Lakhimpur Kheri-केंद्रीय मंत्री को तुरंत हटाएं,SC के 2 जज जांच करें:मांग के साथ राष्ट्रपति से मिले कांग्रेस नेता
हमारी 2 मांगें हैं- मौजूदा जजों से स्वतंत्र जांच होनी चाहिए और गृह राज्य मंत्री (अजय मिश्रा टेनी) को या तो इस्तीफा दे देना चाहिए या बर्खास्त कर देना चाहिए। मामले में न्याय तभी संभव होगा।"
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नई दिल्ली:लखीमपुर खीरी(Lakhimpur Kheri)का मामला अब राष्ट्रपति भवन तक पहुंच गया है।
लखीमपुर खीरी हिंसा(Lakhimpur Kheri Violence) के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा(Ashish Mishra)के पिता केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा(Ajay Mishra) को पद से हटाने की मांग के साथ आज,बुधवार कांग्रेस नेताओं का एक प्रतिनिधि मंडल(Congress delegation met President)राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद(President Ramnath Kovind) से मिला।
A delegation of the Indian National Congress leaders comprising Shri Mallikarjun Kharge, Shri A.K. Antony, Shri Ghulam Nabi Azad, Shri Rahul Gandhi and Smt Priyanka Gandhi Vadra called on President Kovind at Rashtrapati Bhavan. pic.twitter.com/LAOsJ5nfH6
— President of India (@rashtrapatibhvn) October 13, 2021
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में प्रदर्शनकारी किसानों पर गाड़ी चढ़ाने से चार किसानों की मौत हो गई और उसके बाद भड़की हिंसा मामले में चार अन्य लोगों की भी मृत्यु हुई।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियोज और किसानों द्वार दर्ज कराई एफआईआर में किसानों(Farmers)को अपनी कार से रौंदने का मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा को बनाया गया है,जिनके पिता खुद मोदी सरकार में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री है।
जिसके चलते किसानों सहित कांग्रेस(Congress)और सभी विपक्षी पार्टियों की मांग है कि इस मामले में यूपी पुलिस या सीबीआई(CBI) द्वारा निष्पक्ष जांच संभव ही नहीं।
चूंकि दोनों ही राज्य सरकार और केंद्रीय सरकार के अधीन आती है,जहां पर अजय मिश्रा खुद मंत्री है।
आपको बता दें लखीमपुर खीरी मामले की सुनवाई के दौरान खुद सुप्रीम कोर्ट ने भी यही आशंका जताई थी कि केंद्रीय मंत्री के बेटे पर आरोप होने से मामने की निष्पक्ष जांच संभव नहीं है।
अब इसी मुद्दे पर आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ramnath Kovind) से राष्ट्रपति भवन जाकर मिला है।
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इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में तथ्यों से जुड़ा एक ज्ञापन भी राष्ट्रपति को सौंपा है और मामले में पीड़ित पक्ष को न्याय दिलाने के लिए दखल देने की अपील की है।
राष्ट्रपति से मुलाकात करने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि हमने राष्ट्रपति जी से कहा कि आरोपी के पिता जो गृह राज्य मंत्री हैं, को पद से हटा देना चाहिए(ask-to-remove-Union-minister-Ajay-Mishra) क्योंकि उनकी मौजूदगी में निष्पक्ष जांच संभव नहीं है।
इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट(Supreme Court) के दो मौजूदा जजों से भी जांच कराने की मांग की गई है।
प्रियंका गांधी(Priyanka Gandhi)ने बताया कि मुलाकात के दौरान राष्ट्रपति ने आज ही सरकार से मामले पर चर्चा करने का भरोसा दिलाया है।
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प्रतिनिधिमंडल में शामिल मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “हमने राष्ट्रपति को लखीमपुर खीरी कांड के संबंध में सारी जानकारी दी।
हमारी 2 मांगें हैं- मौजूदा जजों से स्वतंत्र जांच होनी चाहिए और गृह राज्य मंत्री (अजय मिश्रा टेनी) को या तो इस्तीफा दे देना चाहिए या बर्खास्त कर देना चाहिए। मामले में न्याय तभी संभव होगा।”
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कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि सुप्रीम कोर्ट की कड़ी टिप्पणी के बावजूद मामले में केंद्रीय मंत्री और उनके परिवार के खिलाफ उचित कार्यवाही नहीं हो सकी है।
इस प्रतिनिधिमंडल में राहुल गांधी के अलावा एके एंटनी, मलिल्कार्जुन खड़गे, गुलाम नबी आजाद, प्रियंका गांधी वाड्रा, के सी वेणुगोपाल और अधीर रंजन चौधरी शामिल थे।
बता दें कि पिछले रविवार (03 अक्टूबर) को लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया क्षेत्र में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी।
आरोप है कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा ने प्रदर्शनकारी किसानों पर पीछे से तेज रफ्तार थार महिंद्रा गाड़ी चढ़ा दी, जिसमें चार किसानों की मौत हो गई थी।
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