
Charanjit-singh-channi–Punjab’s-First–Dalit–Sikh–Chief–Minister-Oath Ceremony
नई दिल्ली:पंजाब में अमरिंदर सिंह द्वारा मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस ने पंजाब में चरणजीत सिंह चन्नी(Charanjit Singh Channi new CM of Punjab)को पंजाब का नया मुख्यमंत्री बनाया है।
चरणजीत चन्नी ने सोमवार को पंजाब के 16वें मुख्यमंत्री के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ(Charanjit-singh-channi-Punjab’s-First-Dalit-Sikh-Chief-Minister-Oath Ceremony)ली।
इसके अतिरिक्त सुखजिंदर सिंह रंधावा और ओ.पी. सोनी को पंजाब का उपमुख्यमंत्री(Deputy CMs Sukhjinder Singh Randhawa and O.P. Soni)बनाया गया है।
Swearing-in Ceremony of our CM Charanjit Singh Channi Ji and Dy. CMs Sukhjinder Singh Randhawa Ji and O.P. Soni Ji in august presence of our visionary leader Shri @RahulGandhi Ji !@CHARANJITCHANNI @Sukhjinder_INC pic.twitter.com/uQH3CCNmOq
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) September 20, 2021
पंजाब के नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण(Punjab new CM oath ceremony) समारोह में खुद राहुल गांधी भी शामिल रहे।
चरणजीत सिंह ने जीता पंजाब का किला, कांग्रेस ने बनाया दलित मुख्यमंत्री
चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब के पहले दलित सिख मुख्यमंत्री बन गए(Charanjit-singh-channi-Punjab’s-First-Dalit-Sikh-Chief-Minister-Oath-Ceremony)है।राजनीतिक विशेषज्ञ इसे कांग्रेस का मास्टरस्ट्रोक कह रहे है,
जबकि बसपा,बीजेपी,अकाली दल और आम आदमी पार्टी दलित नेता को मुख्यमंत्री बनाए जाने को महज चुनावी स्टंट करार दे रहे है।
पहले दलित सिख नेता को पंजाब का मुख्यमंत्री बना दिया।
जो भी हो कांग्रेस ने पंजाब में एक दलित नेता को मुख्यमंत्री बनाकर ऐतिहासिक कार्य किया है।
पंजाब के इतिहास में यह पहली बार है जब कोई दलित व्यक्ति राज्य का मुख्यमंत्री बनाCharanjit-singh-channi-Punjab’s-First-Dalit-Sikh-Chief-Minister-Oath-Ceremony) है।
चरणजीत सिंह चन्नी(Charanjit Singh Channi)अमरिंदर सिंह सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री रहे है।वह साधारण घर से आते है।
पंजाब कांग्रेस के नए अध्यक्ष बनें नवजोत सिद्दू, CMअमरिंदर ने कहा-साथ काम करेंगे
58 वर्षीय चन्नी रूपनगर की चमकौर साहिब से तीन बार से विधायक हैं।
वह राज्य के पहले ऐसे दलित नेता हैं जो इस पद पर पहुंचे हैं। चन्नी को अमरिंदर सिंह का विरोधी समझा जाता है। उनके शपथ समारोह में राहुल गांधी भी उपस्थित थे।
गौरतलब है कि पंजाब के राजनीतिक इतिहास में अभी तक जट सिख ही मुख्यमंत्री बनते रहे हैं। राज्य की तकरीबन 3 करोड़ की आबादी में जट सिख की आबादी 20 फीसदी के करीब है, जबकि दलित आबादी (हिंदू और सिख दलित) 32 फीसदी है।
राज्य में अन्य हिन्दू आबादी करीब 38 फीसदी है। इसके अलावा अन्य समुदाय जिसमें मुस्लिम, ईसाई भी शामिल हैं, उनकी आबादी करीब 10 फीसदी है।
Pegasus Report : जासूसी कांड की गाज- राहुल गांधी, प्रशांत किशोर सहित इनका है नाम
पंजाब को पहला दलित सिख मुख्यमंत्री देकर कांग्रेस ने साधे एक तीर से कई निशाने
Charanjit-singh-channi–Punjab’s-First–Dalit–Sikh–Chief–Minister-Oath Ceremony
पंजाब की राजनीति की समझ रखने वाले विशेषज्ञों की मानें तो कांग्रेस (Congress) ने दलित चेहरे चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) को पंजाब का नया मुख्यमंत्री बनाकर एक तीर से कई निशाने साध दिए है।
दरअसल,राज्य में आने वाले दिनों में पंजाब विधानसभा चुनाव होने जा रहे है।
चुनावों से पहले चरणजीत चन्नी को मुख्यमंत्री बनाकर कांग्रेस ने तीन निशाने साधे है। बताते है सिलसिलेवार:
Charanjit-singh-channi–Punjab’s-First–Dalit–Sikh–Chief–Minister-Oath Ceremony
-पहला तो उन्होंने राज्य की करीब 32 फीसदी आबादी वाले दलित समुदाय से मुख्यमंत्री बनाकर उस वोट बैंक पर निशाना साधा है
-दूसरा इस कदम के जरिए विपक्षी बीजेपी(BJP) और अकाली दल(SAD) को करारा जवाब दिया है।
-तीसरे आप(AAP) को जवाब देते हुए पार्टी में भी सत्ता संतुलन कायम करने की कोशिश की है।
आपको बता दें कि,अकाली दल ने चुनाव जीतने पर दलित नेता को उपमुख्यमंत्री पद देने का वादा किया था, जबकि बीजेपी ने चुनाव जीतने की सूरत में दलित सीएम बनाने का वादा किया था।
कांग्रेस ने चन्नी के बहाने दोनों पार्टियों के इस हॉट चुनावी वादे को ही नष्ट कर दिया है।
उधर,आम आदमी पार्टी को भी कांग्रेस ने जवाब दिया है, जो यह कहती रही है कि उसने हरपाल चीना को नेता विपक्ष बनाकर दलितों को सम्मान दिया है।
ध्यान दें कि स्वतंत्रता के बाद से राज्य पर शासन करने वाले 15 मुख्यमंत्रियों में से कोई भी दलित समाज से नहीं हुआ है।
1966 में राज्य के बंटवारे से पहले पंजाब के तीन मुख्यमंत्री हिंदू मूल के थे।
केजरीवाल का एलान-पंजाब में हर परिवार को 300 यूनिट तक बिजली फ्री,बकाया माफ
उसके बाद से लगभग सभी मुख्यमंत्री (ज्ञानी जेल सिंह को छोड़कर) जट सिख समुदाय से हुए हैं, जो राज्य की आबादी का 19 फीसदी ही है।
1972 से 1977 तक राज्य के सीएम रहे ज्ञानी जैल सिंह ओबीसी समुदाय के रामगढ़िया समूह से ताल्लुक रखते थे।
आपको बता दें कि पंजाब(Punjab) की कुल 117 विधान सभा सीटों में से 34 सीटें अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित हैं।
राज्य की एक तिहाई दलित आबादी मालवा (दक्षिण-पूर्वी हिस्से) और माझा इलाके (अमृतसर, तरणतारण, गुरदासपुर और पठानकोट) में रहती है और उसका मूल काम खेतीबारी करना है।
Punjab CM Shri Charanjit Singh Channi Ji’s 1st press conference. #कांग्रेस_दे_नाल_पंजाब pic.twitter.com/gkN0tEKB1L
— Punjab Congress (@INCPunjab) September 20, 2021
चरणजीत चन्नी ने पंजाब का मुख्यमंत्री बनते ही अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘मैं भी आम आदमी हूं और मैं वादा करता हूं कि पंजाब में बिजली-पानी के बकाया बिल माफ किए(Charanjit-singh-channi says will waive electricity-water bills)जाएंगे और कैप्टेन अमरिंदर सिंह के अधूरे कामों को पूरा करेंगे।’
Charanjit-singh-channi–Punjab’s-First–Dalit–Sikh–Chief–Minister-Oath Ceremony