Bhajan singer Narendra Chanchal passes away at 80
नई दिल्ली:तूने मुझे बुलाया शेरावालिए…लोकप्रिय गाना गाने वाले मशहूर भजन सम्राट नरेंद्र चंचल का शुक्रवार 22जनवरी को निधन हो(Narendra Chanchal passes away)गया।
80 वर्षीय नरेंद्र चंचल काफी लंबे समय से बीमार थे और बीते दो महीने से दिल्ली के अपोलो अस्पताल में एडमिट थे।
अपोलो अस्पताल में ही नरेंद्र चंचल ने अंतिम सांस(Bhajan singer Narendra Chanchal passes away at 80) ली।
भजन गायक नरेंद्र चंचल के निधन(narendra chanchal dies)पर पीएम मोदी, स्वर सम्राज्ञी लता मंगेश्कर सहित कई सेलेब्स ने दुख व्यक्त किया है।
मुझे अभी पता चला की बहुत गुणी गायक, मातारानी के भक्त नरेंद्र चंचल जी का आज स्वर्गवास हुआ. ये सुनके मुझे बहुत दुख हुआ.वो बहुत अच्छे इंसान थे,ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें.मैं उनको विनम्र श्रद्धांजली अर्पण करती हूँ.
— Lata Mangeshkar (@mangeshkarlata) January 22, 2021
Shri #NarendraChanchal ji will be remembered forever through the songs he sang. I doubt anyone will ever walk up to Vaishnodevi without hearing his voice resounding through the hills. 🙏🏽
— VISHAL DADLANI (@VishalDadlani) January 22, 2021
गौरतलब है कि मशहूर भजन गायक नरेंद्र चंचल माता के भजनों और गीतों के लिए प्रसिद्ध थे। उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन माता के भजनों को समर्पित किया हुआ था।
Deeply saddened to learn that iconic and most loved #NarendraChanchal ji has left us for the heavenly abode. In prayers for his soul to rest in peace. Heartfelt condolences to his family and legions of fans. 🙏 pic.twitter.com/zXEBN07MbM
— Daler Mehndi (@dalermehndi) January 22, 2021
लेकिन एक समय ऐसा भी था जब उन्होंने बॉलिवुड में भी कई गाने गाएं जो एक से बढ़कर एक हिट हुए। इनमें चलो बुलावा आया है…माता ने बुलाया है….तुने मुझे बुलाया शेरवालिएं…सरीखे गीत आज भी जागरणों की शोभा बढ़ाते है।
गायक नरेंद्र चंचल(Narendra Chanchal) को सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक का फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिल चुका है।
नरेंद्र चंचल का जन्म अमृतसर में हुआ था। बॉलिवुड में उन्होंने अपने गायिकी करियर की शुरुआत ऋषि कूपर की फिल्म ‘बॉबी’ से 1973 में की थी।
Saddened to hear demise of Singer #NarendraChanchal ji , He will be remembered for his bhajans and some remarkable songs in Hindi films, My heartfelt condolences to his admirers and family. Om Shanti 🙏 pic.twitter.com/b4wpKfb17i
— Madhur Bhandarkar (@imbhandarkar) January 22, 2021
फिर इसके बाद ‘बेनाम’, ‘रोटी कपड़ा और मकान’ और ‘अवतार’ सरीखी फिल्मों में उनके गाए गाने बहुत लोकप्रिय हुए।
इसके साथ ही उन्होंने भजन गायकी में बहुत नाम कमाया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया(PM Modi Condolences on Narendra chanchal death) है।
लोकप्रिय भजन गायक नरेंद्र चंचल जी के निधन के समाचार से अत्यंत दुख हुआ है। उन्होंने भजन गायन की दुनिया में अपनी ओजपूर्ण आवाज से विशिष्ट पहचान बनाई। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम् शांति!
— Narendra Modi (@narendramodi) January 22, 2021
उन्होंने ट्विटर पर लिखा- लोकप्रिय भजन गायक नरेंद्र चंचल जी के निधन के समाचार से अत्यंत दुख हुआ है। उन्होंने भजन गायन की दुनिया में अपनी ओजपूर्ण आवाज से विशिष्ट पहचान बनाई।
शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम् शांति।
Bhajan singer Narendra Chanchal passes away at 80
Deeply saddened to learn that iconic and most loved #NarendraChanchal ji has left us for the heavenly abode. In prayers for his soul to rest in peace. Heartfelt condolences to his family 🙏🙏
— Harbhajan Turbanator (@harbhajan_singh) January 22, 2021
माता ने दी सजा….जब बंद हो गई थी नरेंद्र चंचल की आवाज
नरेंद्र चंचल का जन्म पंजाब के अमृतसर की नमक मंडी में 16 अक्टूबर 1940 को हुआ था।
वह धार्मिक पंजाबी परिवार से थे और धार्मिक वातावरण में पले बढ़े थे।
उन्हें बचपन से ही भजन और आरती में रुचि थी और इसीलिए उन्होंने छोटी उम्र में ही जगरातों में गाना शुरू कर दिया था।
बताया जाता है कि नरेंद्र अपने स्कूल के दिनों में काफी शरारती थे और उनके स्वभाव में चंचलता थी, जिसकी वजह से उनके टीचर उन्हें चंचल कहकर बुलाते थे।
बाद में नरेंद्र ने ‘चंचल’ को अपने नाम का हिस्सा बना लिया था और उन्हें ‘नरेंद्र चंचल’ के नाम से जाना जाने लगा।
कई सालों तक स्ट्रगल करने के बाद वह बॉलीवुड की म्यूजिक इंडस्ट्री का हिस्सा बने थे।
उन्होंने राज कपूर के निर्देशन में बनी ऋषि कपूर और डिंपल कपाडिया स्टारर फिल्म ‘बॉबी’ में अपना पहला गाना गाया था। यह गाना था- बेशक मंदिर मस्जिद तोड़ो…
इस गाने ने उन्हें बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर का फिल्मफेयर अवॉर्ड दिलवाया था।
साथ ही उन्हें अमेरिका के जॉर्जिया स्टेट की सिटीजनशिप भी मिली हुई थी।
फिल्म बॉबी में सफलता मिलने के बाद स्टारडम नरेंद्र चंचल सिर चढ़कर बोलने लगा था।
अपने एक इंटरव्यू के दौरान नरेंद्र चंचल ने बताया था कि कैसे उन्होंने फिल्म में… फिल्म में हिट होने के बाद जगरातों में गाना छोड़ दिया था।
हालांकि इस बात की सजा भी उन्हें मिली। उन्होंने बताया, ”मैं काली मां के मंदिर में गया था और वहां मुझे गाने के लिए बोला गया लेकिन मैंने झूठ बोल दिया कि मेरी तबीयत ठीक नहीं है। घर आकर मुझे समझ आया कि मेरी आवाज ही नहीं निकला रही है।”
उन्होंने आगे कहा, ”मैं परेशान हो गया और कुछ समय बाद उसी मंदिर में गया। वहां लोगों ने मुझे पूछा कि तुम्हारी तो तबीयत ठीक नहीं थी। इसपर उन्होंने माफी मांगी।
उस समय मंदिर में यज्ञ हो रहा है था और वहां पेड़े की बनी लस्सी मिलती थी, जिसे उन्होंने मुझे पीने के लिए दिया।”
उन्होंने कहा कि इसके बाद… नरेंद्र की आवज वापस आई और उन्होंने प्रण लिया कि वह कभी माता के भजन गाने से पीछे नहीं हटेंगे।
2 महीने तक आवाज बंद रहने की सजा के बाद से अगर नरेंद्र चंचल बीमार भी होते थे, तो सिर्फ जगराते का हिस्सा बनने और जय माता दी बोलने के लिए चले जाया करते थे।
Bhajan singer Narendra Chanchal passes away at 80