GDP के ख़राब आकड़े के बावजूद रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं, GDP ग्रोथ होगीं कम
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मुंबई, (समयधारा) : महंगाई दर बढ़ने और फिस्कल ईयर 2020 में GDP ग्रोथ गिरने की वजह से RBI शायद लगातार छठी बार रेट कट करने की उम्मीद जगी थी,
पर RBI मॉनेटरी पॉलिसी (MPC) ने आज पॉलिसी रेट में कोई बदलाव नहीं किया है।
लेकिन MPC के सभी सदस्यों की सहमति पॉलिसी रेट को पहले के लेवल पर बरकरार रखने पर रही।
इससे पहले रिजर्व बैंक इस साल अब तक रेपो रेट में 1.35 फीसदी की कटौती की थी। रेपो रेट पहले की तरह 5.15 फीसदी है।
हालांकि ग्रोथ और महंगाई को देखते हुए MPC ने फिलहाल रेट कट ना करने का फैसला किया है।
पर RBI ने फिस्कल ईयर 2019-20 में रियल GDP ग्रोथ का अनुमान 6.1 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी कर दिया है।
इससे पहले अक्टूबर में RBI ने रियल GDP ग्रोथ 6.1 फीसदी रहने का अनुमान जताया था। अक्टूबर से मार्च तक के लिए महंगाई दर का अनुमान बढ़ाकर 4.7-5.1 फीसदी किया।
सरकार और RBI ने इकोनॉमी की रफ्तार बढ़ाने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं।
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RBI ने आगे कहा कि अगले साल बजट में बेहतर ढंग से पता चलेगा कि अर्थव्यवस्था के सपोर्ट में सरकार ने जो कदम उठाए हैं,
उसका क्या फायदा हुआ है। RBI के मॉनेटरी पॉलिसी में कोई बदलाव ना करने से बाजार में गिरावट शुरू हो गई।
इससे एक बात और साबित हो गयी की फिलहाल आम नागरिकों को कोई भी राहत मिलने नहीं जा रही है l
RBI ने बैंकों को अपने लोन की ब्याज दर पॉलिसी रेट या किसी बाह्य बेंचमार्क के आधार पर तय करने का निर्देश दिया था।
अक्टूबर की पॉलिसी के बाद बैंकों ने इसे मानना शुरू कर दिया है।
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