
dil ki shayaris risto ki shayari shayris sayaris izzat shayaris
ये भी अच्छा है की
सिर्फ सुनता है दिल,
अगर बोलता
तो क़यामत होती !!

रिश्तों की दलदल से कैसे
निकलेंगे…
जब हर साजिश के पीछे अपने ही
निकलेंगे…
दूरियाँ
तो पहले ही आ चुकी थी ज़माने में ,
कोरोना ने आकर
इल्ज़ाम अपने सर ले लिया ।
मँज़िले बड़ी ज़िद्दी होती हैँ ,
हासिल कहाँ नसीब से होती हैं !
मगर वहाँ तूफान भी हार जाते हैं ,
जहाँ कश्तियाँ ज़िद पर होती हैँ !
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