
Delhi-Air-Pollution-Grap-4 Guidelines School-Office-Rules
दिल्ली वायु प्रदूषण के लिए दिल्ली सरकार की नई गाइडलाइंस और GRAP-4 (ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान) की पूरी जानकारी l
Delhi Air Pollution: GRAP-4 लागू, दिल्ली सरकार की सख़्त गाइडलाइंस क्या हैं? स्कूल, कॉलेज और ऑफिस पर क्या असर पड़ेगा
दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार ने एक बार फिर सख़्त रुख अपनाया है।
माननीय मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता (@gupta_rekha) के निर्देशानुसार 14, 15, 16 और 17 दिसंबर 2025 के लिए प्रदूषण नियंत्रण को लेकर नई और कड़ी गाइडलाइंस जारी की गई हैं।
दिल्ली की हवा लगातार “बहुत खराब” से “गंभीर” श्रेणी में पहुँचने के कारण सरकार ने GRAP-4 (Graded Response Action Plan – Stage 4) को लागू कर दिया है।
इन नए निर्देशों का सीधा असर वाहनों, निर्माण कार्य, बाहरी वाहनों की एंट्री, स्कूल-कॉलेज, ऑफिस, और आम जनता की दैनिक गतिविधियों पर पड़ रहा है।
यह लेख आपको बताएगा:
- GRAP-4 क्या है
- 14–17 दिसंबर 2025 की नई गाइडलाइंस
- स्कूल, कॉलेज और ऑफिस बंद हैं या नहीं
- प्रदूषण कम करने के लिए सरकार ने क्या-क्या कदम उठाए
- आम नागरिकों को क्या सावधानियाँ रखनी चाहिए
आम आदमी पार्टी की दी हुई “प्रदूषण” नामक बीमारी को ठीक करने का काम आज भाजपा कर रही है।
मैं दिल्ली के लोगों से कहना चाहता हूँ कि 9-10 महीनों में कोई भी सरकार प्रदूषण को पूरी तरह खत्म नहीं कर सकती यह असंभव है।
आम आदमी पार्टी ने सत्ता में रहते हुए 10–11 वर्षों तक प्रदूषण पर कोई ठोस… pic.twitter.com/Cz9pCX3ks6— BJP Delhi (@BJP4Delhi) December 16, 2025
दिल्ली में वायु प्रदूषण की मौजूदा स्थिति (दिसंबर 2025)
दिसंबर के दूसरे सप्ताह में दिल्ली का AQI (Air Quality Index) लगातार 400 के आसपास या उससे ऊपर दर्ज किया गया, जो “गंभीर” श्रेणी में आता है।
ठंड, कम हवा की रफ्तार, पराली के धुएँ, वाहनों के उत्सर्जन और निर्माण गतिविधियों ने स्थिति को और बिगाड़ दिया।
विशेषज्ञों के अनुसार, यदि तुरंत सख़्त कदम नहीं उठाए जाते, तो:
- सांस की बीमारियाँ बढ़ सकती हैं
- बच्चों और बुज़ुर्गों की सेहत पर गंभीर असर पड़ सकता है
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- अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ सकती है
इसी कारण दिल्ली सरकार ने GRAP-4 लागू करने का फैसला लिया।
GRAP क्या है और GRAP-4 का मतलब क्या होता है?
GRAP (Graded Response Action Plan) एक चरणबद्ध योजना है, जिसे प्रदूषण के स्तर के अनुसार लागू किया जाता है।
इसमें कुल चार स्टेज होते हैं:
- GRAP-1: खराब
- GRAP-2: बहुत खराब
- GRAP-3: गंभीर
- GRAP-4: अत्यंत गंभीर / आपात स्थिति
प्रदूषण से निपटने के लिए भाजपा सरकार ने उठाए ठोस कदम
👉गाड़ियों का PUCC नहीं तो पेट्रोल/डीजल नहीं
👉 कंस्ट्रक्शन मटेरियल लेकर आने वाले ट्रकों पर पूर्ण बैन
👉 दिल्ली से बाहर के BS6 केटेगरी से कम के निजी वाहनों की एंट्री पर रोकये कदम दिल्ली की हवा को साफ़ करने और प्रदूषण पर ठोस… pic.twitter.com/dLQ4b5CHr8
— BJP Delhi (@BJP4Delhi) December 16, 2025
GRAP-4 सबसे सख़्त स्तर होता है, जो तब लागू किया जाता है जब AQI लगातार 450–500 या उससे ऊपर पहुँच जाए।
GRAP-4 में क्या-क्या पाबंदियाँ होती हैं? (पूरी जानकारी)
GRAP-4 लागू होने पर सरकार को सबसे कठोर कदम उठाने का अधिकार होता है।
1. वाहनों पर सख़्त रोक
- जिन वाहनों के पास PUCC (Pollution Under Control Certificate) नहीं है, उन्हें पेट्रोल या डीज़ल नहीं मिलेगा
- पुराने और अधिक प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर कड़ी निगरानी
- गैर-ज़रूरी निजी वाहनों के उपयोग से बचने की अपील
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2. BS6 से कम वाहनों की एंट्री पर रोक
- दिल्ली से बाहर के BS6 कैटेगरी से कम निजी वाहनों की एंट्री पूरी तरह प्रतिबंधित
- केवल आवश्यक सेवाओं (एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड, पुलिस) को छूट
- इंटर-स्टेट ट्रैफिक पर सख़्त चेकिंग
3. कंस्ट्रक्शन मटेरियल वाले ट्रकों पर पूर्ण बैन
- ईंट, रेत, सीमेंट, गिट्टी, मलबा लेकर आने वाले ट्रकों पर पूर्ण प्रतिबंध
- बड़े निर्माण स्थलों पर काम अस्थायी रूप से बंद
- नियम तोड़ने पर भारी जुर्माना और FIR का प्रावधान
4. इंडस्ट्रियल और डीज़ल जेनरेटर पर रोक
- गैर-ज़रूरी इंडस्ट्रियल गतिविधियाँ बंद
- डीज़ल जेनरेटर के उपयोग पर सख़्त पाबंदी
- केवल आपात सेवाओं को छूट
14–17 दिसंबर 2025 की नई दिल्ली सरकार की 3 प्रमुख गाइडलाइंस
मुख्यमंत्री के निर्देश पर दिल्ली सरकार ने विशेष रूप से तीन नई गाइडलाइन जारी की हैं:
✔ PUCC नहीं तो ईंधन नहीं
अब पेट्रोल पंप पर:
- बिना वैध PUCC वाले वाहनों को पेट्रोल/डीज़ल नहीं मिलेगा
- ट्रैफिक पुलिस और ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की संयुक्त निगरानी
✔ कंस्ट्रक्शन ट्रकों पर पूरी तरह बैन
- दिल्ली में किसी भी प्रकार का कंस्ट्रक्शन मटेरियल लाने वाले ट्रक प्रतिबंधित
- रिहायशी इलाकों में विशेष निगरानी
✔ BS6 से कम निजी वाहनों की एंट्री बंद
- दिल्ली की सीमाओं पर सख़्त चेकिंग
- बाहरी राज्यों से आने वाले पुराने निजी वाहन रोके जाएंगे
क्या GRAP-4 में स्कूल बंद रहते हैं? (14–17 दिसंबर 2025)
स्कूलों को लेकर निर्देश
- प्राइमरी और मिडिल स्कूल:
👉 ऑनलाइन क्लास या अस्थायी बंदी की सिफारिश - सीनियर क्लासेस (9–12):
👉 स्थिति के अनुसार ऑनलाइन/हाइब्रिड मोड
बच्चों के स्वास्थ्य को देखते हुए सरकार ने स्कूलों को लचीला निर्णय लेने का निर्देश दिया है।
क्या कॉलेज और यूनिवर्सिटी बंद हैं?
- कॉलेज और विश्वविद्यालयों को:
- ऑनलाइन क्लास का विकल्प अपनाने की सलाह
- आवश्यक परीक्षाएँ केवल स्वास्थ्य सुरक्षा के साथ
पूरी तरह बंदी अनिवार्य नहीं, लेकिन छात्रों की उपस्थिति सीमित रखने के निर्देश।
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क्या ऑफिस खुले रहेंगे या बंद?
ऑफिस को लेकर दिशा-निर्देश
- सरकारी और निजी कार्यालय:
- Work From Home (WFH) को प्राथमिकता
- आवश्यक सेवाओं के दफ्तर खुले
- निर्माण, मैन्युफैक्चरिंग और भारी उद्योग:
- आंशिक या पूर्ण बंदी
दिल्ली सरकार द्वारा उठाए गए अन्य महत्वपूर्ण कदम
✔ सड़क पर धूल नियंत्रण
- पानी का छिड़काव
- मैकेनिकल स्वीपिंग
✔ ट्रैफिक कंट्रोल
- भारी वाहनों पर समय-आधारित रोक
- जाम वाले इलाकों में विशेष प्लान
✔ हेल्थ एडवाइजरी
- मास्क पहनने की सलाह
- बुज़ुर्गों और बच्चों को बाहर न निकलने की अपील
आम जनता के लिए ज़रूरी सलाह
- निजी वाहन का कम उपयोग करें
- सार्वजनिक परिवहन अपनाएँ
- बाहर निकलते समय N95 मास्क पहनें
- सुबह-शाम खुले में व्यायाम से बचें
- बच्चों और बुज़ुर्गों को विशेष सावधानी
क्या ये कदम वाकई कारगर होंगे?
विशेषज्ञ मानते हैं कि:
- GRAP-4 तात्कालिक राहत देता है
- लेकिन दीर्घकालिक समाधान के लिए
- इलेक्ट्रिक वाहन
- ग्रीन एनर्जी
- क्षेत्रीय सहयोग
- स्थायी नीति
ज़रूरी है।
फिलहाल, ये कदम आपात स्थिति में बेहद आवश्यक हैं।
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निष्कर्ष
14–17 दिसंबर 2025 के दौरान लागू GRAP-4 और नई गाइडलाइंस दिल्ली सरकार की ओर से प्रदूषण के खिलाफ एक सख़्त लेकिन ज़रूरी कदम हैं।
PUCC नियम, BS6 प्रतिबंध, कंस्ट्रक्शन ट्रकों पर बैन और वर्क-फ्रॉम-होम जैसी व्यवस्थाएँ सीधे तौर पर दिल्ली की हवा को बेहतर बनाने की दिशा में उठाए गए कदम हैं।
जब तक नागरिक, प्रशासन और सरकार मिलकर प्रयास नहीं करेंगे, तब तक प्रदूषण की यह लड़ाई अधूरी रहेगी।
स्वच्छ हवा केवल सरकार की नहीं, हम सबकी ज़िम्मेदारी है।






