
Thoughts in hindi Suvichar Suprabhat Quotes in hindi
जो मैं अपने लिए करता हूँ
वह मेरे साथ ही चला जाएगा
लेकिन जो मैं दूसरों के लिए करूंगा
वह मेरी विरासत बन जायेगी
बहुत सौदे होते हैं संसार में….
मगर..
सुख बेचने वाले और
दुख खरीदने वाले नहीं मिलतें
पता नहीं क्यों लोग रिश्ते छोड़ देते हैं
लेकिन जिद नहीं…!!

जब तक हम न पुकारे, उधर से आवाज ही नहीं आती…
पहाड़ियों की तरह खामोश है,
आज के संबंध और रिश्ते…
जब तक हम न पुकारे,
उधर से आवाज ही नहीं आती…
कुछ बोलने और तोड़ने में
केवल एक पल लगता है
जबकि बनाने और मनाने में
पूरा जीवन लग जाता है।
प्रेम सदा
माफ़ी माँगना पसंद करता है,
और अहंकार सदा
माफ़ी सुनना पसंद करता है
घर के बाहर भले ही दिमाग ले जाओ..
क्योंकि दुनियाँ एक ‘बाजार’ है.
लेकिन घर के अंदर सिर्फ दिल ले जाओ
क्योंकि वहाँ एक ‘परिवार’ है

ज़िन्दगी में कुछ दोस्ती
नादानों से भी ज़रूर रखना
क्योंकि जरुरत पड़ने पर
समझदार लोग अक्सर व्यस्त रहते हैं
Tuesday thoughts : माना की आप किसी का भाग्य नहीं बदल सकते
Monday Thoughts : कौन क्या कर रहा है ? कैसे कर रहा है ? क्यों कर रहा है ?