Uttar Pradesh:मेरठ में जांच के लिए उतरवाएं गए छात्राओं के कपड़े,जानें कारण
मेरठ के एक स्कूल के हॉस्टल की बच्ची ने आरोप लगाया है कि स्कूल का बाथरूम गंदा होने पर छात्राओं के कपड़े उतरवा कर जांच की गई।
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नई दिल्ली:उत्तर प्रदेश(Uttar-Pradesh)के मेरठ(Meerut) से एक बहुत ही शर्मनाक घटना सामने आई है।यहां एक स्कूल की छात्राओं के कपड़े उतरवाकर उनकी जांच की गई है।
इतना ही नहीं, बच्चियों को धमकाया भी गया है। इसकी शिकायत परिजनों ने इलाके के एसएसपी से की है और धमकी देने का भी आरोप लगया है।
दरअसल, मेरठ के एक स्कूल के हॉस्टल की बच्ची ने आरोप लगाया है कि स्कूल का बाथरूम गंदा होने पर छात्राओं के कपड़े उतरवा कर जांच की(Girls-students-clothes-took-off-for-investigation-in-Uttar-Pradesh’s-Meerut) गई।
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इस मामले की शिकायत परिजनों ने एसएसपी से करते हुए धमकी देने का भी आरोप लगाया गया है।
स्कूल मैनेजमेंट ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है। एसएसपी ने एसपी देहात और सीओ को जांच सौंप दी है।
क्या है पूरा मामला?
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इस मामले में दर्ज शिकायत पत्र के अनुसार, किठौर क्षेत्र के एक गांव निवासी व्यक्ति ने छह सितंबर को अपनी बेटी का दाखिला इलाके के ही निजी आवासीय विद्यालय में कराया था।
इसी विद्यालय में 12 सितंबर को उन्होंने अपनी भांजी का भी दाखिला कराया। परिवार का कहना है कि 19 सितंबर को उनकी भांजी का फोन आया और उसने बीमार होने की बात कही।
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जब वह भांजी को विद्यालय से लेकर डॉक्टर के पास पहुंचे तो बच्ची ने इस घटना का खुलासा किया।
बच्ची ने बताया कि किसी छात्रा को मासिक धर्म था और बाथरूम में पानी नहीं आ रहा था। इस कारण बाथरूम गंदा(Dirty bathroom) हो गया।
इसके चलते प्रबंधन ने छात्राओं के कपड़े उतरवा कर जांच(Girls-students-clothes-took-off-for-investigation)करवाई।
एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने कहा कि इस तरह की शिकायत मिली है।
जांच के लिए पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया गया है। जो भी तथ्य सामने आएंगे उनके अनुसार कार्रवाई होगी।
बेटी को पुलिस की मदद से लाए वापस
पीड़ित परिवार ने बताया कि घटना की जानकारी के बाद बेटी को स्कूल से निकालने के लिए पहुंचे।
आरोप है कि फोन पर संपर्क करने पर प्रबंधक ने अभद्रता की।
इसके बाद पुलिस को सूचना देकर बच्ची को स्कूल से लेकर आए। परिवार ने बताया कि जिस समय वह बच्ची को लेने पहुंचे तो वहां कुछ अन्य लोग भी इसी विवाद के कारण अपनी बच्चियों को लेने आए थे।
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सभी आरोप निराधार – प्रिंसिपल
स्कूल की प्रिंसिपल का कहना है कि सभी आरोप निराधार हैं। जिस बालिका के द्वारा आरोप लगाए गए हैं, उसे पुलिस की मौजूदगी में बयान कराने के बाद परिजनों को सौंपा गया था।
विरोधियों के साथ मिलकर इस तरह के घिनौने आरोप लगाए जा रहे हैं।
फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।