Holi 2021:जानें कब है होली का त्यौहार? क्या है होलिका दहन का शुभ मुहूर्त?
जानें होलिका दहन के दिन गलती से किन पांच बातों को नहीं करना चाहिए
Holi 2021 kab hai-when is Holi-What is shubh muhurat of Holika Dahan
नई दिल्ली:भारत में होली(holi 2021) का त्यौहार बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। असत्य पर सत्य के प्रतीक होली पर दहन की परंपरा सदियों से है, इसे ही होलिका दहन(Holika Dahan) कहते हैं।
होली के दिन सभी लोग एक-दूसरे को गुलाल-अबीर और रंगों से रंगते है। इसे ही दुलैंडी या बड़ी होली (Holi 2021)कहते है।
चलिए अब बताते है कि आखिर इस वर्ष होली कब है?(Holi 2021 kab hai-when is Holi?
प्रेम और उल्लास के प्रतीक पर्व होली को हिंदू धर्म की मान्यतानुसार, फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है।
इस दिन होलिका दहन किया जाता है और फिर इसके अगले दिन रंगों के त्यौहार होली को धूमधाम से मनाया जाता है।
वर्ष 2021 में होलिका दहन रविवार, 28 मार्च(Holika Dahan 2021) को है और होली यानि दुल्हैंडी या धुलैंडी अर्थात बड़ी होली 29 मार्च (Holi 2021)सोमवार की है।
होली(Holi) के दिन सभी लोग सारे गिले शिकवे भूलकर खुशियों की गुजियां खाते हैं और एक दूसरे को प्यार का रंग गुलाल के रूप में लगाते हैं।
इस होली आप भी अपनों का स्वागत कर भेजें शुभकामनाओं के रंग और कहें हैप्पी होली 2021-(happy holi 2021).
अब आपको बताते है क्या होलिका दहन का शुभ मुहूर्त?
Holi 2021 kab hai-when is Holi-What is shubh muhurat of Holika Dahan
फाल्गुन पूर्णिमा 2021
पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ – मार्च 28, 2021 को 03:27 बजे
पूर्णिमा तिथि समाप्त – मार्च 29, 2021 को 00:17 बजे
होलिका दहन- रविवार, 28 मार्च 2021
होलिका दहन की पूजा का शुभ मुहूर्त- शाम 06 बजकर 37 मिनट से 08 बजकर 56 मिनट तक रहेगा।
कैसे किया जाता है होलिका दहन?
होलिका दहन के दिन गांव, कस्बों तथा मुहल्लों के लोगों द्वारा होलिका के लिए लकड़ी इकठ्ठा करना शुरु कर दिया जाता है।
फिर इकठ्ठा की गई लकड़ी से होलिका बनाई जाती है, होलिका को बनाने में गोबर के उपलों का भी प्रयोग किया जाता है।
इसके बाद इस होलिका को होलिका दहन के दिन शुभ मूहर्त पर जलाया जाता है, होलिका की इस अग्नि को देखने के लिए पूरे क्षेत्र के लोग इकठ्ठा होते हैं और अपनी व्यर्थ तथा अपवित्र चीजें इसमें फेंक देते हैं।
होलिका दहन में लोग अपने भीतर की नकारात्मकता,दुख-दर्द और अहंकार के दहन की मनोकामना करते है और लोटे में पानी भरकर प्रत्येक परिक्रमा के साथ होलिका की अग्नि के पास जल चढ़ाते है।
दरअसल, अग्नि हर बुरी चीज का नाश कर देती हैं और हमें प्रकाश प्रदान करने के साथ हमारी रक्षा भी करती है।
उत्तर भारत के कई क्षेत्रों में होलिका दहन के दिन उबटन से मालिश करने के पश्चात निकलने वाले कचरे को होलिका की अग्नि में फेंकने का रिवाज है।
ऐसी मान्यता है ऐसा करने से शरीर की अपवित्रता और दुर्भाव अग्नि में नष्ट हो जाते हैं। बहुत सारे लोग बुरे साये से बचने के लिए होलिका की अग्नि की राख को अपने माथे पर भी लगाते हैं।
होली अर्थात दुल्हैंडी यानि रंग-पानी की होली कब है?Dulendi 2021 kab hai
Holi 2021 kab hai-when is Holi-What is shubh muhurat of Holika Dahan
होली 2021 (holi 2021 date)- 29 मार्च, सोमवार 2021
भद्रा पूंछ -10:13 से 11:16
भद्रा मुख – 11:16 से 13:00
होली के दिन घर-घर में नाना प्रकार के पकवान बनते है। होली के पर्व की सबसे बड़ी खासियत है कि इस दिन मीठे पकवानों में गुजियां, लड्डू, मालपूएं और खीर बनाई जाती है।
इतना ही नहीं, कई जगह लोग भांग पीकर भी रंगों से होली खेलते है।
हालांकि इस वर्ष कोरोनावायरस(Coronavirus) का खतरा अब भी देशवासियों पर मंडरा रहा है। ऐसे में एहतियात बरतना श्रेयस्कर होगा।
वैसे होलिका दहन के दिन पूजा-पाठ तो सभी करते है लेकिन कुछ ऐसी बाते भी है जिन्हें गलती से भी होलिका दहन के दिन न करें अन्यथा अनर्थ हो सकता है।
चलिए बताते है होलिका दहन के दिन गलती से किन पांच बातों को नहीं करना चाहिए:
-होलिका दहन के दिन कोई भी शुभ काम नहीं करना चाहिए।
-दहन के समय परिक्रमा करते वक्त सभी को सिर ढंकना चाहिए और फिर पूजा करनी चाहिए।
-सफेद चीजें होलिका दहन के दिन ग्रहण नहीं करनी चाहिए। हालांकि होली यानि रंग-पानी वाले दिन आप सफेद चीज खा सकते है।
-नवविवाहितों को होलिका दहन नहीं देखना चाहिए।
-सास-बहू को भी एक साथ मिलकर होलिका दहन का दर्शन नहीं करना चाहिए।
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