चाय-शायरी : मुझे चाय, और वो दोनो पसंद हैं..
चाय होंठ जलाती है...और वो दिल... - दिलजले शायर की शायरी
Chai-Shayri Love Shayris Diljale Shayar ki Sayri Sachha Pyar
मुझे चाय ☕️
और वो दोनो पसंद हैं
चाय होंठ जलाती है
और वो दिल…
Shayari – बेशक कम रखता हूं, अपने प्यार को दिल में रखता हूं
बेशक कम रखता हूं
अपने प्यार को
दिल में रखता हूं
अगर इज्जत का डर हो तो
मोहब्बत करना छोड़ दें
इश्क की गलियों में आओगी
तो चर्चे जरूर होंगे
कुछ इस अदा से निभाना है
किरदार मेरा मुझको…!
जिन्हें मुहब्बत ना हो मुझसे
वो नफरत भी ना कर सके….!!
Chai-Shayri Love Shayris Diljale Shayar ki Sayri Sachha Pyar
मोहब्बत उसी को आज़माती है
जो हर मोड़ पर चलना जानता है….!!
कुछ “पाकर” तो हर कोई मुस्कुराता है,
मोहब्बत शायद उनकी ही होती है,
जो बहुत कुछ “खोकर” भी मुस्कुराना जानता है..
वफ़ा-बेवफा शायरी : था जिनकी वफा पर नाज़ हमे, हमराज बदलते देखे हैं…
था जिनकी वफा पर नाज़ हमे,
हमराज बदलते देखे हैं …
हालात बदलते ही सबके,
अंदाज बदलते देखे हैं …!!
शाॅपिंग में मशगूल बीवी का
सब्र से साथ देना भी
मुहब्बत है गालिब ,
ज़रूरी नहीं हर कोई
ताज महल बनवाता फिरे ..
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