काबुल से भारतीय दूतावास के स्टाफ और ITBP के जवानों की सुरक्षित वतन वापसी
काबुल से निकला C-17 एयरक्राफ्ट अब भारतीय राजनयिकों, उनके स्टाफ(Indian Kabul embassy staff)ITBP के जवानों और कुछ पत्रकारों को लेकर भारत पहुंच गया है। जामनगर में ईंधन भरवाकर विशेष विमान दिल्ली सभी यात्रियों को लेकर पहुंचेगा।
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नई दिल्ली:अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे(Taliban captured Afghanistan) के बाद भारत सहित तमाम देश अपने लोगों और राजनयिकों(Diplomat) सहित दूतावास स्टफ को काबुल से निकालने की तैयारी में लगे है।
इसी कड़ी में मंगलवार को काबुल(Kabul) से एयरफोर्स के विशेष विमान के जरिए भारतीय दूतावास स्टाफ और आईटीबीपी के जवानों को सुरक्षित निकाला गया
और उनकी वतन वापसीकराई(Indian-Embassy-staff-and-ITBP-personnel-safely-evacuated-from-Kabul) गई।
काबुल से निकला C-17 एयरक्राफ्ट अब भारतीय राजनयिकों, उनके स्टाफ(Indian Kabul embassy staff)ITBP के जवानों और कुछ पत्रकारों को लेकर भारत पहुंच गया है।
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जामनगर में ईंधन भरवाकर विशेष विमान(special-air-force-flight)दिल्ली सभी यात्रियों को लेकर पहुंचेगा।
प्राप्त मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार,अफगानिस्तान में मानवीय संकट के बीच भारत ने यह बड़ी कामयाबी हासिल की है।
स्पेशल एयरफोर्स फ्लाइट के द्वारा अफगानिस्तान में भारतीय दूतावास के कर्मी स्वदेश लौट आएं है।
Breaking:Afghanistan एयरस्पेस बंद,काबुल से सभी उड़ानों पर रोक,मुश्किल में यात्री
दरअसल, अफगानिस्तान में एयरस्पेस सोमवार को बंद हो गया था, जिसके बाद विमानों की आवाजाही अटक गई थी।
हालांकि इसके दोबारा शुरुआत होने के बाद से भारत अपने नागरिकों और अन्य लोगों को स्वदेश लाने की प्रक्रिया शुरू कर चुका है।
करीब 10 बजे इंडियन एयरफोर्स की सी-17 की फ्लाइट जामनगर पहुंच भी गई।
इसमें अफगानिस्तान में भारतीय राजदूत रुदेंद्र टंडन भी थे।
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इससे पहले विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर जानकारी दी थी कि स्पेशल एयरफोर्स फ्लाइट के जरिये अफगानिस्तान में भारतीय राजदूत, अन्य स्टॉफ और आईटीबीपी के जवानों को भारत लाया जा रहा है।
काबुल में तैनात आईटीबीपी के 100 जवान वायुसेना के ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट सी 17 में भारत के लिए उड़े।
यह एयरक्राफ्ट गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर लैंड करेगा। इससे पहले सोमवार को आईटीबीपी के 50 जवान देश लौट चुके(Indian-Embassy-staff-and-ITBP-personnel-safely-evacuated-from-Kabul) हैं।
ITBP के जवान काबुल, मजारे शरीफ, हेरात , कंधार और जलालाबाद में इंडियन मिशन की सुरक्षा में तैनात थे. ये जवान विदेश मंत्रालय के डेपुटेशन पर तैनात थे।
सुरक्षा कारणो की वजह से आधिकारिक तौर पर ITBP की ओर से कुछ नही बताया गया है पर सूत्रों का कहना है अब अफगानिस्तान में आईटीबीपी के सभी जवान निकल चुके हैं।
भारत ने अफगानिस्तान के मौजूदा हालात को देखते हुए वीजा को आसान बनाने का भी फैसला किया है.
भारत ने आपात स्थिति में तुरंत वीजा देने के लिए ऑनलाइन आवेदन और निपटारे की नई श्रेणी बनाई है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जानकारी दी है कि अफगानिस्तान में मौजूदा हालातों को देखते हुए वीजा प्रावधानों की समीक्षा की गई है। ऑनलाइन वीजा की नई श्रेणी बनाई गई है।
इसे ई-इमजेंसी एक्स-मिस वीजा (“e-Emergency X-Misc Visa) नाम दिया गया है। यह भारत में प्रवेश के वीजा आवेदनों का तेजी से निपटारा करने में मदद करेगा।
अफगानिस्तान(Afghanistan) से भारतीयों की वापसी पर सरकार ने पहले ही भरोसा दिलाया है। विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि अफगानिस्तान में हालात बहुत तेजी से बदले हैं।
अब काबुल पर कब्जे की तैयारी में Taliban,बोला- भारतीयों को हमसे खतरा नहीं
सरकार अफगानिस्तान की गतिविधियों पर पैनी निगाह बनाए हुए है।
वहां मौजूद भारतीय नागरिकों की सुरक्षा के लिए लगातार परामर्श किया जा रहा है।
उनसे लौटने की अपील भी की गई है। कुछ भारतीय अभी भी वहां हैं और उनके संपर्क में हैं जो लौटना चाहते हैं।
विदेश मंत्रालय ने कहा, हम अफगान सिख और हिन्दू समुदाय के प्रतिनिधियों के साथ संपर्क में हैं।
जो भारत आना चाहेंगे हम उनकी मदद करेंगे। ऐसे अफगान नागरिक भी हैं, जो भागीदार रहे हैं।
भारत उनका साथ भी देगा। काबुल में व्यावसायिक उड़ानों को सोमवार रोक दिया गया था। इससे वापसी के काम पर असर पड़ा था।
विदेश मंत्रालय ने कहा था कि हम विमानों के फिर से चालू होने का इंतजार कर रहे हैं। अफगानिस्तान के हालात की लगातार गहन समीक्षा की जा रही है।
सरकार अफगानिस्तान में भारतीय नागरिकों और हितों की रक्षा के लिए हर कदम रही है।
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