शायरी-सुकून की तलाश है तो दोस्ती कीजिए, मुहब्बत तो बेचैनी का नाम है…
लूट लेना या लुट जाना... यही तो इश्क की पहचान है, कौन देखता है... मोहब्बत में, नफा है कि नुकसान है...

dosti shayaris mohabbat sayari ishq shayri izzat shayaris
सुकून की तलाश है तो दोस्ती कीजिए
मुहब्बत तो बेचैनी का नाम है
लूट लेना या लुट जाना
यही तो इश्क की पहचान है
कौन देखता है
मोहब्बत में नफा है कि नुकसान है
आवाज देता रहा दिल
बेहिसाब उनको…
आना तो दूर.. उन्होंने पलटना भी मुनासिब ना समझा…
खूबसूरती मन की होनी चाहिए साहब….साहब!
फेसवाश से चेहरे चमकते हैं, दिल नहीं !!
दर्द शायरी : दर्द कितना खुशनसीब है-जिसे पा कर लोग अपनों को याद करते है..
न चादर बड़ी कीजिये,
न ख्वाहिशे दफन कीजिये,
चार दिन की ज़िन्दगी है,
बस चैन से बसर कीजिये।
dosti shayaris mohabbat sayari ishq shayri izzat shayaris
न परेशान किसी को कीजिये,
न हैरान किसी को कीजिये,
कोई लाख गलत भी बोले,
बस मुस्कुरा कर छोड़ दीजिये।
न रूठा किसी से कीजिये,
न झूठा वादा किसी से कीजिये,
कुछ फुर्सत के पल निकालिये,
कभी खुद से भी मिला कीजिये।।।।
कभी मैं तो कभी
वक्त मुझसे जीत गया…
इस खेल में एक साल
और बीत गया…
शायरी : जिंदगी तेरी नाराजगी से क्या होगा…मेरी मुस्कुराहट मेरी आदत में शामिल हैं…
वो पूछते हैं इतने गम में भी खुश कैसे हो
मैने कहा, प्यार साथ दे न दे, यार साथ हैं
अगर तुम्हें पा लेते तो…
किस्सा इसी जन्म में खत्म हो जाता…
तुम्हें खोया है तो
यकीनन कहानी लम्बी चलेगी …
(इनपुट सोशल मीडिया से)