World Press Freedom Day 2020: विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस मनाने का कारण,महत्व
विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस की इस वर्ष की थीम है-'पत्रकारिता बिना डर या एहसान के'....
नई दिल्ली:World Press Freedom Day 2020-आज संपूर्ण दुनिया विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस (World Press Freedom Day 2020) मना रही है। विश्वभर में 3 मई को वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम डे मनाया जाता है ताकि प्रेस की स्वतंत्रता को लेकर जागरूकता बढ़ाई जा सकें।
इतना ही नहीं, विश्वभर में प्रेस केअधिकारों और उनके स्वतंत्र चरित्र का आव्हान करने हेतु ही विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस की नींव रखी गई है।
इसके माध्यम से विश्वभर की सत्ताधारी सरकारों को याद दिलाया जाता है कि 1948 के मानव अधिकारों की सार्वभौम घोषणा के अनुच्छेद 19 के अंतर्गत अभिव्यक्ति की आज़ादी के अधिकार का सम्मान करना जरूरी है
और इसके लिए प्रेस को भी उसके निष्पक्ष पत्रकारिता का कर्तव्य याद दिलाया जाता है।
गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र (United Nations) महासभा ने दिसंबर 1993 में 3 मई को प्रेस स्वतंत्रता दिवस (3 May Press Freedom Day) मनाने का एलान किया था।
UNESCO महासम्मेलन की अनुशंसा के बाद इसकी घोषणा की गई थी।
बस तभी से प्रत्येक वर्ष 3 मई को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस (World Press Freedom Day 2020) मनाया जाता है। विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस की इस वर्ष की थीम है-‘पत्रकारिता बिना डर या एहसान के’।
दरअसल, प्रत्येक वर्ष आज का दिन किसी न किसी थीम पर आधारित होता है।
ट्विटर पर भी यूजर्स ने विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस की बधाईयां अपने-अपने अंदाज में ट्वीट करके दी और इसके लिए हैशटैग #WorldPressFreedomDay भी ट्रेंड किया गया। आप भी देखें कुछ रोचक टविट्स:
India's rank in the World #PressFreedom Index for different years?
2004 – 128
2005 – 120
2006 – 106
2007 – 105
2008 – 120
2009 – 118
2010 – 105
2011 – 122
2012 – 131
2013 – 140
2014 – 140
2015 – 136
2016 – 133
2017 – 136
2018 – 138
2019 – 140
2020 – 142#WorldPressFreedomDay pic.twitter.com/IqNofJdn5X— Azeem Turki (@_azeem_ahmad) May 3, 2020
Chairs ask @POTUS to seek the release of detained journalists & raise concerns about “increasingly draconian” restrictions on press freedoms that limits what the world knows about #China & what the #Chinese people know about their own gov’t and its policies. #WorldPressFreedomDay pic.twitter.com/qquVIvu2gk
— China Commission (@CECCgov) May 3, 2020
Media has the power to inform and enlighten people. Media in India enjoy absolute freedom. We will expose, sooner than later, those surveys that tend to portray bad picture about "Freedom of Press" in India.#WorldPressFreedomDay
— Prakash Javadekar (@PrakashJavdekar) May 3, 2020
The Washington Post Press Freedom Partnership today unveiled a week-long advertising campaign ahead of #WorldPressFreedomDay highlighting journalists from around the globe who are currently detained or otherwise persecuted for their reporting. https://t.co/DMiWReTweK
— The Washington Post Press Freedom Partnership (@wppressfreedom) April 27, 2020
World Press Freedom Day क्यों मनाते है? (why celebrate World Press Freedom Day)
विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस (World Press Freedom Day) को मनाने का मकसद प्रेस की स्वतंत्रता के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना है।
इस दिन के माध्यम से अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और सम्मान को बनाएं रखने की प्रतिबद्धता दर्शायी जाती है।
विश्वभर की सरकारों को यह दिन मनाकर आगाह किया जाता है कि प्रेस की आजादी का क्या महत्व है।
साथ ही इस दिन को मनाकर संदेश दिया जाता है कि लोकतंत्र के मूल्यों की सुरक्षा और उन्हें बनाएं रखने में प्रेस या मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका है।
इसलिए दुनियाभर की सरकारों को प्रेस और पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।
विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पहली बार कब मनाया गया? (When start first World Press Freedom Day)
दरअसल, वर्ष 1991 में अफ्रीका के पत्रकारों ने प्रेस की आजादी के लिए एक अनूठी पहल की थी। उन पत्रकारों ने 3 मई को प्रेस की आजादी के सिद्धांतों से संबंधित एक बयान जारी किया था,
जिसे डिक्लेरेशन ऑफ विंडहोक (Declaration of Windhoek) के नाम से जाना जाता है।
इसके बाद 1993 में पहली बार संयुक्त राष्ट्र ने इस दिवस को मनाने की घोषणा की थी।
विश्व स्वतंत्रता दिवस का क्या है महत्व?World Press Freedom Day importance
विश्वभर में पत्रकारों और प्रेस को विभिन्न परेशानियों से गुजरना पड़ता है। उनकी निष्पक्ष पत्रकारिता हमेशा ही किसी न किसी पक्ष के लिए खतरा बन जाती है।
जैसाकि सऊदी के पत्रकार जमाल खशोगी, भारतीय पत्रकार गौरी लंकेश और उत्तरी आयरलैंड की पत्रकार लायरा मक्की की हत्या केवल इसलिए ही कर दी गई चूंकि वे अपना पत्रकारिता धर्म निष्पक्ष और निडरता से निभा रहे थे।
हालांकि इन हत्याओं ने वर्तमान में प्रेस की सुरक्षा पर एक सवालिया निशान लगा दिया है।
विश्वभर में प्रेस और पत्रकारों या मीडिया संस्थानों को दमन, धमकी, हत्या या उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है।
यदि कोई भी प्रेस या मीडिया संस्थान सरकार के हिसाब से नहीं चलती तो उसे प्रताड़ित करने के लिए नए-नए हथकंडे आज़माएं जाते है।
कभी उन्हें मिलने वाले विज्ञापनों पर रोक लगा दी जाती है ताकि कमाई का जरिया ही बंद हो जाएगा तो प्रेस आवाज कैसे उठायेगा या फिर कभी उन्हें बंद करने के लिए मजबूर किया जाता है।
पत्रकारों को झूठे कोर्ट केसेज में फंसाया जाता है, उनके साथ मारपीट की जाती है और यहां तक की जान से मारने की धमकी भी दी जाती है।
इन सभी तरीकों से प्रेस की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को कुचने की कुटिल कोशिश की जाती है।
इसलिए विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस (World Press Freedom Day 2020) मनाकर सरकारों को चेताया जाता है कि प्रेस का स्वतंत्र होना उसका मौलिक अधिकार है।
वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम डे को कैसे मनाया जाता है?
वर्ष 1997 से यूनेस्को (UNESCO) के माध्यम से प्रत्येक वर्ष 3 मई को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर गिलेरमो कानो वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम (World Press Freedom) अवॉर्ड दिया जाता है।
यह अवॉर्ड उस व्यक्ति या संस्थान को दिया जाता है, जिसने प्रेस की स्वतंत्रता के लिए उल्लेखनीय कार्य किया हो।
इतना ही नहीं, इस दिन स्कूल, कॉलेज, सरकारी संस्थानों और अन्य शैक्षिक संस्थानों में प्रेस की आजादी पर वाद-विवाद, निबंध लेखन प्रतियोगिता और क्विज का आयोजन किया जाता है।
विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस को मनाकर जनता को अभिव्यक्ति की आजादी के अधिकार के बारे में जागरूक किया जाता है।
World Press Freedom Day 2020