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सुविचार-मैं अपनी परिस्थितियों की वजह से नहीं बना हूं..!

मैं अपने निर्णयों का परिणाम हूं..! इसलिए निर्णय लेने से पहले सोचों...!! 

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मैं अपनी परिस्थितियों की

वजह से नहीं बना हूं

मैं अपने निर्णयों का परिणाम हूं..! 

इसलिए निर्णय लेने से पहले सोचों 

Tuesday Thoughts – शौक मर गए जिम्मेदारियों के साथ 

शौक मर गए जिम्मेदारियों के साथ 

और दोस्त कहते है,

तू कंजूस होता जा रहा है  

Tuesday Thoughts – सोच का प्रभाव मन पर होता है…

सोच का प्रभाव मन पर होता है 

मन का प्रभाव तन पर होता है 

तन और मन दोनों का प्रभाव 

सारे जीवन पर होता है 

इसलिए सदा अच्छा सोचें और खुश रहें 

 

 

 

सच सूरज की तरह है,

आप उसपर कुछ देर के लिए पर्दा डाल सकते हैं ,

पर वो कहीं जाने वाला नहीं।

 

 

 

 

तीन चीजें ज्यादा देर तक नहीं छुप सकती, सूरज, चंद्रमा और सत्य।

सत्य बिना जन समर्थन के भी खड़ा रहता है.वह आत्मनिर्भर है।

 

 

 

 

 

 

किसी भी सत्य के तीन चरण होते है।

पहला, उसका उपहास किया जाता है।

दूसरा, उसका हिंसक विरोध किया जाता है।

तीसरा, उसे स्वतः ही अपनाया जाता है।

 

 

 

 

 

 

 

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Dropadi Kanojiya

द्रोपदी कनौजिया पेशे से टीचर रही है लेकिन अपने लेखन में रुचि के चलते समयधारा के साथ शुरू से ही जुड़ी है। शांत,सौम्य स्वभाव की द्रोपदी कनौजिया की मुख्य रूचि दार्शनिक,धार्मिक लेखन की ओर ज्यादा है।

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