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Periods-stop-or-menopause-age-menopause-symptoms-menopause-treatments
महिलाओं में पीरियड्स(Periods)बंद होने की सही उम्र क्या है? क्या पीरियड्स यानि महावारी बंद होना सामान्य(Periods-stop-or-menopause-age)है? पीरियड्स बंद होने के लक्षण क्या(menopause-symptoms)है?
और महिलाओं के शरीर में महावारी बंद होने पर क्या बदलाव आते है? मेनोपॉज का इलाज क्या(menopause-treatments)है?
अगर आपके भी मन में इस तरह के सवाल उठते है तो आज के लेख में हम इसी पर चर्चा करेंगे।
जिस तरह महावारी यानि पीरियड्स आना लड़कियों में एक सामान्य प्राकृतिक प्रक्रिया है,ठीक उसी तरह पीरियड्स बंद हो जाना भी एक प्राकृतिक प्रक्रिया है,जिससे हर महिला एक दौर में गुजरती है। इसे ही मेनोपॉज(Menopause) कहा जाता है।
मेनोपॉज के दौरान महिलाओं के शरीर में कुछ कष्टप्रद बदलाव हो होते है।
कई बार उन्हें बहुत ज्यादा ब्लीडिंग(Periods Bleeding),मानसिक तनाव(Stress)और बेइंतहा दर्द(Menses Pain)का सामना करना पड़ता है तो वहीं कुछ महिलाओं में यह इतना दर्दनाक नहीं होता बल्कि शरीर में थकावट,चिड़चिड़ापन और मूड स्विंग जैसे लक्षण(Menopause Symptoms)दिखने लगते है।
ऐसे में यह जानना जरूरी है कि मेनोपॉज की आखिर सही मायने में उम्र क्या (What is Menopause right age)है?
आपकी महावारी(menstruation)अब हमेशा के लिए बंद हो गई है या फिर आप मेनोपॉज के दौर से गुजर रही है। इसका संकेत तब मिलता है जब निरंतर कई महीनों तक महावारी(Periods)नहीं आते और प्रेग्नेंट होने की संभावनाएं भी कम हो जाती है।
ऐसे में माना जाता है कि महिला मेनोपॉज(Menopause)के दौर से गुजर रही है।
हालांकि सभी महिलाओं में पीरियड्स बंद होने या मेनोपॉज के लक्षण अलग-अलग हो सकते (Periods-stop-or-menopause-age-menopause-symptoms-menopause-treatments)है।
दरअसल,किसी भी महिला में पीरियड्स के पैटर्न के आधार पर ही उसके मेनोपॉज लक्षण निर्धारित होते है। इसी कारण मेनोपॉज की परेशानियों में भी महिलाओं में अंतर देखा जा सकता है।
तो चलिए विस्तार से जानते है कि मेनोपॉज की सही उम्र क्या है,इसके लक्षण,कारण और इलाज क्या (Periods-stop-or-menopause-age-menopause-symptoms-menopause-treatments)है।
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मेनोपॉज की सही उम्र क्या है? | Menopause age?
यूं तो सामान्य तौर पर देखा जाए तो 45 से 50 साल की उम्र के बीच महिलाओं में मेनोपॉज की शुरूआत हो जाती है। कुछ महिलाओं को इससे पहले भी मेनोपॉज हो सकता है, लेकिन ये प्रक्रिया तुरंत खत्म नहीं होती। पीरियड्स के समय में अनियमितता भी होने लगती है।
मेनोपॉज की प्रक्रिया चार साल से लेकर दस साल तक की हो सकती है। एक बार पीरियड आना बंद हुए हो तो संभव है कि आखिरी पीरियड के चार साल बाद फिर ब्लीडिंग शुरू हो जाए।
ऐसा दस साल तक हो सकता है। दस में से एक महिला को बारह साल तक इस प्रक्रिया से गुजरना पड़ सकता है।
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मेनोपॉज के लक्षण (Menopause Symptoms)
1-मेनोपॉज के लक्षण भी हर महिला में अलग-अलग हो सकते हैं, जिसमें नींद कम या मुश्किल से आना, वजन बढ़ना जैसे आम लक्षण शामिल होते हैं।
2-मेनोपॉज के दौरान स्किन में ड्राइनेस और बालों का झड़ना भी बढ़ सकता है।
3-जो महिलाएं मेनोपॉज से गुजर रही होती हैं उन्हें यूरिन इंफेक्शन होने की संभावना भी बढ़ जाती है।
4-रात को अचानक पसीना आना या हॉट फ्लैशेज आना भी मेनोपॉज का बड़ा संकेत होते हैं।
5-पीरियड्स में अनियमितता, कभी कभी ज्यादा दिन तक ब्लीडिंग होना, पीरियड्स के बीच का अंतराल नियमित न होना भी मेनोपॉज का लक्षण ही होता है।
6-मानसिक तौर पर भी महिलाओं को चिड़चिड़ापन, डिप्रेशन, गुस्सा और मूड स्विंग की शिकायत हो सकती है।
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मेनोपॉज का इलाज (Menopause Treatment)
-मेनोपॉज एक कुदरती प्रक्रिया है जिसे रोका नहीं जा सकता। लेकिन इस दौरान होने वाली परेशानियों को कम किया जा सकता है या आसानी से निपटने की कोशिश की जा सकती है।
-मेनोपॉज के दौरान ज्यादा से ज्यादा समय ढीले कपड़े पहनें। खासतौर से जो महिलाएं हॉट फ्लैशेज की शिकार हैं उन्हें कसे हुए कपड़े नहीं पहनना चाहिए।
-अपने वजन पर काबू रखना जरूरी है। इस अवस्था से गुजर रही महिलाओं को कैलोरी कंज्यूम करने पर कंट्रोल रखना जरूरी है।
-एक्सरसाइज करना बहुत जरूरी है। इससे मेनोपॉज के समय होने वाले मानसिक और शारीरिक दोनों तरह के तनाव से राहत मिलती है।
–मेनोपॉज से गुजर रही महिलाओं को भावनात्मक रूप से परिवार और पार्टनर के साथ की सबसे ज्यादा जरुरत होती है। उनके साथ संयम से व्यवहार करना इलाज का ही एक हिस्सा है।
-डॉक्टर को जरूर दिखाएं। काफी समय तक पीरियड न आए तो डॉक्टर से संपर्क जरूर करें। ताकि वो हार्मोनल टेस्ट के जरिए जान सके कि मेनोपॉज का दौर शुरू हो चुका है।
नोट:ऊपर दी गई जानकारी सलाह मात्र है।इसे किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा का विकल्प न समझें। अपनी परेशानी के लिए हमेशा संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें। समयधारा इस जानकारी की सटीकता की पुष्टि नहीं करता।