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कैलिफोर्निया:भले ही Facebook कितने ही दावे करें की व्हाट्सएप पर यूजर्स की प्राइवेसी का ख्याल रखा जाता है।
व्हाट्सएप पर मैसेजेस एंड-टू-एंड एनक्रिप्टेड होते है और उन्हें कोई भी पढ़ नहीं सकता,यहां तक की खुद फेसबुक और व्हाट्सएप भी नहीं,लेकिन यह दावा पूरा सच नहीं है।
चूंकि एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है,जिसमें बताया गया है कि फेसबुक अपने यूजर्स के सीक्रेट मैसेजेस को पढ़ने के लिए विश्वभर में बैठे अपने हजारों इम्पलॉइज को पेमेंट करता(Facebook-reads-and-shares-your-WhatsApp-private-chat) था।
इतना ही नहीं, रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि फेसबुक ने कथित रूप से लॉ एजेंसियों के साथ यूजर्स का डाटा भी शेयर किया है।
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जबकि फेसबुक अधिकृत WhatsApp हमेशा इस बात पर जोर देता रहा है कि उसके यूजर्स के मैसेज और चैट कोई नहीं पढ़ सकता,चूंकि व्हाट्सएप हमेशा चैट को एनक्रिप्टेट सुविधा से लैस रखता है।
लेकिन अब इस रिपोर्ट से फेसबुक और व्हाट्सएप यूजर्स की प्राइवेसी(whatsapp privacy)को बड़ा खतरा और धक्का लगा है।
दरअसल,अभी हाल ही में ProPublica की ओर से एक रिपोर्ट रिलीज की गई है,जिसमें इस बात का दावा किया गया है कि व्हाट्सएप यूजर्स के प्राइवेट मैसेज या चैट(whatsapp message) को फेसबुक के हजारों कर्मचारी पढ़ रहे है,
जबकि कंपनी हमेशा कहती रही है कि व्हाट्सएप चैट(whatsapp chat)एनक्रिप्टेड होती है। उसे खुद व्हाट्सएप या उसका स्टाफ भी नहीं पढ़ सकता।
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Facebook के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने हमेशा कहा था कि उनकी कंपनी WhatsApp मैसेज नहीं देखती। उन्होंने वर्ष 2018 में US सीनेट के समक्ष बयान दिया था कि ‘हम WhatsApp का कोई भी कंटेंट नहीं देखते हैं।’
यूजर्स जब व्हाट्सएप पर अपना अकाउंट तैयार करते है तो उन्हें प्राइवेसी के विषय में बताया जाता है।
लेकिन इस रिपोर्ट में बताया गया है कि ‘ये आश्वासन सच नहीं हैं।’
बकौल रिपोर्ट , ‘Whatsapp के पास एक हजार से ज्यादा कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स हैं, जो ऑस्टिन, टेक्सास,
डबलिन और सिंगापुर में ऑफिस बिल्डिंग में यूजर के कंटेट की जांच करते(Facebook-reads-and-shares-your-WhatsApp-private-chat) हैं।’
हालांकि इस बात को तो फेसबुक ने भी माना है कि ये कर्मचारी कई दिनों तक उस कंटेट की छानबीन करते रहते हैं, जिनपर यूजर या कंपनी की ओर से आपत्ति उठाई गई है या रिपोर्ट किया गया है।
कंपनी ने माना है कि कई बार इसमें फ्रॉड और चाइल्ड पोर्न से लेकर संभावित आतंकी साजिशें शामिल होती हैं।
इस रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि जब यूजर्स ‘रिपोर्ट’ बटन दबाते हैं, तो मॉडरेटर्स को यूजर्स की निजी सामग्री तक पहुंच मिल जाती है।
ProPublica से बातचीत में व्हाट्सएप के अज्ञात इंजीनियर्स और मॉडरेटर्स ने बताया कि इससे मॉडरेटर्स के पास आपत्ति उठाए गए एक मैसेज समेत पांच पहले के मैसेज भी पहुंच जाते(Facebook-reads-and-shares-your-WhatsApp-private-chat) हैं।
इनमें फोटो और वीडियो भी शामिल हो सकते हैं।
इन मैसेज के अलावा कर्मचारी यूजर के व्हाट्सएप ग्रुप(Whatsapp group), प्रोफाइल पिक्चर(Profile Picture), फोन नंबर, स्टेटस मैसेज, फोन की बैटरी का स्तर, भाषा और संबंधित फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट्स भी देख सकते हैं।
न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, हर कर्मचारी प्रतिदिन 600 शिकायतों से रूबरू होते हैं।
ऐसे में उन्हें प्रत्येक शिकायत के लिए एक मिनट से भी कम का समय मिलता है। अब इसके चलते समीक्षक या तो कुछ नहीं कर सकते, आगे की जांच के लिए यूजर पर ‘नजर’ रख सकते हैं या खाते पर प्रतिबंध लगा सकते हैं।
ProPublica का कहना है कि whatsapp कानूनी एजेंसियों के साथ मेटाडाटा या अन-एनक्रिप्टेड रिकॉर्ड्स शेयर करता है, जो यूजर्स की ऑनलाइन गतिविधियों के बारे में काफी जानकारी दे सकते हैं।
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