दिल्ली में प्रदुषण का महा विस्फोट, जमकर जलें पटाखें
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स गंभीर श्रेणी में पहुंच गया
delhi me pradushan ka maha visfot jamkar jale patakhe
नयी दिल्ली (समयधारा): दिल्ली में प्रदुषण का महा विस्फोट जमकर जलें पटाखें l
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली मे पहले से ही पराली जलाए जाने से धुएं में तेजी से इजाफा जारी है l
इन सब के बीच दिवाली पर आतिशबाजी पर सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों की अवहेलना की गई
और गुरुवार को दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों का आसमान धुएं के गुबार से ढंक गया,
जिसके चलते शुक्रवार सुबह राष्ट्रीय राजधानी का एयर क्वालिटी इंडेक्स गंभीर श्रेणी में पहुंच गया।
राजधानी में शुक्रवार सुबह जमकर कोहरा छाया रहा और न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के बीच एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) जो गुरुवार शाम चार बजे 382 था,
वह रात आठ बजे तक बढ़कर गंभीर श्रेणी में पहुंच गया क्योंकि कम तापमान और हवा की गति मंद रहने के कारण प्रदूषक तत्वों का बिखराव नहीं हो सका।
धड़ल्ले से पटाखे जलाने के चलते रात नौ बजे के बाद दिल्ली के पड़ोसी शहरों फरीदाबाद में AQI 424, गाजियाबाद में 442,
गुरुग्राम में 423 और नोएडा में 431 दर्ज किया गया, जोकि गंभीर श्रेणी में आता है।
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दिल्ली और इसके आसपास के कई क्षेत्रों के लोगों ने गले में खराश और आंखों से पानी आने की शिकायतें कीं।
राष्ट्रीय राजधानी में एक जनवरी 2022 तक पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध के बावजूद दक्षिण दिल्ली के लाजपत नगर,
उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी, पश्चिमी दिल्ली के पश्चिम विहार और पूर्वी दिल्ली के शाहदरा में शाम सात बजे से पटाखे जलाए जाने के मामले सामने आए।
वहीं, गुरुग्राम और फरीदाबाद में उच्च-तीव्रता के पटाखे जलाए गए।
हरियाणा सरकार ने भी दिल्ली से सटे क्षेत्रों समेत 14 जिलों में पटाखे की बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध लगाया था।
दिल्ली के प्रदूषण स्तर में गुरुवार को पराली जलाने का योगदान बढ़कर 25 प्रतिशत हो गया जो इस मौसम का अब तक का सर्वाधिक स्तर है।
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जानियें एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) कैसे मापा जाता है l
- 50 के बीच एक्यूआई को अच्छा,
- 51 और 100 के बीच संतोषजनक,
- 101 और 200 के बीच मध्यम,
- 201 और 300 के बीच खराब,
- 301 और 400 के बीच बहुत खराब,
- 401 और 500 के बीच को गंभीर माना जाता है।
केंद्र द्वारा संचालित वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली (SAFAR) के अनुसार,
फिलहाल रविवार शाम (7 नवंबर) तक हवा की गुणवत्ता में सुधार होने की उम्मीद नहीं है।