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Wednesday thoughts:चिंता और तनाव, दूर करने का बस एक ही उपाय हैं…

आँखे बंद करके सुबह शाम बोलिए, “भाड़ में गई दुनिया”

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चिंता और तनाव,
दूर करने का बस एक ही उपाय हैं,
आँखे बंद करके सुबह शाम बोलिए,
“भाड़ में गई दुनिया”

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

दुनिया के सबसे ज्यादा सपने,
इस बात ने तोड़े है की,
“लोग क्या कहेंगे..”

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

खुद को इतना कमजोर मत होने दो,
की तुम्हे किसी के एहसान की जरुरत हो.

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

जब लोग आपसे खफा होने लग जाएं,
तो आप समझ लेना की,
आप सही राह पर हैं

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

छाता और दिमाग तभी काम करते है,
जब वो खुले हो,
बंद होने पर दोनों बोझ लगते है.

 

 

 

 

 

 

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Dropadi Kanojiya

द्रोपदी कनौजिया पेशे से टीचर रही है लेकिन अपने लेखन में रुचि के चलते समयधारा के साथ शुरू से ही जुड़ी है। शांत,सौम्य स्वभाव की द्रोपदी कनौजिया की मुख्य रूचि दार्शनिक,धार्मिक लेखन की ओर ज्यादा है।

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