breaking_newsअन्य ताजा खबरेंब्लॉग्सलाइफस्टाइलविचारों का झरोखा
Trending

समयधारा की पांचवीं वर्षगांठ विशेष:हर गम-सितम ने नया हौंसला दिया…

मेरे वजूद को मिटाने वालों ने मुझे बना दिया...

Samaydhara 5th Anniversary special
डिजिटल न्यूज पोर्टल समयधारा की पांचवीं वर्षगांठ(Samaydhara 5th Anniversary)पर समयधारा की फांउडर और एडिटर रीना आर्य और धर्मेश जी को सबसे पहले मैं हार्दिक शुभकामनाएं देना चाहती हूँ।
जो काम का जज्बा उनके अंदर दिखाई देता है आज की युवा पीढ़ी में बहुत कम देखने को मिलता है।बेहद मिलनसार व्यक्तित्व है दोनों का। बस इक लग्न है अपने सपनों को नया मुकाम देने की ।
इन पांँच सालों में जो उतार-चढ़ाव पूरी दुनिया व सबकी जिंदगियों में देखने को मिले, पूरी सृष्टि मानो सहम सी गई।
उसमें चाहे कोरोना‌ महामारी हो या फिर आर्थिक मंदी का दौर।
लेकिन इन दोनों बिजनेस पार्टनर्स के बुलंद हौसलों को देखकर किसी के भी अंदर मेहनत और संघर्ष का जज़्बा भर जायें।
यह दोनों  व पूरा समयधारा परिवार तन-मन-धन से एकजुट होकर कार्य करता है। वे सभी पूरी-पूरी रातें जागकर काम करने की क्षमता रखते हैं।
दोनों सहयोगियो में एक-दूसरे के लिए हर वक्त सहयोग की भावना स्पष्ट झलकती हैं। यह भी साफ महसूस हुआ कि वे एक-दूसरे के पूरक है।
Samaydhara 5th Anniversary special
Samaydhara 5th Anniversary special-happy birthday samaydhara-5th work-anniversary of samaydhara
समय धारा से जुड़े हुए मुझे तीन साल हो चुके है। मुझे स्वतंत्र लेखन में आनंद आता है और अपनी लेखनी के साथ विचारों को साझा करने का यह मौका मुझे मिला समयधारा के साथ जुड़कर।
हर सच को सामने रखना,सही-गलत का फैसला और न्यूज को बगैर तोड़-मोड़ के पेश करने में सबसे अहम भूमिका रही है ‘समयधारा’ की और वह दिन दूर नहीं जब ये लोग कामयाबी की बुलंदियों पर होंगे।
यह न्यूज पोर्टल सिर्फ न्यूज पोर्टल न रहकर, लोगों की आदत व जरूरत बन जाएगा। इन लोगों का आत्मविश्वास इन्हें सफलता की बुलंदियों पर ले जाएगा।
वक्त की नज़ाकता को देखते हुए मैं तो इन लोगों को प्रोत्साहित करते हुए यही कहूंगी कि जैसे इन्होंने किसी भी नाजुक दौर में हार नहीं मानी।
आज तक अपने कर्तव्य को नहीं भूले,आशा है ऐसे ही आगे भी अपने मंसूबे बुलंद ही रखेंगे।
Samaydhara 5th Anniversary special:
“तूफानों का तो यूं ही लगा रहेगा आना- जाना
जिंदगी भी बस यूं ही बुनती ‌रहेगी ताना-बाना!
महफ़िलों का क्या, यूं ही सजती-उजड़ती रहेगी
ऐ पथिक पर ‌कर्म क्षेत्र तू अपना भूल न जाना!!”
 “मेरी हर शुभकामनाएं उनके साथ हैं। समयधारा से जुड़े रहना मैं अपना सौभाग्य ही नहीं, गर्व की‌ बात भी समझूंगी।
इसकी कामयाबी व इससे जुड़ना, चाहे लेखक या फिर पाठक सभी के लिए ‌ही गर्व की बात है।
🙏
ऋतु गुप्ता
Samaydhara 5th Anniversary special

Show More

Ritu Gupta

ऋतु गुप्ता एक परिपक्कव लेखिका है। स्वभाव से सौम्य और गंभीर लेखिका प्रत्येक मुद्दे पर संवेदनशीलता के साथ अपने विचार अभिव्यक्त करती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button