
Bihar News Tej Pratap Yadav expelled by Lalu Yadav
🔴 लालू यादव का बड़ा एक्शन: तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से निकाला, तेजस्वी ने दी सधी प्रतिक्रिया
पटना: राजद (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव पर आखिरकार कड़ा फैसला लिया है।
सोशल मीडिया के माध्यम से उन्होंने तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से बाहर निकालने की घोषणा की। इस फैसले के बाद सियासी गलियारों में हलचल मच गई है।
निजी जीवन में नैतिक मूल्यों की अवहेलना करना हमारे सामाजिक न्याय के लिए सामूहिक संघर्ष को कमज़ोर करता है। ज्येष्ठ पुत्र की गतिविधि, लोक आचरण तथा गैर जिम्मेदाराना व्यवहार हमारे पारिवारिक मूल्यों और संस्कारों के अनुरूप नहीं है। अतएव उपरोक्त परिस्थितियों के चलते उसे पार्टी और परिवार…
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) May 25, 2025
🗣️ तेजस्वी यादव की प्रतिक्रिया: “तेज प्रताप अपने फैसलों के लिए स्वतंत्र हैं”
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और तेज प्रताप के छोटे भाई तेजस्वी यादव ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि,
“राजनीति और निजी जीवन दो अलग चीजें हैं। तेज प्रताप वयस्क हैं, वे खुद अपने जीवन से जुड़े फैसले लेने के लिए स्वतंत्र हैं।”
तेजस्वी ने साफ कहा कि वे स्वयं ऐसी चीजों को न पसंद करते हैं और न ही उन्हें स्वीकार कर सकते हैं। उन्होंने ये भी जोड़ा कि लालू प्रसाद यादव, जो RJD के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, उन्होंने अपनी बात स्पष्ट रूप से रख दी है और पार्टी उनके निर्णय का सम्मान करती है।
🙏 रोहिणी आचार्य की भावुक प्रतिक्रिया: “पापा देवतुल्य हैं, परिवार हमारा मंदिर”
लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने भी इस घटनाक्रम पर गहरी भावनात्मक प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा:
“हमारे लिए पापा देवतुल्य हैं। परिवार हमारा मंदिर है और उनकी बनाई पार्टी हमारी पूजा है। इस व्यवस्था की गरिमा को कोई ठेस पहुंचाए, ये हमें स्वीकार नहीं।”
🔍 क्या है पूरा मामला?
तेज प्रताप यादव हाल ही में अपने व्यक्तिगत जीवन को लेकर विवादों में रहे, जिसमें अनुष्का मामले ने तूल पकड़ लिया। इस मामले ने पारिवारिक और राजनीतिक दोनों ही मोर्चों पर असर डाला, जिसके बाद लालू यादव ने यह कड़ा निर्णय लिया।
Bihar News Tej Pratap Yadav expelled by Lalu Yadav
🧠 तेजस्वी का संतुलित रुख
तेजस्वी यादव ने पूरी स्थिति को संभालने की कोशिश की और कहा,
“हमारे बड़े भाई जो भी निजी निर्णय लेते हैं, उसका अधिकार उन्हें है। उन्हें खुद पता है कि उनके फैसलों से क्या लाभ या हानि हो सकती है। हम सिर्फ पार्टी और सामाजिक मूल्यों के प्रति जिम्मेदार हैं।”
🔚 निष्कर्ष
तेज प्रताप यादव को पार्टी से निकाले जाने के बाद RJD में आंतरिक राजनीति गरमा गई है, लेकिन तेजस्वी यादव की संतुलित प्रतिक्रिया और रोहिणी आचार्य की भावनात्मक अपील ने यह दर्शाया कि लालू परिवार अब किसी भी कीमत पर अनुशासन और सामाजिक मूल्यों से समझौता नहीं करेगा।