
Farmers Protest update:govt-kisan talk today
नई दिल्ली: आज चौथी बार किसानों और सरकार के बीच नए कृषि कानूनों(new farm law 2020)के मुद्दे पर बातचीत होनी है।
देश के किसान(Farmers) केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के चेक प्वाइंट्स पर धरना-प्रदर्शन कर रहे है और यूपी से दिल्ली आने वाले रास्तों को भी किसानों ने बंद कर दिया है।
हालांकि मेडिकल इमरजेंसी के लिए किसान रास्ता देने की बात कर रहे है।
किसानों ने 5 दिसंबर को देशव्यापी धरना-प्रदर्शन का एलान किया है।
इससे पहले किसानों ने पंजाब,हरियाणा और यूपी से आकर किसान रैली (Kisan Rally) की थी और अब दिल्ली में विरोध प्रदर्शन कर रहे है।
किसानों के विरोध-प्रदर्शन(Farmers protest) को देशभर के किसानों, पंजाब के खिलाड़ियों और अब सेलेब्रिटीज का भी साथ मिल रहा है।
किसानों की सरकार को दो टूक है कि नए कृषि कानून वापस लो। उन्हें इन कानूनों की जरुरत नहीं है। सरकार ने इन्हें अध्यादेश लाकर मनमाने तरीके से लागू कर दिया है।

Farmers Protest update:govt-kisan talk today
सरकार ने किसानों को बुराड़ी मैदान में जाकर प्रदर्शन करने को कहा था लेकिन किसान दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए है और निरंतर दिल्ली कूच करने को तत्पर है। इसी कड़ी में किसानों ने यूपी से दिल्ली आने वाले NH-24 को बंद कर दिया है।
किसानों ने साफ कर दिया है कि यह सरकार के पास आखिरी मौका है और इसके बाद उनका विरोध-प्रदर्शन और उग्र होगा।
किसानों की सिर्फ यही मांग है कि सरकार संसद का आपातकानी सत्र बुलाकर नए कृषि कानूनों की जगह नया बिल लाये और इन्हें निरस्त कर दें।
सरकार के तीन विवादित कृषि कानूनों को किसान विरोधी बताकर किसान धरना-प्रदर्शन कर रहे है और सितंबर से ही आंदोलन पर है।
तब पंजाब और हरियाणा में आंदोलन चल रहा था लेकिन केंद्र सरकार के कान पर जूं न रेंगती देख किसानों ने दिल्ली कूच की योजना बनाई और अब दिल्ली आने वाले रास्तो को भी ब्लॉक कर दिया है।
Farmers Protest update:govt-kisan talk today
किसानों के मुद्दे पर आज पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह भी गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करने वाले है।
सरकार लगातार किसानों के संपर्क में है और उन्हें मनाने की कोशिश कर रही है।
इस बीच आज सरकार और किसान संगठनों से जुड़े नेताओं के बीच एक और दौर की वार्ता है। देखना होगा कि इस बातचीत में क्या कोई नतीजा निकलता है।
ऐसा इसलिए क्योंकि एक दिसंबर को भी दोनों पक्षों के बीच वार्ता हुई थी लेकिन कोई खास बात नहीं बनी थी। हजारों की संख्या में किसान दिल्ली की सीमाओं (Delhi Border) पर लगातार धरना दे रहे हैं।
इस बीच किसानों ने बुधवार को सरकार से संसद का विशेष सत्र बुलाने और कृषि कानून को निरस्त करने की मांग की है।

Farmers Protest update:govt-kisan talk today
किसानों की मांग सरकार बुलाये संसद का विशेष सत्र
सरकार के साथ आज होने वाली वार्ता से एक दिन पहले प्रदर्शन कर रहे किसान नेताओं ने कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को पत्र लिखा।
इसमें सरकार से नये कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की गई।
साथ ही किसानों की एकता को तोड़ने के लिए ‘विभाजनकारी एजेंडे में नहीं शामिल होने’ की भी मांग की गई। आंदोलन की अगुवाई कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा को-ऑर्डिनेशन कमिटी ने पत्र में कहा,
‘हम सरकार से किसान आंदोलन के संबंध में किसी भी विभाजनकारी एजेंडे में शामिल नहीं होने की मांग करते हैं क्योंकि यह आंदोलन इस समय अपनी मांगों पर एकजुट है।’
साथ ही ये भी कहा गया कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो राष्ट्रीय राजधानी की और सड़कों को अवरुद्ध किया जाएगा।
इस बीच खबर आ रही है कि सिंधू बॉर्डर के किसानों को कोरोना हो गया है। उनका कोरोना टेस्ट हो रहा है। इस विरोध प्रदर्शन में सात दिन में चार किसानों की मौत भी हो चुकी है। किसानों का कहना है कि वह सिर पर कफन बांधकर धरने पर बैठे है।