमालय के घर पुत्री के रूप में जन्म लेने के कारण इनका नाम ‘ शैलपुत्री ‘ पड़ा।
माता शैलपुत्री का स्वरुप अति दिव्य है। मां के दाहिने हाथ में त्रिशूल है और मां के बाएं हाथ में कमल का फूल सुशोभित है।
मां शैलपुत्री बैल पर सवारी करती हैं। मां को समस्त वन्य जीव-जंतुओं का रक्षक माना जाता है।
इनकी आराधना से आपदाओं से मुक्ति मिलती है।
कुछ और बातें माँ के पहले रूप के बारे में l
नवरात्रि के पहले दिन माता शैलपुत्री कि पूजा की जाती है जो कि माँ दुर्गा का ही रूप है।
माता शैलपुत्रि ने अपने इस रूप में हिमालय के घर जन्म लिया था
और अपने इस रूप में वह वृषभ पर विराजमान रहती हैं।
हमेशा उनके एक हाथ में फूल और एक हाथ में त्रिशूल रहता है।
इस दिन कि खास बात यह है कि इस दिन माता कि पूजा करने से अच्छी सेहत प्राप्त होती है।